________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
दकाळपो
बखिरणाधी
दकाळणी-वि० (स्त्री० दकाळणी) १ उत्साहित करनेवाला, | दक्षिरण वक्रासरण-पु० योग के चौरासी आसनों में से एक ।
जोश दिलाने वाला। २ ललकारने वाला। ३ फटकारने दक्षिण साखासण-पु. योग के चौरासी आसनों में से एक । वाला।
दक्षिणा-स्त्री० [सं०] १ यज्ञ कथादि शुभ कार्य करवाने के उपरात घकाळरणी (बौ) क्रि० १ उत्साहित करना, प्रोत्साहन देना । व्याम, ब्राह्मण या पुरोहित को दी जाने वालो भेंट । २ ललकारना। ३ फटकारना।
२ दक्षिण दिशा । ३ दान, भेट । ४ यज्ञ पुरुष की स्त्री। दकूळ--देखो 'दुबळ ।
५ पुरस्कार, पारिश्रमिक । ३ दुधारु गौ। ७ दक्खिनी दक्काळो-देखो 'दकाळणौ' ।
भारत । ८ एक प्रकार की नायिका । दक्ख-१ देखो 'दक्ष' २ देखो 'दुख' ।
दक्षिरणाचल-पु० [सं० दक्षिण चल] मलयगिरि, मलयाचल । दक्खरण-देखो 'दक्षिण'।
दक्षिणाचारी-पु० [सं०] विशुद्धाचारी, सदाचारी। दक्खरणा-देखो 'दक्षिणा'।
दक्षिणापथ-पु० [सं०] दक्षिण भारत का प्रदेश । दक्खरणी (बौ)-देखो 'दाखणौ' (बी)।
दक्षिणायण--पु० [सं० दक्षिणायन] १ सूर्य की दक्षिण दिशा में दक्खि-देखो 'दुखी'।
गमन करने की क्रिया या अवस्था । २ कर्क संक्रांति से दक्खिरण-देखो 'दक्षिण'।
मकर संक्रांति तक की अवधि जब सूर्य दक्षिणायन में रहता दक्ष-पु० [सं०] एक प्रसिद्ध प्रजापति। -वि० १ किसी कार्य में है। -वि० भूमध्य रेखा से दक्षिण की ओर, दक्षिण
की पोर का। निपुण, कुशल । २ चतुर, होशियार । ३ योग्य । ४ विशेषज्ञ
दक्षिणावरत-पु० [सं दक्षिणावर्त] १ दाहिनी ओर घुमाव वाला ५ उपयुक्त, उपयोगी। ६ सावधान, तत्पर । ७ फुर्तीला।।
शंख । -वि० दक्षिणी या दाहिनी ओर मुड़ा हुप्रा । ८ सच्चा, ईमानदार । ६ दाहिना ।
दख-१ देखो 'दक्ष' । २ देखो ‘दुख' । दक्षण-वि० [सं० दक्ष] १ चतुर, दक्ष, होशियारी,
दखरण-देखो 'दक्षिण' ।--पथौ='दक्षिणपथौ' । २ देखो 'दक्षिण' । ---पंथी 'दक्षिणपंथी' ।
वखणपति (पती)-पु० [सं० दक्षिणपति] १ चन्द्रमा, चांद । दक्षरणा-देखो 'दक्षिणा' ।
२ यमराज। वक्षता-स्त्री० [सं०] निपुणता, कुशलता, योग्यता । होशियारी, | | दखणांण-स्त्री० १ दक्षिण दिशा । २ देखो 'दक्षिणायण' । चतुराई।
वखरणा-देखो 'दक्षिणा' ।। दक्षन-देखो 'दक्षिण'।
दखणाद-वि० दक्षिण दिशा का ।-स्त्री० १ दक्षिण दिशा । दक्षसावरणी-पु० [सं० दक्षमाणि] नौवें मनु का नाम ।
२ देखो 'दक्षिण' । ३ देखो 'दखगी। दक्षा-स्त्री० [सं०] १ पृथ्वी भूमि । २ देखो 'दक्ष' । दखणादि, दखणाधि, (धी,धू)-स्त्री० [सं० दक्षिण-ध्र व] दक्षिण दक्षिण-वि० [सं०] १ दाहिना। २ वाम का विपर्याय । दिशा की वायू । -क्रि० वि० दक्षिण में, दक्षिण की पोर ।
३ दक्षिण की प्रोर अवस्थित । ४ प्रिय, मधुर । ५ शिष्ट. दखणायण-देखो 'दक्षिणायण' । सभ्य, भद्र। ६ प्राज्ञाकारी । ७ अवलम्बित । ८ देखो 'दक्ष' दखरणी-पु० [सं० दक्षिणीय] १ दक्षिण देश का निवासी। -स्त्री०१ उत्तर के मामने की दिशा । २ दक्षिण देश वी २ दक्षिण देश की भाषा। ३ दक्षिण दिशा । ४ दक्षिण भाषा । -पु० ३ दक्षिण प्रदेश । ४ सभी नायिकानों पर दिशा की वायु । -वि० दक्षिण का। समान अनुराग रखने वाला नायक । ५ विष्ण । ६ तंत्रोक्त दखणीचचळा-स्त्री० एक प्रकार की वनस्पति । एक मार्ग या प्राचार।
दखणी (बी)-१ देखो 'दाखरगो'(बौ)। २ देखो 'देखणी'(बी)। दक्षिणगोळ-पु० [सं० दक्षिगा गोल] विपुवत रेखा के दक्षिण में दखन-देखो दक्षिण'। पड़ने वाली राशियां।
दखमा-पु० फारमियों का मुद रखने का स्थान । दक्षिणचतुरथांसपादांसरण (न)-पु० एक प्रकार का योगासन। | दखल(ळ )-स्त्री० [अ दखल ] १ हस्तक्षेप । २ पहुंच । २ अधिकार दक्षिरणजान्वासण, (न)-पु० [सं०] एक प्रकार का योगासन । कब्जा। -नांमौ-पु. शासक द्वारा प्रदत्त अधिकार पत्र । दक्षिणतरकासण. (न)-पु० [सं०] एक प्रकार का योगासन । दखसावरणी-देखो 'दक्षसावरणी' । दक्षिण-पथ, दक्षिणपथौ-पु० [सं० दक्षिणपथ (१ दक्षिण प्रदेश । दखा-देखो 'दक्ष'। २ इस प्रदेशोत्पन्न घोड़ा । ३ दक्षिण मार्गी।
दखिरण-देखो 'दक्षिण' । दक्षिणपादपनिगमनासण-पु० [सं०] योग के चौरामी ग्रासनों दखिरणा-देखो 'दक्षिणा' । में से एक।
दखिरणाद, (ध)-देखो 'दखणाद' । दक्षिणपाद तिरास-पु. योग के चौगसी प्रासनों में से एक। । दखिरणाधी (धू)-देखो 'दखणाद' ।
For Private And Personal Use Only