________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
नीव
स्त्री० [सं०] ने] १ दीवार बनाने के लिए मोदा जाने वाला लम्बा और गहरा खड्डा । २ इस खड्डे में बनी दीवार । ३ आधार । ४ स्थिति ५ जड़, मूल । नवड़णौ (ब) - १ देखो' निपटणी' (बौ)। २ देखो' निवड़णी' (बी) । नौबत-देखो 'नीयत' ।
१ अत्यधिक ज्यादा । २ निरोग, स्वस्थ । या षष्ठी विभक्ति के 'ना' का स्त्री रूप; एक भारदर्शक या अनुरोध सूचक अव्यय । देखो 'नि' । नोट- देखो नीति'।
नीवेणी (बो) - १ देखो 'निपटाली' (बौ)। २ देखो
''(बी)।
www.kobatirth.org
बसरख (बो-देखो 'नोसरणी' (यो) |
नसारण - पु० [सं० निस्वन | नगाड़ा |
नी पु० [सं०] १ प्रेम, स्नेह २ नृप राजा ३ शासक । । । -स्त्री० ४ श्रनन्य भक्ति । ५ दवा, प्रौषधि । - वि०
(
नीकाह- देखो 'निकाह' ।
10
वीको वि० [सं० निरक्त) (स्वी० नीकी) २ श्रेष्ठ, बढ़िया, उत्तम । ३ सुन्दर, योग्य । ५ स्वस्थ, दुरुस्थ ।
नीखर - वि० [सं० निक्षरण] स्वच्छ, निर्मल, साफ। नीरो (बी) देखो 'निवरण' (बो)।
नीखाखा पु० [देशज ] केवट ।
नीगम देखो 'निगम' ।
मोक-स्त्री० [सं० नीका] १ सिचाई के लिये बनी पानी की नाली । २ देखो 'नीको' ।
नीकउ - पु० [सं० निष्कः ] १ स्वर्ग का हार । २ सोना, स्वर्ण । ३ सोने का एक तौल विशेष । ४ देखो 'नीको' ।
नीकळक - देखो 'निकळंक' ।
नीकळणी (बौ) - देखो 'निकळणा' (बौ) ।
नीकां क्रि०वि० ठीक तरह से अच्छी प्रकार से ।
7
नोकाळ - देखो 'निकाळ' |
७७६
प्रत्य० सम्बन्ध की । - श्रव्य० देखो 'नहीं'।
फैलाना |
१अच्छा, ठीक । भला । ४ सम्मान
|
।
|
नीगमणी (ब)- कि० [सं० निर्गमनम् १ समन करना, जाना। २] विकलना, निकास होना ३ खोना, गमाना ४ व्यतीत । । करना, विताना ५ प्रदान करना देना ६ साबित होना, प्रमाणित होना, सिद्ध होना । ७ प्रसार करना, नीगळ (बो) - देखो 'निगळणी' (ब) । नीगवणी ( बौ) - क्रि० १ पसारना 'नीगमणी' (बी) ।
फैलाना ।
नीपरियो-वि० [सं०] निह] जिसके पेर न हो, गृहहीन
नोघात - देखो 'निघात' ।
२ देखो
)
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
नी० [सं० नोड] १ पक्षियों का घोंसला २ रहने का स्थान, निवासस्थान । ३ विश्राम स्थल । ४ स्थान, जगह । ५ गुफा, माद। ६ शय्या ७ नदी किनारे बसा नगर, ग्राम | ८ कुए से सींचा जाने वाला भू-भाग । स्त्री० ९ नदी, सरिता वि० १ स्तुति योग्य।
२ देखो
'निकट' ।
नी, नी-देखो 'निकट'
नीडो-देखो 'निकट
नीचंग, नीचंघ - पु० [सं० नीचग ] पानी, जल ।
1
२ कर्म
४ हे प
छोटा
मनुष्य ।
नीच नीच वि० [सं०] १ निकृष्ट, बुरा, अधम । जाति व गुणों से न्यून तुच्छ । ३ अल्प, थोड़ा घृणित ५ निकम्मा ६ दुष्ट, कमीना, बोना ८ मंद पु० १ श्रोछा ग्रादमी, क्षूद्र २ किसी ग्रह के भ्रमण वृत्त का वह स्थान जो पृथ्वी के अधिक निकट हो । ३ फलित ज्योतिष में किसी ग्रह के उच्च स्थान से सातवां स्थान । ४ चोर नामक गंध द्रव्य । ५ दशाएं देश के एक पर्वत का नाम ६ शूद्र वर्ण । ७] देखो 'नीची' । -कमाई - स्त्री० बुरे कामों से अर्जित धन । घृणित धंधा । गामी- वि० नीचे जाने वाला 1 नीच कर्मी ।
नीचाई देखो 'निवाई'।
-
नीति, नीचीत-देखो 'निश्चित' ।
नीचोड़णी
पर
नीच -- पु० [सं०] १ अपने उच्च स्थान से सातवें स्थान पड़ने वाला ग्रह । २ पानी, जल वि० १ नीच, पामर । २ नीचे जाने वाला |
नीखगा स्त्री० [सं०] नदी, नरिता ।
नीचfगर, नीचगिरी- पु० दशा देश का एक पर्वत ।
नीच ग्रह-१० [सं०] नीच] किसी ग्रह के उच्च स्थान से गिनती में सातवां स्थान ।
नीचता स्त्री० [सं०] १द्रता, नीमा कार्य । २ छापन तुच्छता । ३ दुष्टता, कमीनापन । ४ दुष्कर्म । नोचधूणियों - वि० नीची गर्दन करके चलने वाला । नीचरलो, नोचलो-देखो 'निचलौ' । (स्त्री० नीचली) मीच स्त्री० [नीची भूमिका स्थान किसी स्थान या वस्तु की नीचाई ।
।
७
For Private And Personal Use Only
नीचे, नीचे - क्रि०वि० [सं० नीचैः] १ निम्न भाग में । २ दबकर । ३ श्रधीनता में । ५ तुलना में, निम्न स्थिति में । ५ ऊपर से विपरीत दशा में ७ घटी हुई या न्यूनतर दशा में । नोवो देखो 'निचोड़
नीचोड़णी (बौ), नीचोरगी (बो), नीचोवणी (बौ) - देखो 'निचोड़णी' (बौ)।