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बॉली
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विवाह सद्य होने को हो या हुआ हो, दूल्हा । २ पति, बीकम - १ देखो 'विक्रम' । २ देखो 'विक्रमादित्य' । खाविंद । बीकमपुर (रौ) - देखो 'विक्रमपुर' ।
बाग बींदबाघो पु० दूल्हे की पोशाक । बोंदव- देखो 'बींद' ।
( २२६ )
बदली, बोंबड़ी-स्त्री० [ सं बिद्धपुटी ] सौगात, उपहार की बीकांण, बीकांणौ, बोकांनयर, बीकानेर- पु० [सं० विक्रमनगर | छोटी बडरी । उत्तरी राजस्थान का एक नगर ।
बोंबड़ी पु० १ रहट की माल के लिये बना बबूल की पतली बीकानेरियो, बीकानेरी- वि० बीकानेर का बीकानेर संबंधी । टहनियों का घेरा । २ देखो 'बींद' । -पु० बीकानेर का निवासी
- स्वी० [सं० विन्दी] १. सद्य विवाहिता युवती स्त्री । नववधू । २ पुत्र वधू या छोटे भाई प्रादि की स्त्री । ३ पत्नी भार्या । ४ कुल वधू । ५ बच्चे की लिगेंद्रिय । बद-१ देखो 'बीज' २ देखी 'बींदणी' बवरण (ब) - देखो 'बींधणी' (बो) ।
० [सं० विद+पदक] १ दूल्हे की मंद चाल । २ चलने का एक ढंग ।
बीनणी-देखो 'बींदणी'
बीकासी पु० [मेपाच्छादित दिन या वातावरण बीको-देखो 'विक्रमादित्य' ।
बीख - देखो 'वीख' ।
Patant (at), atarrो (बो) - १ देखो 'वीखणी (बी) । २ देखो
'वेखणी' (बौ) ।
बखर (बी) देखो 'वारी' (दो) ।
बखराणौ (at), बीखरावणो ( (ब) - देखो 'बिखराणी' (बो) । बीबेरी (बी) देखो 'बिखेरो' (दो) ।
बीगड़ (बी) देखो 'बड़ी' (बी)। बीधनहरण - देखो 'विघ्नहरण' ।
बॉबी-देखो 'दिदी'।
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बोळी स्त्री० [१] हे दुल्हिन की पोशाक २ देतो 'बंदोली' बोपोडी-स्त्री० कृषि भूमि पर लिया जाने वाला लगान कर दूल्हे । ।
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बौधी पु० कृषि भूमि का एक नाव बीड, बीड़उ-देखो 'बीड़ी' । बीड़ी (ब) ० १ किसी वस्तु के दो भागों को जोड़ना, भिड़ाना, सम्पुटावस्था में करना । २ बंद करना 1 ३ जड़ना, जड़ाई करना ।
बीड़मी (व) - पु० १ ढक्कनदार पात्र, ढक्कन वाला पात्र | २ ऐसा उपकरण जो प्रावश्यकतानुसार समेटा जा सके - वि० ढक्कनदार, सम्पुटावस्था वाला । बीड़ाझीड़ा पु० १ वन, जंगल। स्त्री० २ सीमा, सरहद । बीड़ाणी (बी) - क्रि० १ किसी वस्तु के दो भागों को जुड़वाना, भिड़वाना, सम्पुटावस्था में करवाना। २ बंद करवाना । ३ जड़ाई करवाना, जड़ाना ।
बोडादार वि० पान का बीड़ा देने वाला ।
धरण - ।
(ब) ० [सं० बेधनम् ] १ छेदना, छिद्रित करना
२ उलझाना, फंसाना । ३ किसी के साथ संलग्न करना । ४ त्रास देना । ५ शस्त्र से बेध कर घायल करना । बधाणी (श्री) बौधायनी (बी) कि० १ छेदवाना, छिद्रित कराना । २ उलझवाना, फंसवाना ! ३ किसी के साथ संलग्न कराना । ४ त्रास दिराना । ५ शस्त्र से बेधा कर
घायल कराना |
१ देखो 'बींद' २ देखो 'वीणा' ।
बीनोळी-१ देखो 'बंदोळी' । २ देखो 'बींदोळी' ।
बोनोळी- देखो 'बंदोळो' ।
बीबाळी वि० प्रतिशुद्ध भाग बबूला
बॉमर देखो 'भीमर' ।
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भरणी (बी) - देखो 'भीभरणी' (बौ) ।
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बाँचियो पु० बजे धारे का एक अवयव विशेष । बीबीपु० [सं०] [भी] डर भय घातक । २ विरह ३ राजा, नृप । स्त्री० ४ लता । ५ रात्रि । ६ विनय । ७ खजुर । सर्व ० १ वह । २ उस । - वि० [सं० द्वि] १ दूसरा, द्वितीय । २ दो । -क्रि०वि०३ ही । ४ देखो 'भी' ।
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बीक - १ देखो 'विक्रमादित्य' । २ देखो 'बी' ।
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बीकण वि० भयभीत रहने वाला डरपोक २ देखो 'भीखल' बीकपुर, बीकपुरी (रौ ) - पु० [सं० विक्रमपुर ] १ बीकानेर नगर का एक नामान्तर । २ बीकानेर का निवासी । वि० बीकानेर का बीकानेर सम्बन्धी ।
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पचली
बीड़ी - स्त्री० १ टीमरू के पत्ते में जर्दा डालकर बनाई गई घुम्र दण्डिका २ देखो 'बीड़ों'
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बीड़ी - पु० १ तलवार की म्यांन के मुंह पर बंधी रहने वाली डोरी २ पड़त में छोड़ा हुआ खेत, कृषि भूमि । ३ घास का सुरक्षित मैदान । ४ गोचर भूमि ५ जंगल । ६ बंधन । ७ नागरबेल के पान का संपुट, पान की गिलोरी ।
बीच- १० १ मध्य २ फासला, दूरी, अन्तर । ३ केन्द्र स्थान, मध्यस्थल, केन्द्र बिन्दु । ४ दरम्यान । ५ भेद अन्तर । ६ द्वेष |
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बीचखी-स्त्री० विद्युत, बिजली ।
बीचबचाव- पु० झगड़े या विवाद में की जाने वाली मध्यस्थता । बीचलो-देखो 'बिचलो' ।