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अंबाड़ी
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११ ]
ग्रंवारियां
की सवारी, गधा। - य, यजी-स्त्री. दांता गज्य की नामान्तर । आराध्या देवी।
अंबु-देखो अंबु'। अंबाड़ी-स्त्री० १ हाथी की पीठ पर रखा जाने वाला हौदा। अंबूऔदही-पु० खट्टा दही।।
२ पौधा विशेष जिमकी छाल से रस्सी बनती है। अंबूडौ-देख 'प्रांवो'। अंबाडौ-वि० मिलने वाला।
अंबोड़ल, अंबोड़ो-पु० [सं० आम्र-चूड़क]-१ केरीनुमा चोटी, अंबार-पु० [फा०] ढेर, समूह । राशि ।
वेगि। २ एक प्रकार का जूड़ा। अंबारत, अंबारथ-देखो 'इमारत' ।
अंबोद-देखो अंबुद' । अंबारी-देखो 'अंबाड़ी। अंबाळा, अंबाळिका, अंबाळी-स्त्री० [सं० अंबालिका १ काशी
अंभ-पृ० [सं० अंभस्] १ जल, पानी। २ इज्जत, मान, नरेश की कन्या ।२ मालती लता । ३ जननी, माता।
प्रतिष्ठा । ३ प्राकाश, नभ । ४ लग्न से चौथी राशि ।
५ चार की संख्या । ६ देव । ७ असुर । ८ पितर । अंबि, अंबिक, अंबिका, अंबिको- स्त्री० [सं० अम्बिका]
ह राशि । १० बादल । ११ देखो 'अंबा' ।-ज-पु. १ माता, जननी, दुर्गा, पार्वती। ३ माधवी लता।
चन्द्रमा । सारस पक्षी । कमल । -द, धर-पु० बादल, मेघ । ४ काशीराज की मध्यमा पुत्री। ५ जैनियों की एक देवी ।
-धि, निध, निधि, रासि-पु०समुद्र,सागर । -आलय-पु० देवी का मन्दिर ।-नाथ पत, पति-पु.
-रुह,रू,रूह-पु० कमल । सारस । शिव, महादेव ।-वन-पु० पुराण प्रसिद्ध इलाव्रत खण्ड
अंभा-देखो 'अंबा'। जहां जाने से पुरुष स्त्री हो जाते थे ।-सुत-पु० धृतराष्ट्र। अंबिल-देखो 'ग्रामिल' ।
अंभोज, अम्भज-पु. १ कमल । २ चन्द्रमा । ३ मोती । अंबोहळद (दो)---देखो 'प्रवाहळदी'।
४ शंख । ५ घोघा । ६ वज्र। ७ जल से उत्पन्न वस्तु ।
८ ब्रह्मा। ९ बत। १० सारस पक्षी। ११ ब्रह्मा की अंबु-पु० [सं०] १ पानी, जल । २ रक्त का जलीय अंश ।
उपाधि। ३ जन्मकुंडली का चतुर्थ स्थान ।-स्त्री० ४ कान्ति । ५ चार की संख्या।-ज-पु० चन्द्रमा। कमल । बेंत ।
अंभोद-पु० [सं०] बादल, मेघ । शंख । कपूर । मारस पक्षी । घोंघा । ब्रह्मा । वस्त्र । श्वेत
अंभोनिध, (निधि, रासि)-पु० समुद्र, गागर । वर्ण। एक सामुद्रिक चिह्न। जल से उत्पन्न प्राणी।
| अंभोरु, अंभोरुह, अंभोरू, अंभोरह-पु० [सं० अंभोरुह] कमल । -वि० जल से उत्पन्न । --जात--पु. कमल । -द-पु.
ग्रंमणीमांण-देखो 'अमलीमाण' । मेघ, बादल । -धर-पू० बादल, मेघ। अमीहळद (दी) देखो 'प्रांबाहळदो' । इन्द्र। -धि-पु० समुद्र, जल निधि । जलपात्र ।
अंम्रत-देखो 'अमरत'। नाथ-पु० समुद्र, सागर ।-निध, निधि-प० समद्र.। अंम्हां--सर्व० हम । सागर। बादल, मघ ।-प-पृ० समुद्र । वरुण । शतभिषा अवर---१ दखा 'अबर' । २ दखा 'अवर'। नक्षत्र ।-वि० पानी पीने वाला ।---पत, पति, पती, राज
अंवळउ. अंवळऊ-देखो 'अंबळौ । पु०-सागर, समुद्र । वरुण । -बाह, वाह-पु० बादल ।
अंवळाई-स्त्री० १ चक्कर, घुमाव, । २ टेढ़ापन, वक्रता । --रासि, रासी-पु. समुद्र । -सायी-पु० विष्णु । असुर। ३ कुटिलता । ४ दुरूहता।
पितर। चार की संख्या* | -हर-पु० सूर्य, अग्नि। अंवळौ--वि० (स्त्री० अंवळी) १ विरुद्ध, विपरीत । २ कष्टअंबुऔ–'अंबुवौ'
दायक, दुखदाई । ३ वक्र, टेढा, तिरछा । ४ दुर्गम, दुरूह । अंबुज-सुत-पु० यौ० [सं०] ब्रह्मा, विरंचि ।
५ धुमावदार, चक्करदार । ६ सुन्दर । ७ अद्भुत, विचित्र । अंबुजा-स्त्री० [सं०] १ एक रागिनी विशेष । २ कमलिनी। -पु० १ शत्रु । २ गिरवी रखा हुआ माल । ३ प्रसव के ३ कुमुदिनी।
समय बच्चे का गर्भ में ही टेढ़ा होने की क्रिया या स्थिति । अंबुजासण, अंबुजासन-पु० [सं०] १ ब्रह्मा जिनका प्रासन | ४ बुरा समय, पापाद् स्थिति। ___ कमल है। २ सरस्वती । ३ कमलासन ।
अंबार-स्त्री० १ विलंब, देर । २ अवसर, मौका, । ३ शीघ्रता, अंबुजासना-स्त्री० [सं०] लक्ष्मी जिसका ग्रामन कमल है। त्वरा । ३ झड़ बेरी के कटे पौधों का बड़ा गोला। अंबुवा, अंबुवी-वि० १ आम्र के रंग का । २ खट्टा। अंधारणौ-देखो ‘वारणी' अंबुवाळ-वि० तेजस्वी कांतिवान । -पु० पाबू राठौड़ का । अंदारियां, अंवारिये-स्त्री० एक प्रकार की अचेतावस्था (रोग)
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