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मोक्रकणि
( ४१९ )
मोड़
मोक्रकमरिण-पु. एक रत्न विशेष ।
मोखाणी (at), मोखावरणो (बो)-क्रि० १ मुक्त कराना, मुक्ति मोक्ष, मोक्स-स्त्री० [सं मोक्ष] १ बंधन से मुक्ति, छुटकारा दिलाना । २ बंधन से छुटकारा कराना, छुड़वाना,
प्राजादी । २ निर्वाण, कल्याण । ३ स्वर्ग. वैकुण्ठ । ४ मृत्यु खुलवाना । ३ रिहा व आजाद कराना। ४ फिकवाना। मौत । ५ अर्थ, धर्मादि कल्याण के चार पदार्थों में से एक। मोखि-१ देखो 'मोक्ष'। २ देखो 'मोखी'। ६ उऋण होने की क्रिया या भाव । ७ बचाव । ८ छूट, मोखी-स्त्रो० १ मकान या कक्ष से पानी बाहर पाने का नाला,
ढोल । ९ बहाव, पात । १० सूर्यादि ग्रहण की शुद्धि। । मोरो। २ गुदा, मूल द्वार । ३ बारी, खिड़की। मोक्षक-वि० [सं०] १ मोक्षदाता। २ मुक्तिदाता, प्राजाद करने | मोखो-पु० [सं० मुख] १ पानी के निकास का बड़ा नाला, मोरा । वाला।
२ रोशनदान। ३ दीवार में बना बड़ा छेद, विवर । मोक्षण-स्त्री० [सं०] १ मोक्ष देने की क्रिया या भाव । ४ देखो 'मोक्ष'। ५ देखो 'मोको'।
२ मुक्त होने की अवस्था । ३ स्वतंत्रता, पाजादी। मोग-१ देखो 'मोख'। २ देखो 'मोगी। मोक्षव-वि० [सं०] १ मोक्षदाता, मुक्तिदाता । २ छोड़ने वाला, मोगम-१ देखो 'मोखम' । २ देखो 'मूगम' । मुक्त करने वाला।
मोगर-पु० [समुद्गर] १ गदा की तरह का एक शस्त्र विशेष । मोक्षदा-पु० [सं०] सिक्खों की पांच वस्तु, कड़ा, कंधी मादि का ! मुद्गर । २ सोना, फोज । ३ झुण्ड, समूह । ४ मूग या माठ __ समूह । -वि. मोक्षदात्री।
की धुली हुई दाल । ५ इस दाल की सब्जी । ६ मुसलमान । मोक्षदा एकापसी-स्त्री० [सं० मोक्षदा एकादशी] मार्गशीर्ष शुक्ला
७ देखो 'मोगरी'। ८ देखो 'मोगरौ'। एकादशी।
मोगरवेलि-स्त्री० मोगरे की लता। मोक्षदाता-वि० मोक्ष या मुक्ति देने वाला ।
मोगरि, मोगरी-स्त्री०१मूले की जाति के एक पौधे की फली; मोक्षपति-पु० [सं०] संगीत का एक भेद विशेष ।
एक मब्जो। २ एक कंद विशेष । ३ काष्ठ का हयोड़ा। मोमपद-पु० [सं०] किसी जीव को वैकुण्ठ में मिलने वाला ४ स्वर्णकारों का काष्ठ का एक उपकरण । ५ छत कूटने स्थान । निर्वाण ।
का एक उपकरण । ६ छोटे मोगरे का फूल । ७ दुरमुस, मोक्षमारग-पु० [स०] मोक्ष प्राप्ति के प्रयास, प्राचरण, भक्ति |
दुरमच । पाटे, बेसन, मेदे प्रादि में थोड़ा घी व थोडा व तपस्या।
गर्म पानी डाल कर मसलने पर पड़ने वाले दाने । मोक्षविद्या-स्त्री० [सं०] १ प्राध्यात्मिक विद्या । २ वेदांतशास्त्र
था । २ वेदांतशास्त्र | मोगरेल-पु० [सं० मुद्गर-तेल] मोगरे का तेल । मोखंत, मोखतर-देखो 'मोक्ष'।
मोगरी-पु० [सं० मुद्गर] १ बढ़िया जाति का बेले का पौधा । मोख-पु० [सं०मयूख] १ प्राय: वर्षा ऋतु में सूर्योदय या सूर्यास्त | २ उक्त पौधे का फूल । ३ तलवार को मूठ का सब से ऊपरी
के समय बादल की मोट से दिखने वाला किरण समूह । भाग । ४ प्राभूषण पर लगने वाली गुडो । ५ देखो २ एक प्रकार का वृक्ष । ३ देखो 'मोक्ष' । ४ देखो 'मोखी'
'मुद्ग र'। ५ देखो 'मोस' । ६ मुख्यता ।
मोगळ-१ देखो 'मोगर'। २ देखो 'मुगळ' । मोखरण-देखो 'मोक्षण' ।
मोगिया-स्त्री० एक अनुसूचित जाति । मोखरणो (बो)-क्रि० [सं० मोक्षणम] १ मुक्त करना, मुक्ति देना। मोगा-वि० (स्त्री० मोगी) १ अशक्त, कमजोर, निर्बल । २ मंद
२ बंधन से छुटकारा करना, छोड़ना, खोलना । ३ रिहा | बुद्धि। ३ मूढ़, मूर्ख, अयोग्य । ४ चिड़चिड़े स्वभाव वाला। करना, भाजाद करना। ४ फेंकना।
५. सिंचाई के पानी की नाली। मोखा-देखो 'मोक्षद'।
मोघ-वि० [सं०] १ व्यर्थ, बेकार, निरर्थक, निष्फल । मोखदा-देखो 'मोक्षदा'।
२ फालतू, निरर्थक । ३ निरुद्देश्य । ४ त्यागा हमा, त्यक्त । मोखन-देखो 'मोक्षण'।
५ सुस्त। -पु० १ घेरा, पहाता । २ मेड़। ३ देखो 'मोख'। मोखपव-देखो 'मोक्षपद'।
पोधो-देखो 'मोगो'। मोखम-स्त्री० अनिश्चित अवस्था ।
मोड़-पु० । मुड़ने की क्रिया या भाव । २ मार्ग, गस्ता, पगडंडी मोखमल-देखो 'मखमल' ।
घुमाव । ३ बल, मुड़ी हुई अवस्था । ४ गर्व, अभिमान । मोखविधा-देखो 'मोक्षविद्या' ।
५ बनावट । ६ किरण । ७ देखो 'मोड़। मोखरण-देखो 'मुकारण।
मोड़गर-वि० पराजित करने वाला। मोखांतर-देखो 'मुकातर' ।
मोड़ण-स्त्री० मोड़ने की क्रिया या भाव । -वि०१ मोड़ने वाला
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