________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
देखादेख
देव-भूमि
देखादेख, देखादेखी-स्त्री० [सं० दृश्] १ नकल, अनुकरण ।
२ देखने की क्रिया या भाव । अवलोकन । -क्रि०वि० देख
देख कर, दूसरों की देखादेखी। देखाळणी (बो)-देखो 'देखाणी' (बी)। देखाव- देखो ‘दिखाव'। देखावट-देखो 'दिखावट'। देखावटी- देखो 'दिखावटी' । देखावरणौ (बी)-देखो 'देखाणी' (बी)। देखावो (हौ)-देखो 'दिखावो' । देग,देगड़, देगड़ियो-पु० १ भोजन पकाने का बड़ा पात्र ।।
२ देखो देगी। देगड़ी-पु० १ पानी ढोने का पात्र । २ देखो 'देगचौ' । देगच, देगचियो, देगचौ-पु० भोजन पकाने का बड़ा पात्र, देग।। देगची-स्त्री० साग-सब्जी पकाने का पात्र । देगव:-पु. अतिथि सत्कार, आतिथ्य । देगहत--वि० दानी, दातार । देज-पु० १ देना क्रिया। २ दहेज । देठाळ उ, देठाळी-पु० [सं० दृश्] दिखने की अवस्था या भाव,
दर्णन, क्षणिक दर्शन। देतर-देखो दैत्य'। देतांदयण-पु० [सं० दैत्य दुर्जन] ईश्वर । देदीप्यमान-वि० [सं० देदीप्यमान] १ अत्यन्त प्रकाश युक्त,
तेजोमय । २ चमकदार, जगमगाता हुआ। देबी-देखो 'देवी'। देयणहार-वि० देने योग्य । देर-स्त्री० [फा०] १ विलंब, अतिकाल, निर्धारित समय के |
बाद । २ समय, वक्त । देरणी--स्त्री. देवर की पत्नी । देराड़ी--स्त्री० मुंडन संस्कार की एक रश्म (पुष्करणा ब्राह्मण)। देराणी (बी)-देखो "दिराणौ' (बी)। देराळी-स्त्री० लड़के का ब्रह्मचर्य वेश त्याग कराने की रश्म !
विशेष । देरावरणौ (बो)-देखो 'दिराणी' (बो)। देरी-देखो 'देर'। देरुतरी (तो, त्री)-स्त्री० [सं० देवर+पुत्री] देवर की पुत्री।। देरुतरौ (तो, पौ)-पु० [सं० देवर+पुत्र] देवर का पुत्र । वेळो-स्त्री० [सं० देहली १ देहलीज, देहली । २ मकान के द्वार |
पर लगी पट्टी। देव (उ)-पु० [सं०] १ दिव्य शरीरधारी व स्वर्ग का निवासी
अमर प्राणी, सुर । २ उक्त प्राणियों की जाति । ३ इन्द्र ।। ४ ब्राह्मण । ५ राजा, शासक । ६ दिव्य शक्तियों से युक्त प्राणी । ७ पूज्य व्यक्ति। ८ अादर सूचक संबोधन ।
१ ब्राह्मणों की उपाधि । १० देवर । ११ पारा। १२ देवदार । १३ ज्ञानेन्द्रिय । १४ ऋत्विज। १५ सूर्य, भानु । १६ महेश, रुद्र। १७ घोड़ा । १८ कोचरी । १९ तेतीस की संख्या* । -[फा०] २० असुर, दैत्य, राक्षस । २१ हिन्दू । २२ देखो 'देव' । २३ देखो 'देवी' ।
-अंसी-वि० किसी देवता के अंश से उत्पन्न । -उठणी, ऊठणी-स्त्री० कात्तिक शुक्ला एकादशी। -करम-पु० देवता को प्रसन्न करने का कर्म । --कुंड-पु० श्मशान भूमि में बना पवित्र जलाशय । प्राकृतिक जलाशय । --कुल्या-स्त्री० मरीचि और पूणिमा की एक कन्या । गंगा नदी।-कच्छ-पु. एक प्रकार का व्रत। -गंगास्त्री० एक छोटी नदी का नाम । गंगा। -गण-पु० देवता लोग, देव समाज, नक्षत्र समूह । -गत, गति-स्त्री० भाग्य की गति, प्रारब्ध, मरने के बाद प्राप्त होने वाली देवयोनि । संयोग । -गरम-पु. देवता के गर्भ से उत्पन्न होने वाला पुरुष। -गांधार-पु. एक राग विशेष । -गांधारी-स्त्री० एक रागिनी। -गायक-पु० गंधर्व । --गायन-पु० गंधर्व । -गुरु-पु० बृहस्पति । देवताओं के पिता कश्यप । ---गुही-स्त्री० सरस्वती। -ग्रह-पु० देवालय। -चालीपु० एक प्रकार का इन्द्रजाल । -चिकित्सक-पु. अश्विनी कुमार । दो की संख्या*--जूण-स्त्री० देवयोनि । --जोग -पु० संयोग, भाग्य । देवयोग । --जोगी= 'देवजूरण' ।
-मूलगी-स्त्री० भादव शुक्ला एकादशी तिथि ।-ठरणी'देवऊठणी' । -दसम, दसमी-स्त्री० दशमी तिथि । विशेष । -दासो-स्त्री० मंदिरों में नृत्य करने वाली दासी, नर्तकी, वेश्या। -द्रुम-पु० कल्पवृक्ष. पारिजात. देवदार । -धन-पु० गाय । -धांम-पु० स्वर्ग । देवस्थान, मंदिर । --धुनि, धुनी-स्त्री० गंगा नदी। -धूप-पु० गुग्गुल । ---धेनु-स्त्री० कामधेनु । --नंदी-पु० इन्द्र का द्वारपाल । -----नदी-स्त्री० गंगा, सुरसरि । सरस्वती नदी। -नाथ --पु० शिव । विष्णु, इन्द्र । -नायक-पु० इन्द्र, सुरपति । ---निहंग-पु० सूर्य, रवि । --पत, पति-पु० विष्णु, इन्द्र । ---पदमणी (नी)-स्त्री० आकाश गंगा। -पसु-पु. बलि पशु । देव उपासक । -पुत्री-स्त्री० देवता की पुत्री। इलायची। कपूरी साग। -पुर, पुरी-स्त्री० इन्द्रपुरी; अमरावती । स्वर्ग । -पुस्का-स्त्री० सोनजुही। -पौढणीएकादशी-स्त्री० ग्राषाढ़ शुक्ला एकादशी। -प्रयाग-पु० हिमालय का एक तीर्थ विशेष । –प्रसाद-पु० देवता का प्रसाद । अनुग्रह । -बाळ, बाळा-स्त्री० सुरबाला। अप्सरा। -ब्रह्म-पु. नारद । -ब्राह्मण-पु० पुजारी । --भाग-पु० देवता का भाग। --भासा-स्त्री० संस्कृत भाषा। -भिसक-पु० अश्विनी कुमार । --भूमि-पु.
For Private And Personal Use Only