________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
बखधर
( १६३ )
बगल
बखधर-देखो 'विसघर' ।
बग-पु० [सं० पदक] १ डग, कदम । २ देखो 'बाग' । ३ देखो बखधारी-देखो 'विसधारी' ।
'ब' । ४ देखो 'बुग' । ५ देखो 'वगर' । बखम-देखो विसम'।
बगाती-पु० अशुभ रंग का एक घोड़ा । बखसणी (बो)-देखो 'बकसणी' (बी) ।
बगग-स्त्री० ध्वनि विशेष । बखसारणी (बौ), बखसावरणौ (बो)-देखो 'बकसाणौ' (बो)। बगड़-पु. १ मकान के मामने या अन्दर पड़ा खुला मैदान । बखसी-देखो 'बकसी'।
२ लम्बा-चौड़ा व खुला मैदान । ३ सहन, चौक, प्रांगन । बलसीस-देखो 'बकसीस'।
४ मार्ग, रास्ता। बाण-पु० [सं० व्याख्यान] १ व्याख्यान, भाषण । २ उपदेश, बगड़णी (बौ)-देखो 'बिगड़णी' (बौ)।
धर्मोपदेश । ३ व्याख्या । ४ वर्णन । ५ कीर्ति । ६ स्तुति, बगड़ारणी (बौ), बगड़ावरणौ (बौ)-क्रि० दौडाना, भगाना । प्रार्थना । ७ प्रशंसा।
बगड़ावत-देखो 'वगड़ावत' । बखाणण-पु० [सं० व्याख्यानम्] १ बखान करने की क्रिया या बगट्ट-वि० [सं० विकट] जबरदस्त, जोरदार । भाव । २ बखान करने का ढंग।
बगणौ (बी)-१ देखो 'बजणों' (बी) । २ देखो 'बाजणी' (बौ)। बखाणणी (बी)-क्रि० [सं० व्याख्यानम्] १ व्याख्यान देना, | बगत-१ देखो 'बखत' । २ देखो 'वक्त'।
भाषण देना । २ उपदेश करना, उपदेश देना । ३ व्याख्या | बगतर-देखो 'बखतर' । -खांनो-='बखतरावांनो'। -पोस करना । ४ वर्णन करना । ५ यश या कीर्तिगान करना । ='बखतरपोस'। -बाज='बखतरबाज'। ६ स्तुति या प्रार्थना करना । ७ प्रशंसा करना, तारीफ बगतरियौ,बगतरी-पु०१ अंगरखा,अंगरखी। २ देखो वखतरियो। करना।
३ देखो बखतर'। बखाकझंड-वि० बाह याडंबर या ठाट-बाट वाला।
बगतावर-देखो 'बखतावर'। .. बखारी-देखो 'भखारी' ।
बगतावरी-देखो 'बखतावरी । बखाळ-देखो 'पखाळ'।
बगती देखो 'बुगती'। बखाळियौ-वि० बक-बक करने वाला।
बगत्तर-देखो 'बखतर'। -पोस== 'बखतरपोस' । बखियो-पू० [फा० बखियः] १ एक प्रकार की महीन व मजबूत बगथरो-स्त्री० १ एक प्रकार की वनस्पति । २ देखो 'बखतरी' । __सिलाई । २ रस्सियों के जोड़ का मजबूत बंध ।
३ देखो 'बगती। बखील-वि० [अ०] कृपण, कंजूस ।
बगदाव-पु० [फा०] इराक देश की राजधानी का नगर । बखबी-प्रव्य० [फा० बखूबी] १ भली भांति, अच्छी तरह से । | बगदादी-वि० [फा०] बगदाद का, बगदाद संबंधी। बगदाद २ पूर्ण रूप से, पूरी तरह से ।
का निवासी । -पु० मुसलमान । बखेडियो बखेडी-वि० १ उपद्रवी, उत्पाती। २ विवाद करने | बगदो-40 १ कहा कचरा वाला झगड़ालू ।
सारहीन भाग। बखेडो-पू०१ अस्त-व्यस्त पड़ा सामान, बिखेरा। २ झ झट, | बगनी-स्त्री०१ मुसलमानों का एक टोंटीदार लौटा । २ देखो झगड़ा, तकरार । ३ आडंबर । ४ व्यर्थ का विस्तार ।
'बगनौ' (स्त्री)। ५ भारी प्रायोजन । ६ सांसारिक प्रपंच । ७ विवाद, गौ-वि शिनाखो मगनी), गणित विन पनि झगड़ा ।
भ्रम । २ पाश्चर्य चकित, विस्मित। ३ हतप्रभ, हैरान । बखेरणौ (बी)-देखो बिखेरणी' (बी) ।
बगर-पु० [देश॰] १ फलांकुर। २ देखो 'बगड़' । ३ देखो बखेड़ी-देखो 'बखेड़ी'।
'बगैर'। बखोरो-देखो 'बको '।
बगरुडो-पु० [देश॰] एक लोक गीत विशेष । बखो-देखो विखो'।
बगरू-पु. [देश॰] क नों के पास घुघराले बालों वाला ऊंट । बस्त-१ देखो 'बखत' । २ देखो 'वक्त' ।
बगरौ-पु० एक पौधा विशेष । बस्तर-देखो 'बखतर'।
बगळ-स्त्री० १ बड़े-बड़े कौर लेकर जोर-जोर से खाने की बख्सरणौ (बौ)-देखो 'बकसणी' (बी)।
क्रिया। २ वायु। बख्साणी (बो)-देखो 'बकसाणी' (बी)।
बगल, बगलउ-स्त्री० [फा०] १ मनुष्य के शरीर का हाथ के बल्सिस, बससीस-देखो 'बकसीस'।
नीचे का भाग। कांख । २ छाती के दोनों किनारों का
For Private And Personal Use Only