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बदावरण
बधारणी
बवावरण-स्त्री० [सं० बद्ध-दामन्] १ खाट के पैताने की प्रोर विद्या, योग्यता में वृद्धि होना। ७ विशेष गुण प्राप्त
खींच कर लगायी जाने वाली मूज या सूत की रस्सी। करमा, विशिष्ट होना । ८ परिणाम या नाप तौल में वृद्धि २ देखो 'वदावन'।
होना । ६ अधिक व्यापक होना । १० प्रबल या तीव्र होना । बवावरणी-देखो ‘वधांमणो' ।
११ प्रतियोगिता में प्रागे होना, अग्रगण्य होना । १२ धन बवावरणो(बो)-१ देखो'वधाणो' (बो) । २ देखो 'वदाणी' (बौ)। या सम्पत्ति में वृद्धि होना। १३ वस्तुओं की कीमतें बढ़ना । बबावन-१ देखो ‘वदावन' । २ देखो 'बदावरण' ।
१४ अस्त होना । १५ मारना, संहार करना, वध करना। बवावी-देखो 'बधावों।
१६ देखो 'वदणी' (बौ)। बवि, बबी-स्त्री० [फा० बदी] १ बुरी या गंदी बातें । बधतीवेस-स्त्री० युवा अवस्था । जवानी ।
२ निन्दनीय चर्चाः। ३ निन्दा, कटवी, मालोचना । ४ बुरा | बधती-वि० [सं० वर्धनम्] (स्त्री० बधती) १ निश्चित मात्रा
कार्य, कुकर्म । ५ बदनामी । ६ बईमानी। ७ देखो 'वदि'। से कुछ अधिक । २ अग्रसर । ३ चढ़ता हमा, उन्नत । बबीत-देखो 'विदित'।
४ विकासशील, विकसित । ५ विशिष्टता प्राप्त, विशेष । बबीती-वि० १ प्रसिद्ध, विख्यात । २ कबूल किया हुमा ।
६ उत्तरोत्तर वृद्धि करने वाला, प्रगतिशील । ७ अस्त होने बदोलत, बदौलत-क्रि० वि० [फा० बदौलत] १ अनुग्रह या कृपा को उन्मुख । ८ तेजी की मोर उन्मुख ।
से । २ प्रयत्न या प्रयास से । ३ अवलंब या सहारे से । बधरणौ (बो)-देखो 'वधरणो' (बी)। ४ कारण, वजह से । ५ द्वारा ।
बधराणी (बी), बधरावणी (बी)-देखो 'वधराणी' (बी)। बद्दल-देखो 'बादळ' ।
बधरोम-देखो 'वधरोम'। बद्दळी-१ देखो 'बदळी' । २ देखो 'बादळी' ।
बधवा-स्त्री० १ तोप, बंदूक मादि के छूटने का धूपा । बद्दळी-१ देखो 'बदळो' । २ देखो 'बादळ' ।
२ आतिशबाजी का धूमा । ३ देखो 'विधवा'। बख-वि० [सं०] १ बंधन में पड़ा हुमा । २ हथकड़ी या बेड़ी में | बधहोणी-स्त्री० [सं० बध-भू] १ धरती, भूमि, पृथ्वी। २ कलह
जकड़ा हुमा, कैदी, बंदी । ३ गिरफ्तार किया हुआ । करने वाली स्त्री। ४ किसी प्रकार के घेरे में पड़ा हुमा । ५ प्रतिबंध लगा
तिबंध लगा बधामरणो-देखो 'वधांमणी'। हुआ। ६ गतिरोध प्राया हुमा, प्रवरुद्ध, रोका हुमा ।
| बधामणौ (बी)-देखो 'बधाणी' (बी)। ७ बनाया हुमा, रचा हुमा । ८ जमा हुमा । ९ जुड़ा हुमा, सटा हुमा, संलग्न । १० सज-धज कर तैयार, पहना हुप्रा ।
बधाई-स्त्री० [स. वर्धय] १ मांगलिक या शुभ अवसरों का ११ निर्धारित या निश्चित । १२ फंसा हुमा, उलझा हुप्रा।
उत्सव । २ शुभ संवाद, खुशखबरी । ३ शुभ संवाद देने १३ सांसारिक प्रपंच में पड़ा हुप्रा । -कोस्ठ-पु० कब्ज
वाले को दिया जाने वाला पुरस्कार । ४ घर में शुभ कार्य का रोग। कब्ज हो जाने की दशा।
या खुशी की घटना होने पर इष्ट मित्रों व संबंधियों में बद्धणी (बी)-१ देखो 'बधणो' (बी)। २ देखो 'बंधणी' (बौ)।
बांटा जाने वाला मांगलिक पदार्थ । ५ माशीर्वचन । बी-स्त्री०१ रंगे हुए चमड़े का पतला फीता, कस्सा । २ गंडा
६ मुबारकवाद, शुभकामना । ७ स्वागत ।-बार, हार-वि० ताबीज।
शुभ संवाद या खुश खबरी देने वाला। मुबारकवाद देने बद्राचळ-देखो "विध्याचळ' ।
वाला । पाशीर्वचन कहने वाला। बद्रीनाथ, बद्रीपति-देखो 'बदरीनाथ' ।
बधाउड़ी, बधाऊ, बधाऊड़ी-वि० [सं० वर्धय] १ शुभ समाचार बध-देखो 'वध'।
या बधाई संदेश देने वाला, लाने वाला । २ शुभ कार्य बधक-१ देखो 'वधिक' । २ देखो 'वधक' ।
या भावी घटना की सूचना देने वाले लक्षण, चिह्न, प्रतीक । बधको-वि०१ कीमती । २ बढ़िया, अच्छा । (स्त्री० बधकी)
३ अधिक, विशेष । -पु. १ वर्षा की सूचना देने वाला बधरणी-वि० [सं० वर्धनम्] १ बढ़ने योग्य । बढ़ने वाला । २ जोर पतंगा। २ देखो 'बधावी'।
लगने पर बढ़ जाने वाला । ३ लचीला, लोचदार । बधारणौ-वि० [सं० वर्धन] (स्त्री० बधारणी) वृद्धि करने ४ देखो 'बंधणो'।
वाला। बधरणी (बौ)-क्रि० [सं० वर्धनम्] १ प्राकार-प्रकार या क्षेत्र में बधारणौ (बो)-क्रि० [सं०वर्धावनम्] १ स्वागत.करना, अगवानी वृद्धि होना । २ निश्चित सीमा से बाहर होना। ३ मागे
करना । २ उत्सव मनाना, खुशी मनाना। ३ सम्मान, चलना, अग्रसर होना। ४ उन्नत होना, ऊपर उठना । प्रादर या सत्कार करना । ४ प्राकार-प्रकार, क्षेत्र या मात्रा ५ विकसित होना, प्रफुल्लित होना, खिलना । ६ गुण, में वृद्धि करना । ५ निश्चित सीमा से बाहर या मागे करना,
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