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गोतियह
गोसियळ, (सेल)-वि० गुस्सैल, क्रोधी।
गौख (डौ)-देखो 'गोख'। गोसी-पु० कुए पर पानी का मोट खाली करने वाला व्यक्ति । गौड़-पु० १ बंग देश का प्राचीन नाम । २ कायस्थों का एक गोसूक्त-पु० गोदान के समय पढा जाने वाला अथर्ववेद का अंश। भेद । ३ एक ब्राह्मण वर्ग । ४ एक क्षत्रिय वंश । ५ जलाशय गोसी-पु० [फा० गोशः] १ कोना । २ कोष्ठक । ३ कमान की की तरंग या हिलोर । ६ पशुओं के गले में होने वाला एक
नौक । ४ प्रांख की पलकों के बीच का स्थान । ५ एक रोग ग्रंथि रोग । ७ देखो 'गोड' । ---नत-पु. एक संकरराग । विशेष । ६ अण्डकोश । -वि० गुप्त ।
-पाद-पु. शंकराचार्य के दादा गुरु । -मल्लार-पु.. गोस्ठी-स्त्री० [सं० गोष्ठी] १ लोगों का समूह । २ सभा। राग विशेष । -सारंग-पु० एक राग विशेष ।
३ मण्डली। ४ वार्तालाप । ५ परामर्श, सलाह । ६ सैर, | गौड़ा-स्त्री० निंदा, आलोचना ।
सपाटे व खाने-पीने का प्रायोजन । ७ गुप्त मंत्रणा। । | गौड़ाटी, गौड़ावटी-स्त्री० गौड़ वंशीय क्षत्रियों के राज्य गोस्त-पु० [फा० गोश्त] मांस, आमिष ।
को भूमि । गोस्तनी-स्त्री० [सं] दाख, मुनक्का ।
| गौड़ारव, (गौड़ीरव) गौड़ीरव-पु०१ समुद्र, सागर । २ प्रवाह । गोग-पु० [सं० गोश ग] १ एक पौराणिक पर्वत । २ बबूल ३ प्रवाह की ध्वनि । ४ हाथी की मस्ती की ध्वनि । वृक्ष । ३ एक ऋषि का नाम ।
५ समुद्र की लहरों के टकराहट की ध्वनि । ६ हाथी । गोस्वामी-पू० [सं०] १ गाय का स्वामी । २ ईश्वर। गोड़िया-बाजी-स्त्री०१ नट-विद्या । २ ऐन्द्रजालिक, जादुगरी। ३ संन्यासियों का एक भेद । ४ विरक्त साधु । ५ जितेन्द्रिय।
प नि ३ छल, कपट । -वि० श्रेष्ठ।
| गौड़ियो-पु० [सं० गारुडिकः] १ जादूगर, बाजीगर । २ संपेरा। गोह-स्त्री० [सं० गोधा] १ छिपकली जाति का एक बड़ा व
३ गौड़ रोग से पीड़ित पशु । विषला जंतु । २ उदयपुर राजवंश का एक पूर्व पुरुष । गोड़ा-स्त्रा० आज गुण काव्य का एक राति । २ एक ३ निषाद राज गुह ।
रागिनी। गोहरणो-देखो 'गहणी'।
गौढा, गोटे-देखो 'गोढां'। गोहर-देखो 'गो'र'।
गौण-वि० [सं०] १ जो मुख्य न हो । २ कम महत्त्व का।
३.प्रधान का उल्टा । ४ गुणवाचक । गोहरी-पु० गायों को चराने वाला ग्वाला ।
गौणी-स्त्री० एक प्रकार की लक्षणा। गोहरो-देखो 'गोह'।
गौरणी -पु० १ खलिहान । २ गमन, विदाई । ३ देखो 'गोणी' । गोडिर-१०१ गांव या मोहल्ले के बीच का खुला स्थान । गायों गौतम - भरटाज ग्राषि का नाम । मतानन्द मनि ___ को रखने का स्थान।
का नाम । ३ द्रोणाचार्य के साले कृपाचार्य का नाम । गोहिरी-देखो 'गोहरी'।
४ बुद्ध भगवान का नाम । ५ न्यायशास्त्र प्रवर्तक का नाम । गोहली-देखो 'गहलौ'। (स्त्री० गोहली)
-संभवा-स्त्री० गोदावरी नदी। गोही, गोहीयाळ-वि० १ कपटी, धूर्त, चालाक । २ देखो 'गोई। गौती-देखो 'गोती'। गोई, गो-देखो 'गंऊ'।
गौदान-देखो 'गोदान'। गोहूँ, माळ (वाळ) -देखो 'गंवाळ' ।
गौन-पु० [सं० गमन] १ गमन । २ विदाई। ३ देखो 'गौण'। गोही-देखो 'गोवो'।
।' गौम-देखो 'गोम'। दो-स्त्री० [सं०] १ गाय, गऊ । २ किरण । ३ सरस्वती। गौमुखी-देखो 'गोमुखी' ।
४ वाणी। ५ जिह्वा । ६ पृथ्वी । ७ माता । ८ वृष राशि। गौमूत-देखो 'गोमूत' । ६ ख । १० दृष्टि । ११ बिजली । १२ नौका । गौमेद-देखो ‘गोमेद' । १३ दिशा । १४ इन्द्रिय। १५ सुगंध । १६ रोमावली। गौर गि-देखो 'गौरांग' । १७ बकरी । १८ भेड़ । १९ वसंत । -पु० २० सूर्य। गौर-वि [सं०] १ सफेद, श्वेत । २ पीला । ३ लाल । २१ चन्द्रमा । २२ घोड़ा । २३ बैल । २४ बंदर । २५ तीर, ४ चमकीला, दीप्ति युक्त । ५ गौरवर्णी । ६ विशुद्ध, बाण । २६ स्वर्ग । २७ कल्पवृक्ष । २८ वज्र । २६ घर । स्वच्छ । ७ मनोहर । -पु० १ सफेद रंग । २ पीला व ३० वृक्ष । ३१ पक्षी । ३२ हाथी। ३३ जल । ३४ शिव लाल रंग । ३ चन्द्रमा । ४ एक प्रकार का हिरन । ५ एक का गण । ३५ अंक । ३६. शब्द । ३७ केश। मैंसा विशेष । ६ चैतन्य महाप्रभु । ७ कमल-नाल । ८ केसर। -प्रव्य यद्यपि । अगरचे ।
९ स्वर्ण, सोना।
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