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डवली
छात्र
छवरणो (बी)-क्रि० १ स्पर्श करना, छूना । २ छाना, आच्छादित | छांटौ-पु० १ जल का छींटा । २ छींटा, धब्बा । ३ छोटा दाग । करना ।
४ अनुचर। छवरी-पु० वृक्ष, पेड़।
छांडणी (बी)-देखो 'छोडणी' (बी)। छवाई-स्त्री० १ छाने का कार्य । २ इस कार्य की मजदुरी। छारण-स्त्री० १ छान-बीन, जांच । २ अनुसंधान, शोध । ३ छानने ३ ग्रंथी, गांठ।
की क्रिया या भाव । ४ सूखा गोबर । छवारणी (बी), छवावणी-(बो)-क्रि० १ छाने का कार्य कराना, | छांगणी-स्त्री० चलनी, जरिया। पाच्छादित कराना । २ स्पर्श कराना ।
छांणणौ (बो)-क्रि० १ पाटे, चूर्ण या द्रव पदार्थ को बारीक छवारौ-पु० खजूर ।
वस्त्र या चलनी में से निकालना, छानना । २ मिश्रित छवि-स्त्री० १ चर्म, चमड़ी। २ शोभा ।
वस्तुओं को जुदा-जुदा करना। ३ जांच पड़ताल करना । छवित्तांण, छविह-पु० [सं० छवित्राण] १ शरीर के वस्त्र । ४ ढूंढ़ना, खोजना । ५ छेदना ।
२ कंबल । ३ कवच, वर्म। (जैन) ४ देखो 'छविह। छांगत-स्त्री. १ कलंक, दोष । २ चुभने वाली बात । छवीस- देखो 'छटबीस'।
छोरणबीरण-स्त्री. १ जांच, पड़ताल । २ शोध, अनुसंधान । छवयो-पु० छाने वाला कारीगर ।
छारणस-पु. पाटा छान कर साफ करने पर निकला हुअा भूसा । छवौ-पु० १ ऊमर भूमि । २ बच्चा।
छारणी-पु० [सं० छगण] गोबर का उपला कण्डा । छविह-वि० [सं० षट्विध] छः प्रकार का । (जैन) छान-स्त्री० [सं० छन्न] १ कच्चे छाजन वाला कक्ष । २ कच्चा छसि-वि० [सं० षट्शतानि] छ: सौ ।
छाजन । ३ गुप्त रखने का भाव । ४ गुप्त धन । छह-देखो 'छ।
५ देखो 'छोरण'। छहड़ौ-पु० कलह, झगड़ा, बिवाद ।
छांनउ-देखो 'छांनी'। छहतरी-पु० छिहत्तर का वर्ष ।
छांनके (क)-क्रि०वि० छुपे तौर पर । छहलो-वि० (स्त्री० छहली) अन्तिम, आखिरी ।
छानवरण (वारण)-स्त्री० गुप्त रूप से संगृहीत सम्पति । छहोड़णो (बो)-देखो 'चहोड़ो' (बो)।
छानु (नू)-देखो 'छांनौ'। छहोतरौ-देखो 'छियंतरी'।
छांन-क्रि० वि० गुप्त रूप से, चुपके से । -छुरके (क), छां-अव्य० [सं० प्रस्] हैं, होने का भाव । -स्त्री० छाया। सीक-क्रि० वि० गुप्त रूप से, चुपके-चुपके । छांग-स्त्री० १ मवेशियों का दल या समूह । २ वृक्ष की कटी छांनउ, छांनौ-वि० [सं० छन्न] (स्त्री० छांनी) १ गुप्त, छपा टहनी।
हुआ। २ शांत, चुप-चाप । ३ अप्रकट । -मांनी-वि० छांगड़ी-वि० काटने वाला, संहार करने वाला ।
चुपचाप, शांत । छांगरणी (बी)-क्रि० [सं० छजि] १ वृक्ष की टहनियां काटना । छामोदरी-वि० [सं० क्षामोदरी] छोटे पेट वाली ।
२ काट-छांट करना । ३ मारना । ४ कम करना । छाय, छायड़ी, छांया, छांव, छांवड़ी-देखो 'छाया'। छांगी, छांगीर-देखो 'छांहगीर' ।
छाया-छकड़ी-स्त्री० एक देशी खेल । छांछळी-स्त्री० बड़ी, भयंकर तोप। .
छावरणी-देखो 'छावणी'। छांट, छांटडली, छोटड़ी-स्त्री० १ छांटने की क्रिया, छंटाई । छांवळ (ळी)-स्त्री० १ प्रतिछाया, परछाई । २ छोटे-छोटे
२ काट, छांट। ३ कतरन । ४ चयन, चुनाव । ५ वर्षा बादलों से होने वाली हल्की-हल्की छाया । ३ एक प्रकार की बूद।
का वाद्य । छाटणी-स्त्री० १ छांटने का कार्य । २ छंटनी । ३ छितराना, छांह (ड, डो)-देखो 'छाया' । उछाल कर फैलाना आदि क्रिया ।
छाहगीर-पु० राजछत्र । बड़ा छाता । छाटणी (बी)-कि० १ चयन, चुनाव करना । २ छंटनी करना । | छांहड़ी-पु० छोटा कंटीला पौधा ।
३ छितराना, बिखेरना । ४ काट-छांट करना। ५ कतराना। छांहरी, छांही-देखो 'छाया'। ६ छींटे लगाना, छिड़कना । ७ कूटना, फटकना । ८ शेखी छा, छा'-स्त्री० १ क्रान्ति । २ छाया । ३ रक्षा । ४ छाछ । बघारना ।
५ प्रावरण, ढक्कन । ६ चिन्ता या दुःख के कारण चेहरे छांटारणो (बौ)-देखो 'छटागो' (बौ) ।
पर होने वाला काला दाग । ७ एक प्रकार का नेत्र रोग । छोटी-स्त्री० १ बेगार, मुफ्त का कार्य । २ सेवा, चाकरी । वि० थे, था। ३ तेज गति, दौड़ ।
छाम-देखो 'छाया'।
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