SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 630
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra थिरकस २ नाचना, अंग मटकाना ३ देखो 'थरकणी' (बी) । ० चित्त वृतियों के निरोध का चिन्तन, वित्त की रिक्षा चिरलाई स्त्री० [सं०] स्थिरता] २ स्थायित्व | ३ स्थिर रहने निश्चलता ४ मजबूती । - वि० स्थिर, सटल | एकाग्रता । २ परब्रहा । विरवर १० [सं० स्थिरावर ] भूमि पर करने वाले (बी) प्राणी, स्थल वर । www. kobatirth.org थिरथाप, थिरथोप - वि० अटल, दृढ़, स्थिर थिरपणी (बी) १ देखो 'पाणी' (बी) । चिरमी ५० उत्तम श्रेणी का एक वस्त्र 1 विरयंत विरक्तौ वि० [सं०] स्थिरयत] स्थिर ल थिरा - स्त्री० [सं०] स्थिरा] पृथ्वी, वसुधा । थिरी-देखो 'थड़ी' | ( ६२१ / १. धीरज शांति की अवस्था, ठहराव, दृढ़ता 1 ५ प्रचंचलता । श्रीवळि (ळी) - देखो 'त्रिवळ' | ० नृत्य का एक बोन 1 थिर (क) वि० [सं०] स्थिर] स्थिर, घटन थिवर-देखो 'थविर' । थी स्त्री० १ निद्रा । २ रेवा नदी । ३ स्त्री, भोरत । -पु० ४ समुद्र, सागर । ५ घाव । प्रत्य० तृतीया या पंचमी विभक्ति का चिह्न से अव्य० है' का भूतकालिक स्त्री रूप | बी० [सं० स्थास्तु १ जमा या उसा हुधा (पी) २ गाढा । ३ । थीतंकर-देखो 'तीर्थंकर' । श्रीमड़ी पु० बछड़े के मुंह पर बांधने की लगी चमड़े की पट्टी थीवर - देखो 'थविर' । 1 थुडणी (बी) - क्रि० [सं० थुड्] १ ग्राच्छादित होना, छाना, फैलना । २ देखो 'थुड़णो' (बी) । । २ देको 'बरपणी' (दो)। बुषणों (यो) - क्रि० [सं० ष्टुम] १ स्तुति करना, प्रशंसा करना । विशेष मानना गुणगाना स्मरण करना, याद २ करना । डी पी० स्त्रियों के सिर का आभूषण विशेष थुभ, धुंभी- पु० [सं० स्तूप] १ स्तूप । २ देखो 'थ्रु'भी' । शु- पु० १ विष्णु । २ त्याग । ३ झूठ । स्त्री० ४ कोयल | वि० १ मैला, कुचला ५ श्रविद्या मूर्खता । ६ जूठन २ जूठा, उच्छिष्ट । थुइ, थुई स्त्री० १ ऊंट के पीठ पर उभरा हुआ भाग । २ बैल या सांड के अगले पैरों के ऊपर का उभरा भाग, डिल्ला. कोहान पुष्टता ४ धागे निकला या पेट, तोंद [सं०] [स्तु ] ५ स्तुति, प्रशंसा । थुप्रो देखो 'यू' । थुकरणी (at) - देखो 'थूकरणी' (बी) । थुकाई - स्त्री० थूकने की क्रिया या भाव। थुकारगी, (बी), थुकावरणी (बौ) - क्रि० [सं० धुत्करण] १ थूकने के लिये प्रेरित करना, थुकवाना २ उगलवाना । छुड़ -५० १ सूक्ष का बना । २ वृक्ष मु. नासमझ । लड़ना मिना टक्कर से २ २ किसी कार्य में क्षमता से अधिक श्रम करना, जोर लगाना । • गुत्थमगुत्था होना । ५ डगमगाना, लड़खड़ाना । थुड़ि देखो 'थुड़' । थुडि - पु० एक प्रकार का व्यंजन | कारणों (बी) देखो 'बुचकारणी' (बी) | धुतकारियो, पुतकारी-देखो 'युपकारी' युतकी, थुतको देखो 'थुथको' । - थुमहारी (चौ) ० [सं० युत्करणम्) १ दोष रष्टि से ] बचाने के लिये मुंह से थू-थू करना, टोना करना । २ सराहना, नजर लगने योग्य बताना । Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir दुबकारी चुपकारी, बुथको बुथको पु० [सं० टकार ] १ दोष दृष्टि बचाने के लिये मुंह से थू-थू करने की क्रिया । २ मुंह से चूकने की किया। वर-देखो 'पर'। लील्ली-देखो 'मी' rant (at) - देखो 'थावणी' ( वौ ) । थुवौ थुहौ-देगो 'थुप्रो' । थू -- देखो 'तू' । बड़ो थुरन स्त्री० [सं० स्फुरणम् ] १ फड़कन, स्फुरण । २ हिलने की क्रिया या भाव | रमो-देखो 'चिरमी' । 7 क- देखो 'थूक' । 'बड़ी-देखो 'ई' | | थू बड़ौ-देखो 'थ'बो' । g art (बी) - देखो 'करणी' (बी) । कम ड-पु० धक्का-मुक्की, फसाफस्सी । धींगा मस्ती | धुंड, पंडर स्त्री० थूथन । श्रृंगी - स्त्री० [सं०] स्थूणा ] १ बिल्ली, खंभ । २ घास-फूस की छाजन खपरैल । ३ मथदंड का फंदा अटकाने की गड़ी हुई लकड़ी की देखो 'वकारों' थी - स्त्री० छोटे कानों वाली बकरी । 'ब-देखो 'बी' For Private And Personal Use Only
SR No.020588
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1986
Total Pages799
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size20 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy