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परसन
पराक्रति
परसन, परसन्न-१ देखो 'प्रसन्न'। २ देखो 'प्रस्न'।
६ भिन्न प्रकार से । ७ बाद को, मोर मागे। [सं० प्राक] परसपर-देखो 'परस्पर'।
८ पहले। ९ प्रारंभ में, हाल ही में । १० पूर्व में। परसरग-पु० [सं० परसर्ग] भाषा विज्ञान में कुछ संज्ञा ११ पूर्व दिशा में । १२ सामने । १३ जहां तक हो विभक्तियां।
वहां तक। परसबरण-पु० [सं० परसवर्ण] पर या उत्तरवर्ती वर्ण के परहरणी, (बी)-कि० [सं० परिहरणम्] १ छोड़ना, त्यागना। समान वर्ण।
२ मागे बढ़ना, प्रागे चलना । ३ भाग जाना। ४ नष्ट परसारणी (बो)-क्रि० [सं० स्पर्शनम्] १ स्पर्श कराना, करना, मिटाना, हटाना। ५ छीनना, झपटना। ६ मुक्त
छुमाना। २ तीर्थ यात्रा कराना। ३ देव दर्शन कराना। होना, छूटना। ४ देखो पुरसारणो' (बो)।
परहा-वि० [सं० परस्मिन्] १ दूर, पृथक, अलग । २ नष्ट, परसाब-१ देखो 'प्रसाद' । २ देखो 'प्रासाद'।
- बर्बाद। परसार-देखो 'प्रसार'।
परही-क्रि० वि० [सं० परस्मिन] परे, दूर, प्रतिदूर परसारणी (बौ)-देखो 'प्रसारणौ' (बो)।
परहरणी-स्त्री. १ लगन, चाह । २ उत्साह । परसावणी (बी)-१ देखो 'प्रसारणो' (बी) । २ देखो | परहेज-पु० [फा०] १ कुपथ्य का त्याग । २ संयम, पथ्य । ___'परसाणी' (बी)।
३ बुरी बातों से बचाव । -गार-वि• पथ्य रखने वाला, परसिब, परसिद्ध, परसिध-देखो 'प्रसिद्ध'।
संयमी। बुरी बातों से दूर रहने वाला। -गारी-स्त्री. परसिदता, परसिद्धता, परसिधता-देखो 'प्रसिद्धता'।
परहेज रखने की क्रिया या भाव । परसिधि (धी)-देखो 'प्रसिद्धि' ।
परहेरौ-क्रि० वि० पृथक, अलग, दूर । परसीजणी (बी)-क्रि० [सं०प्रस्वेदनम्] १ पसीना होना, पसीने | परहो-देखो 'परी' । से तर होना।२ देखो 'पसीजणो' (बी)।
परा-क्रि० वि० १ ऊपर। २ पूर्व, पहले। ३ उस मोर । परसोरणो-देखो 'पसीनो' ।
४ देखो 'परसू"। परसोतस-पु० [सं० परशु-रा० तस-हाथ] १ गजानन, गणेश । | परांखरणी (बी)-देखो 'प्रांखरणी' (बी)। २ परशुराम ।
परांण-१ देखो 'प्रयोग' । २ देखो 'प्राण' । ३ देखो 'पुरांण'। परसीधर-देखो 'परसुधर'।
परांणउ-वि० [सं० प्राण] बलवान, शक्तिशाली। परसीपारण-पु० [सं० परशु-पाणि] १ गजानन, गणेश ।।
पराणि, परांणी-स्त्री० [सं० प्रेरणिका] १ बैलों को हांकने की २परशुराम ।
लकड़ी । २ देखो 'प्राणी'। -क्रि० वि० [सं० प्राण परसु-पु० [सं० परशु] कुल्हाड़ीनुमा एक शस्त्र, फरसा ।
बलात्, बलपूर्वक। -धर, धरण-पु० परशुराम । गजानन, गणेश । परशुधारी सिपाही । फरसा रखने वाला।
परांत-स्त्री० फसल की पंक्तिबद्ध कटाई या गुड़ाई करने का क्रम । परसुराम-पु० [सं० परशुराम] जमदग्निनन्दन परशुराम । । पर्यावठी-पु० [सं० प्रोत्या] घी या तेल में तल कर सेकी हुई परसुवन-पु० [सं० परशुवन] एक नरक का नाम ।
रोटी। परस-क्रि० [वि० सं० परश्वः] गत दिन से पहले, आगामी दिन | परा-प्रव्य० [सं०] एक अव्यय शब्द जो दूर, पीछे, एक तरफ, के बाद । -पु० गत दिन से पहले व मागामी दिन के बाद
मोर प्रादि के अर्थ में प्रयुक्त होता है। -स्त्री. १ चार का दिन।
प्रकार की वारिणयों में से एक। २ ब्रह्म विद्या। ३ एक परसूत-देखो 'प्रसूत'।
प्रकार का साम-गान । ४ गंगा नदी का एक नाम । परसून-देखो 'प्रसून'।
पराई-देखो परायी' । परसेव, परसेवी-देखो 'प्रस्वेद' ।
पराए-क्रि० वि० दूर पृथक, प्रतिदूर । परस्पर-क्रि० वि० [सं०] मापस में, एक दूसरे के साथ । परस्सणी (बी)-देखो 'परसणी' (बी)।
पराका-स्त्री० [सं०] ध्वजा, पताका । परस्सी-१ देखो 'फरसो' । २ देखो 'परसुरांम'।
पराकास्टा, पराकास्ठा, पराकोटी-स्त्री० [सं० पराकाष्ठा]
१ चरम सीमा, हद । २ ब्रह्मा की आधी पायु । परहंस-स्त्री. १ पराजय, हार । २ देखो 'परमहंस' । परहउ-प्रव्य० [सं० परतस्] १ दूसरे से । २ शत्र से। ३ मागे. | पराक्रत-देखो 'प्राक्रत ।
परे, पीछे, अपर । ४ दूर, मलग। ५ अन्यथा, नहीं तो। पराक्रति, पराक्रती-देखो 'प्राक्रतिक' ।
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