________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
उळच पौ
www.kobatirth.org
उळचरणौ (बौ) - देखो 'उळी चरणौ ' ( बौ) । उरण (वी) देतो 'उभरी' (वी)। उळजारणी (बौ) - देखो 'उभारणी' (वा) । उरण (न) - स्त्री० १ बाधा, रुकावट । २ समस्या । ३ गांठ | ४ फंसाव ५ चिता । ६ झगड़ा ।
उळझरणी (ब) - क्रि० १ फंसना, अटकना । २ रुकना । ३ बाधा में पड़ना । ४ लपेट में थाना । ५ व्यस्त होना । ६ लड़ाई, तकरार होना । ७ कठिनाई में पड़ना । ८ प्रेम में फंसना । ९ समस्या पड़ना । उड़देव भा
( १५३ )
-
उरण (ब)- क्रि० १ नीचे ऊपर करना । २ श्रधा या उल्टा करना । ३ बदलना, पलटना । ४ पीछे मुड़ना । ५ घुमाना । ६ उमड़ना, टूट पड़ना । ७ उफन कर आना ८ विरुद्ध होना । ९ अस्त-व्यस्त होना । १० करना । १२ औंधा गिराना । १३ करना । १५ श्राक्रमरण करना । उलट-पलट ( पालट पुलट) उलटफेर पु० १ दल-बदन २ परिवर्तन । ३ अव्यवस्था ।
उलटा
(बौ) - क्रि० १ नीचे ऊपर कराना । २ औंधा या उल्टा कराना । ३ बदलाना, पलटाना I ४ पीछे मोड़ना । ५ लौटाना । ६ शराब को प्रौटाना । ७ विरुद्ध करना । उलटापलटी, ( पलटी) - देखो 'उलट-पलट ' । उलटी-स्त्री० ० वमन के वि० विरुद्ध विपरीत। - क्रि०वि०
T
वापस ।
उलटी खड़ी स्त्री० एक प्रकार की कसरत ।
उलटी - वि० (स्त्री० उलटी) १ औंधा, उल्टा । २ विपरीत । ३ पीठ की ओर का । - क्रि०वि० क्रम से । बेठिकाने । विपरीत न्याय से । कलंक, दोप 1
इतराना । इतराना ११ पमंड दोहराना । १४ वमन
२ रोकना । में उलझाना । ८ प्रेम में
उळवड - वि० प्रच्छन्न, गुप्त ।
उळझारणी (बौ) - क्रि० १ फंसाना, अटकाना | ३ बाधा में पटकना । ४ लपेटना । ५ काम ६ लड़ाई करना । ७ कठिनाई में पटकना । फंसाना । ९ समस्या में डालना । उलवरण - वि० [सं० उल्वरण] १ प्रगट । २ स्पष्ट । ३ प्रकाशित, उळझाव- पु० १ बाधा, रुकावट । २ रोशन । ४ फंसाव । ५ झगड़ा । ३ चिता उळवांगी-देखो 'उबांरणों । उलट-०१ परिवर्तन २ तब्दीली उलटने की क्रिया उससी (बी) देखो 'उत्तम' (यो) । | |
समस्या । ३ गांठ |
७ चक्कर ।
३
या भाव ।
उहांसी देखो 'उपरणों ।
विरुद्ध, विरुद्ध पु०
उलट्टी (बी) देखीयो
उळणौ (बौ) - क्रि० १ फलों का पकता । २ वृद्ध होना । ३ आंख में कच्चापन प्राता । ४ मुंह में दाग फफोले पड़ना ।
उलत स्त्री० अग्नि, ग्राग । उलता-त्रि लाल, अरुण ।
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
लाली
उलथौ पु० अनुवाद, खुलासा । निवारण । उलथ्थिणी (बौ) - क्रि० १ उलटना, पलटना ३ भार मुक्त होना । ४ अनुवाद करना । उळबंग स्त्री० प्रजान। पुकार ।
उलमुक ( ख ) - पु० [सं० उल्मुख ] कोयला, खीरा, अंगारा । उलरखौ (बौ) - देखो 'श्रोलरणी (बौ ) ' । उलळणौ (बौ) - क्रि० १ कूदना, फांदना । २ ढरकना, ढलना । ३ हमला करना । ४ कमजोर, निर्बल होना । ५ कच्चा पड़ना । ६ भार का सन्तुलन बिगड़ने से उल्टा होना, झुकना । ७ हुलस कर आता ८ किमी पर अधिक झुकना । ९ बंधन होता होना उलळी- वि० ढोली ।
। २ उतरना ।
उलहौ - पु० उत्साह, उमंग । हर्ष । उलां क्रि० वि० इस तरफ
·
उलांगांरगउ-वि० विदेशी प्रवासी । उलांगणी, (बौ), उलांघी, (बौ) उलांडली, (बौ) - क्रि० [सं० उल्लंघनम् ] १ लांघता, फांदना । २ प्रवज्ञा करना । उतांख वि० शान्ति, पेन उलांम- देखो 'अलांम' ।
For Private And Personal Use Only
उला - वि० १ इधर का इस ओर का नजदीक का। २ युवा । - क्रि० वि० इधर ।
उतालवेली वि० (स्त्रीउालती पोनोत उलाक स्त्री० वमन, कँ |
उलाकरण (बौ) - क्रि० के या वमन करता ।
उलाट- पु० धक्का, झटका।
उलारी (बौ) - क्रि० धक्का देना, झटका देना । गिरा देना । उला पैला - क्रि० ० इधर-उधर का । - क्रि० वि० इधर-उधर । उताळ-०१ भार का संतुलन २ पीछे की योजन का दबाव ( शकट ) |
३ उल्टा
उताळी (बौ) क्रि० १२ टिमाना करना । ४ पीछे झुका कर खाली करना ( गाड़ी ) । ५ दूर फेंकना | फेंकना । ६ उठाना । ७ ऊंचा करना । ८ प्रहार हेतु उठाना ( शस्त्र) । ९ तेज दौड़ाना । १० उड़ाना । ११ फेंकना उछालना ।