________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
टोचियो
( ५१५ )
टुचकारको
७ पुरुषों की पगड़ी में बांधने का प्राभूषण विशेष । ८ घोड़े टोलौ-पु०१र, टोबा । २ बालू का ढेर । ३ राजतिलक । का भाल जहां भंवरी या चिह्न होता है । ९ हैजे ग्रादि रोगों ४ अगवानी । ५ तिलक, टीका । ६ एक प्रकार का के बचाव हेतु लगाई जाने वाली औषधि की सुई । प्राभूषण । १० मृतक के पीछे बारहवें दिन को संबंधियों द्वारा टीवरणौ (बौ)-देखो 'टींगणी' (बौ)। दिया जाने वाला रुपया, वस्त्रादि सामान । ११ राजा, | टीस-स्त्री० १ तीव्र दर्द, कसक, पीड़ा । २ दर्द भरी प्रावाज, अधिपति । १२ राज सिंहासन पर बैठने पर पड़ोसी राजा चीख । द्वारा दिया गया बधाई का संदेश ।
टोसणी (बौ)-क्रि० १ तीव्र दर्द, होना, कसकना । २ दर्द में टीचियौ-पु०१ हल्का घाव । २ घाव, चोट प्रादि का निशान । चीखना, कराहना। टोटण-स्त्री० एक प्रकार का छोटा जानवर ।
टीसी-स्त्री० १ चोटी, शिखर, शिरा । २ टहनी । ३ नाक का टोटम, टीटी, टीटूड़ी-देखों 'टींटोड़ी।
अग्रभाग। टोड, टीडी-देखो 'नीड' ।
टुकार-देखो 'टोकार'। टीडी-मळको-पु० स्त्रियों के भाल का एक प्राभूषण विशेष । टुगरी, टुंगारी-वि० तुनक मिजाज, चिड़चिड़ा। टीप-स्त्री० १ दीवार प्रादि में पत्थरों को जोड़ने के लिये टुटौ-देखो 'टूटी' (स्त्री० टुटी)।
लगाया जाने वाला चूने, सीमेंट का मसाला । २ पुराने मकान टुडी-स्त्री० [सं० तुण्डी] १ ठोडी । २ नाभि । ३ देखो 'तू'डी' । की मरम्मत । ३ चूने की पिटाई । ४ गाने का ऊंचा स्वर | टु-पु० १ हाथ । २ सुहागा । ३ मुर्गा । ४ मुकुट । ५ चोटी। तान, अलाप । ५ चंदे का धन । ६ चंदा देने वालों की | ६ सुदर्शन चक्र ।। नामावली । ७ खर्च का ब्योरा । ८ याददाश्त के लिये टक-वि० १ किंचित, थोड़ा, न्यून । २ देखो 'टक'। की जाने वाली लिखावट । ६ संगीत का स्वर विशेष । ३ देखो 'ट्रक'। ४ देखो 'टुकी'। १० वाद्य ध्वनि । -वि० अत्यधिक ठण्डा । -टाप-स्त्री० टुकड़-१ देखो 'टिक्कड़' । २ देखो 'टुकड़ो' । तैयारी, सजावट । दिखावटी शृगार । मरम्मत । टुकड़गदाई-स्त्री. भीख मांगने का कार्य । -वि० सजा हुमा, तैयार, पूर्ण ।
टुकड़गदौ, टुकड़तोड़-पु. १ भिखारी। २ रिश्वतखोर । ३ केवल टीपणी-स्त्री० १ चंदे की सूची। २ देखो 'टिपणी' ।
उदर पूर्ति का ध्यान रखने वाला । ४ मुफ्त की खाने टीपणौ-पु० [सं० टिप्पनकम्] तिथि-पत्रक, पंचांग ।
वाला । टीपरणी(बी)-क्रि० लिखना, अंकित करना । टांकना । टुकड़ी-स्त्री० १ करघे से बुना एक मोटा कपड़ा। २ मांस रखने टीपर, टीपरियो, टोपरी, टीपरी-पु० घी, तेल दूध आदि लेने का बर्तन । ३ सेना का एक दल, भाग । ४ छोटा खेत । ___का उपकरण जिसके खड़ा डंडा बना होता है।
टुकड़ेल, टुकड़ेल-वि० १ भिखारी । २ रिश्वतखोर । ३ खिलाने टीपाटीप-वि०१ पूर्ण भरा हमा, लबालब । २ शौकीन । वाले का पक्षधर । टोबर, टीबरण, टीबरणी-स्त्री०१ एक वृक्ष विशेष जिसके पत्तों टकडो-पू० [सं० स्तोक] १ खण्ड, टुकड़ा । २ अंश, भाग ।
बाड़िया बनता है । २ एक पाधा जिसका पत्तिया ३ रोटी का कोर । ४ रिश्वत का पैसा । औषधि के काम प्राती हैं।।
टुकइक, टुकियक-वि० १ थोड़ासा, तनिक । २ क्षण या निमिष टोबरौ-पु० १ फूटा हुप्रा मिट्टी का जल पात्र । २ देखो 'टीबर'।
मात्र। टीबी-स्त्री०१ क्षय रोग । २ छोटा टीबा । ३ एक देश टुकरी-स्त्री० रोटी। का नाम ।
टुकिया, टुकी-स्त्री. स्त्रियों के उरोज पर रहने वाला चोली टीबो-पू० १ बालू का पहाडनुमा । २ रेगिस्तानी पहाड़ी। का भाग। टीमक-स्त्री० खरगोश के शिकार में काम आने वाली कावड़ । टुक्कड़-१ देखो 'टिक्कड़' । २ देखो 'टुकड़ो' । टीमरु, टोमरुऔ-पु० लक्कड़बग्घा ।
टुग-देखो 'टुक' । टीमल-पु० कार्य, कान कृत्य ।
टुगटुग-क्रि०वि० धीरे-धीरे चलते हुए। टोली-स्त्री०१ बिन्दी', तिलक । २ एक प्रकार का प्राभूषण ।
टुगमुग-क्रि०वि० एक टक देखते हुए । ३ गिलहरी।
टुगर-स्त्री० स्थिर दृष्टि से देखने की क्रिया या भाव । टोलु (लू)-देखो 'टीलो'।
टुचकार-देखो 'टिचकारी'। टोलोड़ी-स्त्री० गिलहरी।
टुचकारणी (बी)-देखो 'टिचकारणो' (बी)।
For Private And Personal Use Only