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फिरोज
( १४४ )
फीरगनाग
फिरोज, फिरोजियो, फिरोजी, फिरोजी-पु० [फा० फिरोज] फीच-पु० [सं० स्फिच] मनुष्यों व पशुमों के नितम्बों के नीचे
१ नीले रंग का एक नग या पत्थर। २ इस नग से मिलता | का भाग। जुलता एक रंग । ३ 'फिरोजशाह' द्वारा चलाया गया | फींचणी (बी)-देखो 'फीचणी' (बी) । सिक्का।
फीचियौ-पु० [देश॰] दौड़ते हुए को पटकने के लिये पीछे से फिरोळरणौ (बी)-देखो ‘फुरळणो' (बी)।
पैरों में अड़ाई जाने वाली टांग । फिरोळी-स्त्री. उलट-पुलट करने की क्रिया या भाव, उलट फीडो-वि० [देश॰] (स्त्री० फीडी) १ चपटा। २ चपटी नाक पुलट ।
वाला। फिलवाण-देखो 'फीलवांन' ।
फीरण-देखो 'फैरण'। फिळसौ-देखो 'फळसो'।
फीरणौबटियो-देखो 'फीणाबाटी'। फिलहाल-क्रि०वि० [म.] १ अभी-अभी तो, इस समय ।
फीदी-स्त्री० [देश॰] छोटा टुकड़ा, विभक्त भाग। २ अस्थाई तौर पर।
फीफरौ-देखो ‘फेंफड़ो। फिळाउगाड, फिळाउघाड़-देखो 'फलसाउघाड़' ।
फी-स्त्री. १ तिरस्कार सूचक शब्द । २ अव्यवस्था के प्रति फिळियौ, फिळो-देखो 'फळसौ' ।
कहने का शब्द । ३ देवता । ४ वायु । ५ हाथी। [फा०] फिस-प्रव्य०१ असफलता या अव्यवस्था सूचक ध्वनि। २ धिक् ।
नि। धिक।। ६ नुक्स, दोष, कमी। ७ कसर, न्यूनता। -प्रव्य मि.] फिसकणी (बी)-क्रि. १ धोखा खाना । २ बदलना, मुकरना। प्रति, हर । ३ कायर या कमजोर पड़ना।
फीक-स्त्री०१ विशेष दशा में होने वाला मुख का फीकापन । फिसड्डी-वि० [देश॰] १ हर काम में पीछे रहने वाला, सुस्त,
| २ यथेष्ट मात्रा में मीठा या नमक न होने की स्थिति । प्रालसी । २ कमजोर, निर्बल । ३ अकर्मण्य, निकम्मा। फीकर-पु० [देश॰] बकरे के पीठ के ऊपर का मांस पिड । फिसरणी (बी)-क्रि० [देश॰] १ हड्डी का संधि स्थान छोड़ना।। फोकरियो-वि० [देश॰] नीरस, रूखा, फीका।
२ द्रवित होना । ३ जीर्ण वस्त्र का घिस कर फट जाना । ४ रसदार फल का दब कर फूट जाना । ५ बदलना, फीको-वि० [देश॰] (स्त्री० फीकी) १ स्वाद रहित, स्वाद मुकरना। ६ देखो "पिसणी' (बी)।
हीन । २ कम शक्कर, गुड़ या नमक वाला । ३ उदास,
खिन्न । ४ अपमानित, लज्जित । ५ निष्प्रभ, निस्तेज । फिसळ, फिसळण-स्त्री० [सं० प्रसरणम्] १ फिसलने की क्रिया
६ हल्का, धीमा,मलिन । ७ रूखा । ८ तुच्छ, हीन । ९ प्रभाव या भाव, रपटन । २ चिकनाई जहां पर कोई वस्तु ठहर
हीन । १० नीरस, शुष्क । ११ प्रानन्द, उत्साह, उमंग न सके । ३ दृढ़ता या ठहराव की कमी।
रहित, जहां रागरंग की कमी हो । १२ सारहीन, निस्सार। फिसलणौ (बो)-क्रि० १ चिकनाई के कारण कोई चीज रपट
१३ अलोना । १४ प्रोजहीन । १५ तुच्छ, हल्का । जाना, खिसक जाना।२ कीचड़ आदि पर अचानक पैर
१६ अभीष्ट परिणाम रहित । १७ अप्रिय, अरुचिकर । पड़ जाने पर गिर पड़ना । ३ चिकने पत्थर या अन्य धातु
१८ न्यून । १६ निष्फल । २० नगण्य । से बने स्थान पर चढ़ कर धीरे-धीरे नीचे खिसकने, रपटने
फीच-देखो 'फीच'। की क्रिया करना । ४ प्रवृत्त होना, लालायित होना । ५ वचन से बदलना, मुकरना । ६ दृढ़ न रहना । ७ पथ
फीचरणौ (बी)-क्रि० लत्ती लगाना, टांग अड़ाना । भ्रष्ट होना । ८ देखो "फिसणी' (बौं)।
फीट-प्रव्य०१ फोकट, मुफ्त । २ तुरन्त। -पु०- १ फीकापन । फिसाद-पु० [अ० फसाद] १ लड़ाई, झगड़ा। २ टंटा, कलह ।
२ देखो 'फिट' । ३ देखो "फिटौ'। ४ देखो 'फुट'। ३ उपद्रव, बलवा, विद्रोह । ४ बिगाड़, खराबी। फीटणी (बी)-क्रि० [देश॰] नाश होना, नष्ट होना। फिसाविक, फिसादिय, फिसाबी-वि० [अ० फसादी] १ लड़ाई फोटोकड़, फोटोकड़ो, फोटो-वि० [देश॰] (स्त्री० फीटी,
झगड़ा करने वाला,झगड़ालू । २ उपद्रवी,उत्पाती । ३ दंगा फिटोकड़ी) १ बेशर्म, निर्लज्ज । २ ढीट, दुष्ट । ३ झूठा। करने वाला, बलवा मचाने वाला । ४ विद्रोही । ५ बिगाड़ ४ अश्लील । ५ लज्जित, शर्मिन्दा । ६ अपमानित । या बरबादी करने वाला। ६ देखो 'फिसाद' ।
कोण-देखो 'फरण'। फिहो-देखो 'फियो।
फीरणनाखती-पु० ऊंट। फीकर-देखो 'फोकर'।
कोणनाग-पु० [सं० फेण-नाग] मफीम ।
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