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कमरांसचोका
( १९९ )
कसुब
कमरांसचोका-वि० कटिबद्ध, तैयार।
कमळू-देखो 'कमल'। कमरी-स्त्री. १ ऊंट का एक प्रकार का वात रोग। २ इस रोग | कमळी-पू० १ ऊंट । २ देखो 'कंवळी' । ३ देखो 'कमळ' ।
से पीड़ित ऊंट। ३ एक प्रकार की कुरती, अंगरखी। कमसल-देखो 'कमअसल' । कमरौ-पु० [ल० कमेरा] बैठक का कक्ष । कक्ष ।
कमसीस-पु. १ शिरस्त्राण, शिर कवच । २ गढ़ का कंगुरा । कमळ-पु० [सं० कमल] १ जलाशयों में होने वाला एक प्रसिद्ध
जलाशया महान वाला एक प्रसिद्ध कमहत-पु० बादल । पौधा व इसका पुष्प । २ जल । ३ तांबा । ४ अर्क या दवा | कमांण (न)-पु. १ धनुष, कमान । २ कमाई। ३ मेहराव । विशेष । ५ सारस पक्षी। ६ मूत्रस्थली। ७ मुख, बदन। ४ प्राज्ञा, आदेश । ५ फौज का नेतृत्व । ८ एक हिरन विशेष । ९ ब्रह्मा । १० शिव । ११ मस्तक । कमाणी-देखो 'कबांणी' । १२ आकाश। १३ योग के अनुसार शरीरस्थ चक्र । कमाई-स्त्री० १ परिश्रम द्वारा की जाने वाली प्राय, अर्जन, १४ डिंगल का एक छंद । १५ छप्पय छंद का २९ वां भेद । उपार्जन । २ अजित धन | ३ लाभ, मुनाफा । ४ कार्य, १६ वेलियो सागौर का एक भेद। १७ मछली। १८ चन्द्रमा। व्यवसाय । -वि० अजित । १९ सूर्य । २० शंख । २१ मोती । २२ समुद्र । २३ एक कमाऊ-वि० १ कमाने वाला, उपार्जन करने वाला । २ उद्यमी। प्रकार का घोड़ा। २४ ऊंट । २५ पृथ्वी। -वि० १ कोमल । कमागर-स्त्री० शस्त्र बनाने का कार्य करने वाली जाति व इस २ श्वेत । ३ लाल, रक्ताभ । -कोसरी-वि० पीला, पीत। जाति का व्यक्ति । ---गट्टी-पु० कमल का बीज । ---ज, जूरण,जोण,जोणी जोनी कमाड़-देखो 'कपाट' । -पु० ब्रह्मा। -तन, भीतू-पु० चन्द्रमा ।--दळ-पु० कमल कमाड़ी-देखो “किंवाड़ी'। का पत्ता। --नयण, नियरण-पु० विष्णु । -वि० कमल के कमाणौ (बी), कमावणी (बो)-क्रि० १ परिश्रम द्वारा ग्रामदनी फूल के समान नेत्रों वाला, सुन्दर । –नाळ-स्त्री० कमल करना, कमाना । अर्जन करना । २ काम लायक करना, का डंठल । -पूजा-स्त्री० देवी के सम्मुख शिर काट कर सुधारना । ३ उत्पादन करना । ४ मुनाफा करना । अर्पण कर की जाने वाली देवी की पूजा । -भव,भू-पु० ५ घटाना, कम करना । ६ मांस साफ करना । ब्रह्मा। -योनि-पु० ब्रह्मा। -रंग-पु. एक प्रकार का कमावरिणयौ-वि० उपार्जन करने वाला कमाई करने वाला। घोड़ा। -विकास, विकासण-पु० सूर्य। -सुत, सुतन कमायचौ-पु० एक वाद्य विशेष ।
पु० ब्रह्मा। -सुरंग-पु० एक प्रकार का घोड़ा। कमायो-देखो 'कमाई'। कमळणी, कमालिणी (नी)-स्त्री० [स० कमलिनी] १ कमल कमाळ-स्त्री० मुंडमाला। -पु० ऊंट ।
का फूल । २ छोटा कमल । ३ अधिक कमलों वाला स्थान । कमाल-पु० [अ०] १ अद्भुत व चमत्कारी कार्य । २ पूर्णता, ४ कमल समूह।
पर्याप्तता । ३ निपुणता, कुशलता । ४ कारीगरी । ५ ऊंट । कमला-स्त्री० [सं० कमला] १ सर्वोत्तम स्त्री । २ लक्ष्मी। ६ गुण, खूबी। ७ कला, फन । ८ चालाकी, धूर्तता ।
३ देवी, शक्ति । ४ धन सम्पत्ति । ५ भूमि । ६ एक नदी विद्वत्ता, काबलियत । -वि० १ अदभुत, विचित्र । का नाम । ७ महामाया । ८ एक वर्ण वृत्त । ६ एक लोक २ अधिक बहुत । गीत । १० अंतगुरु की चार मात्रा का नाम । -एकादसी कमाळी-पृ० १ शिव, महादेव । २ भैरव । ३ भिखारी । -स्त्री० चैत्र शुक्ला एकादशी । -कंत-पु० विष्णु । ४ मुगल । ५ द्वार के ऊपर का काठ । श्रीकृष्ण । राजा। -कर-पु० विष्णु । छप्पय का ४६ वां कमाव-देखो 'कमाऊ' । भेद । --गेह, ग्रह-पु. लक्ष्मी का निवास, लक्ष्मी का घर। , कमी-स्त्री. १ कटौती । २ न्यूनता । ३ घाटा, हानि । पत, पति-पु०-विष्णु । श्रीकृष्ण । राजा। --सरण, संन कमीज-पु० [फा०] शरीर पर धारण करने का मर्दानी वस्त्र । -पु० ब्रह्मा।
| कमीण-वि० [फा० कमीनः] १ नीच, शूद्र । २ तुच्छ बृद्धि कमलारणो (बौ), कमलावरणौ (बी) देखो 'कुमलाणी' (बी)। । वाला । ३ धूर्त, पाजी । ४ अकुलीन । [सं० कामंण] कमलि-स्त्री० १ कमला । २ पृथ्वी। -चख-पु० कमल-चक्षु । ५ किसी कार्य की सुचारु रूप से पूरा करने वाला। विष्णु।
कमीरण-कार (कारू)-पु. [सं. कार्मण + कारु] १ सुथार, कमळिरणी (नी)-देखो 'कमलनी' ।
दर्जी, कुम्हार प्रादि वर्ग । २ शिल्प का कार्य करने वाला काळयौ-पु० [सं० कामला] रक्त की कमी के कारण होने शिल्पी । ३ किसी कार्य विशेष में निपुण व्यक्ति । ४ नोकर, वाला एक रोग।
सेवक। कमळीक-पृ० एक नाम वंश व इम वंश का नाग ।
| कमुद-१ देखो 'कुमुद' । २ देखो 'कमोद' ।
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