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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra तपोतम तप्पना- स्त्री० www. kobatirth.org ० तपस्या | ( ५५९ ) तपोतम- पु० [सं० तप उत्तम ] १ श्रेष्ठ, तपस्वी । २ उत्तम तपस्या । तपोधन- पु० [सं० | १ तपस्यारूपी धन वाला । २ ऋषि, मुनि, महात्मा । ३ ऐश्वर्यवान, भाग्यशाली । तपोनिध (निधि) ० [सं० तपोनिधि] १ ब्रह्मा २ विष्णु तबड़ मूनियम की बड़ी तस्तरी (मेवा) - पु० । । पु० । ३ संन्यासी, ऋषि । तड़क-स्त्री० [१] दौड़-भाग याद करने की किया या भाव । २ देखो 'तबड़को' । तबड़करणी ( बौ) - क्रि० १ उछलते हुए दौड़ना । २ चारों पैरों को उठाते हुए दौड़ना, चौकड़ी भरना । तपोवन पु० [सं० तपोबल]] १ तपस्या से उपार्जित शक्ति । २ सिद्धि । ३ राज्यबल । ४ ऐश्वर्यबल, वैभव । तपोभूमि - पु० [सं०] १ तपस्वियों का स्थान । २ तपस्या करने का स्थान, तपोवन । ३ ऋषियों का श्राश्रम | तपोमूरति पु० [सं० तपोमूर्ति ] १ महातपस्वी । २ परमेश्वर । तपोरति वि० [सं०] तपस्या में लीन, मग्न । तपस्या का अनुरागी । तबड़कौ पु० १ छलांग लगा कर दौड़ने की क्रिया या भाव। २ पैने शस्त्र या श्रीजार की चुभन । तपोरासि (सी) पु० [सं० तपोराशि] उपस्वी, मुनि तपोलोक - पु० [सं०] जन लोक से ऊपर एक लोक । तपोवन- देखो 'तपोभूमि' । 1 तपोवृद्ध - वि० १ जो बहुत तप कर चुका हो । वृद्ध । ३ महामुनि । ४ तपस्या में श्रेष्ठ तप्त - वि० [सं०] १ तपा हुम्रा, उष्ण, गर्म । २ आग पर तपाया हुआ । ३ जला हुआ, दग्ध । ४ तप कर लाल हुआ । ५ संतप्त, पीड़ित । ६ तपस्या में तपा हुआ । ७ दक्ष । - कुंड - पु० गर्म जल का कुण्ड । एक तीर्थं स्थान । - मुद्रा स्त्री० [विष्णु प्रायुषों के चिह्न । तप्प - देखो 'तप' | तपस्वियों में तफरीह - स्त्री० [अ०] १ प्रमोद-प्रमोद, मनोरंजन । २ प्रसन्नता खुशी । ३ हंसी, दिल्लगी । ४ सैर, भ्रमण । तफसीर - स्त्री० [अ० तफसील ] १ विस्तृत विवरण ब्योरा । २ मोरेवार विवरण । ३ टीका ४ सूची, फरिस्त, फर्द | -वार- क्रि०वि० ब्योरेवार । तफावत तफावत पु० [० तात] १ अन्तर भेद फर्क २ दूरी, फासला । तर्फ पु० वन अधिकार । तफौ- पु० १ दल, समूह । २ वजन, बोझा । ३ कलंक, दोष । तब - अव्य० [सं० तदा] १ उस समय । २ इस कारण । तबक पु० [अ०] १ ब्रह्माण्ड के कल्पित खण्ड | लोक । तल । २ सोने या चांदी का बरक । ३ परत, तह । ४ मेंढक की चाल । ५ घोड़ों का एक रोग । ६ थाली । गर-पु० सोने-चांदी के बरक बनाकर बेचने वाला । तब किया-हड़ताळ (हरताळ ) - स्त्री० एक प्रकार की हड़ताल । Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir तबकी पु० [अ०] तबक) १ सोने या चांदी का बरक २ किसी नुकीले या पैने श्रीजार या शस्त्र के चुभने का भाव । ३ रह-रह कर उठने वाला दर्द, टीस । ४ दल, या संघ । पार्टी तबीय तबज्या स्त्री० [प्र० तवज्जुह ] १ ध्यान, देख-रेख । २ कृपा-दृष्टि । तबदील वि० [अ०] १ बदला हुवा परिवर्तित २ तबदीली तबदीली स्त्री० परिवर्तन बदलाव । 1 1 तबर - पु० [फा०] १ बड़ी कुल्हाड़ी । २ परशु । ३ कुल्हाड़ीनुमा हथियार । ४ देखो 'तबरों' | तबरक- पु० बारूद आदि रखने की कमर पेटी । तरियो तबरी ०१ कुछ बड़ा व चौड़ा पात्र २ बड़ा कटौरा तबल पु० [फा०] १ बड़ा दोल । २ नगाड़ा ३ कुल्हाड़ी नुमा बड़ा शस्त्र । ४ खाने पकाने का बर्तन । ५ देखो 'तबलौ' । -- बंध- पु० रणवाद्य बजाने वाला । 'तबल' शस्त्रधारी । — बाज पु० तबला बजाने वाला, 'तबल' बजाने वाला | 'तबल' शस्त्रधारी । तबली स्त्री० १ सारंगी वाद्य के नीचे का भाग । २ मल-मूत्र करने की थाली, पाला । तबलीयौ, तबली, तबल पु० [० तदल] १ दोलक की सी आवाज करने वाला वाद्य जिसके नर मादा अलग-अलग होते हैं । २ चूतड़ | ताक पु० [अ०] १ बड़ा चापरात २ स्तरीनुमा मिट्टी का पात्र ( मेवात ) । For Private And Personal Use Only तबाह - वि० [अ०] नष्ट -बर्बाद तहस नहस । तबियत - स्त्री० [० तबीयत] १ चित्त, मन, जी । २ स्वास्थ्य | ३ मिजाज, मानसिक दशा । ४ इच्छा, कामना । ५ प्रकृति, स्वभाव । ६ बुद्धि, समझ भाव -दार वि० मनचला, रसिक समझदार खुशमिजाज । तबो-देखो 'तभी' । तबीयत देखो 'तवियत' । तोड़ (डौ)- देखो तबकी' । तबीब, तबीव पु० [प्र० तबीब] चिकित्सक, वैद्य, हकीम ।
SR No.020588
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1986
Total Pages799
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size20 MB
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