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ढबक
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( ५४३ )
बी० १ पानी में कोई पात्र बने या कोई वस्तु गिरने से स्त्री० उत्पन्न ध्वनि । २ पात्र में पानी हिलने से उत्पन्न ध्वनि । ३ झपकी, निद्रा । ४ कलंक, दोष ।
ढबकरण - स्त्री० कूए के पानी को समान सतह पर बताने वाला माप दण्ड ।
(बी) कि० १ रुकना, ठहरना । २ बंद होना ढबू पु० १ तांबे का एक प्राचीन सिक्का । २ गुब्बारा । १३ गुब्बारे की तरह फुला हुआ कोई प्राणी या वस्तु । ढबूसौ-पु० हाथ की श्रद्धचन्द्राकार मुद्रा से गर्दन पकड़ कर धक्का देने की क्रिया या भाव।
दबोड़व कि०नि० १ ठीक ढंग से उचित रीति से २ क्रम पूर्वक
"
ढब्बरण, (न) - वि० १ अटल अडिग दृढ़ । २ देखो 'ढबरण' । बर पु० गंदे पानी का बड़ा (मेवा)
देखो''
ढमंक स्त्री० नगाड़ा आदि वाद्य की ध्वनि । ढकरण (at) - देखो ढमकरणी' (बी) । मंकारी पु० नगाड़ा, डोल यादि को ध्वनि । ढमंकी- देखो 'ढमकौ' ।
ढमकौ पु० १ वाद्य ध्वनि । २ शोभा, चमक-दमक । दमक्कली (बी) देखो 'को' (ब)। ढमढ़मकार-स्त्री० ढोल आदि की ध्वनि ।
ढक्करण (बी) - देखो 'ढमकणी' (बी) ।
ढम ढमक - पु० १ नगाड़े की ध्वनि । २ गति या चाल विशेष ।
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दमकणी (बी) - क्रि० १ वाद का बजना ध्वनि होना २ ढोल
की ध्वनि होना ।
ढळकंतौ- पु० हाथी, गज । ढळक-स्त्री० १ ढीला चलने की क्रिया या भाव। २ ढालू या ढलवा भूमि । ३ लुढ़कने की क्रिया या भाव। ४ प्रसू गिरने का भाव । ५ हिलने-डुलने की क्रिया या भाव। ढळकरणी ( बौ) - क्रि० १ इधर-उधर हिलना-डुलना । २ झलकना, चमकना । ३ नीचे की ओर घुड़कना, लुढ़कना । ४ लटकना । ५ फहराया जाना, फहरना । ६ खिसकना, सरकना । ७ वृताकार घूमना फिरना। ८ एक ओर से क्रमशः सूक्ष्म या पतला होना ।
काली (बो), काव (बी) ० १ इधर-उधर हिलानाडुलाना । २ झलकाना, चमकाना । ३ नीचे की ओर लुढ़काना, घुड़काना । ४ लटकाना । ५ फहराना । ६ खिसकाना, सरकाना । ७ वृत्ताकार घुमाना ८ एक ओर से क्रमशः पतला करना ।
ढळकौ पु० नेत्रों का एक रोग ।
दमकाrt (at), मकावली (बी) डोल नगाड़ा बादि उकरणी (बौ), ढळलो (बो-देखो 'को' (दो)।
वाद्य बजाना ।
ढळखारणी (बी), ढळखावरणौ (बौ) - देखो 'ढळकावणी (बी) । डळ (बी० [सं ध्वति] १ पानी बादि तरल पदार्थ का नीचे की ओर बहना, ढरकना । २ गिरना, पड़ना । ३ सरकना, खिसकना । ४ भेंट धरना, रखना । ५ बिछना । ६ डेरा या पड़ाव डाला जाना । ७ जाना, खिसकना 1 ८ लौटना । ९ मवेशी का चरने के लिये दूर जाना । १० किसी निश्चित स्थान से आगे बढ़ना । ११ एक निश्चित ऊंचाई पर जाने के बाद नीचे की ओर बढ़ना । १२ अस्ताचल की ओर बढ़ना । १३ गुजरना, बीतना । १४ निर्मित होना, बन कर उतरना । १५ गला कर संचे में जमाया जाना । १६ किसी मयादी रोग की प्रचण्डता कम होने की अवधि प्राना । १७ वीर गति को प्राप्त होना । १८ अवसान होना, मरना । १६ कट कर गिरता । २० प्रवृत्त होना, झुकना । २१ आकर्षित होगा २२ रोकना, प्रापित होना। २३ अनुकूल होना। २४ चंवर आदि डुलाया जाना ।
ढमढ़मरणौ ( बौ) - क्रि० ढोल को बजाना, बजाने के लिए ढोल पर प्रहार करना, डंका लगाना ।
ढमढ ेरे - पु० १ सूना व बड़ा भवन । २ बड़े भवन का खण्डहर । ३ मलबे का ढेर । ४ लंबा-चौड़ा घेरा हुश्रा क्षेत्र । ढमलो- पु० मिट्टी का कटोरा ( मेवात ) ।
ढमाढ़म-स्त्री० ढम ढम ध्वनि ।
ढयोड़ी - वि० ढहा हुआ, गिरा हुआ, पड़ा हुआ । ढर-स्त्री० भेड़, बकरी आदि के संकेत के लिए मुंह से की जाने वाली ध्वनि, टर्र ।
ढरकाणी (बौ), ढरकावरणौ (बी) - देखो 'ढळकारणी' (बी) । दरकली (बी) देखो' बो दरड़कौ० ध्यति विशेष ढरड़ौ - देखो 'ढररो' ।
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ठरली (बी) फि० १ गिरना, पड़ना २ लुना २ उता - । लुढ़कना । । डररी-५०१ शैली खाली तरीका ढंग २ पथ मार्ग,
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रास्ता । ३ परम्परा प्रथा । ४ उपाय, युक्ति । ५ चाल चलन, प्राचरण |
ढळ स्त्री० १ शासक या सरकार द्वारा रक्षित नीची व ढालू भूमि । २ देखो 'ढळो' । ढल स्त्री० ढाल ।
ढळपति-पु० दिल्लीपति, बादशाह । (बौकि० शिथिल होना
बळहळली
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