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उत्सरग
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( १३९ )
उत्सरग पु० [सं० उत्सर्ग] १ त्याग । २ न्यौछावर । ३ दान । ४ समाप्ति । ५ प्राणदान ।
उत्सरजन - पु० [सं० उत्सर्जन ] त्याग | दान | उत्सव (बु) - पु० [सं०] १ मांगलिक महोत्सव । २ हर्ष प्रानन्द या खुशी का कार्य । ३ त्यौहार पर्व । ४ जलसा । ५ ग्रामाद-प्रमोद |
उत्साही - वि० [सं०] साहसी । उमंगी। जोशीला ।
उत्सुक - वि० [सं०] अत्यन्त इच्छुक, प्रातुर। उत्कंठित । उता स्त्री० [सं०] १ प्रबल इच्छा उत्कंठा २ व्याकुलता । ३ एक प्रकार का संचारी भाव ।
उथ, उथक क्रि० वि० वहां ।
उप (ब) क्रि० कूदना दलांग लगाना । उपड़ी (बी)
२ गिराना. पटकना । उथप- देखो 'उत्थाप' । उथली (बी), थप्पणी ( बौ) - क्रि० १ ऊपर उठाना । २ तानना । ३ मिटाना, नाश करना। ४ श्राज्ञा का उल्लंघन करना । ४ उटलना । ५ अनुष्ठान करना | ७ प्रारम्भ करना । ७ उन्मूलन करना ।
उथळ (ल्ल) - स्त्री० १ चाल गति । २ मस्तिष्क की उपज शक्ति । ३ गिरने का भाव । –पथल, पथल्ल, पुथल, पूथल - स्त्री० उलटनर हेरा-फेरी ।
उधली (यो उपलो (बी) कि० १ उलटना, फेर देना। २ डगमगाना । ३ उलट फेर होना । ४ पानी का कम होना । ५ प्रौधा कर देना । ६ गिराना । ७ मारना । ८ उड़ना । ९ गिरना । १० मादा पशु की पुनः गर्भ धारण करने की कामेच्छा होना ।
उथली - वि० १ कम गहरा, छिछला । २ उल्टा । - पु० १ उल्टा गिराने का भाव २ मादा पशुओं के प्रथम समागम में गर्म न रहने पर होने वाली कामेच्छा ४ अनुवाद भाषांतर |
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(बी) क्रि० १ गिरना, गिर पड़ना ।
उत्साह-पु० [सं०] १ उमंग, जोश । २ साहस, हिम्मत। उथालरणी (बी) - देखो उथापरणी' (बी) । देखो' उथेलरणौ' (बी) ।
३ वीर रस का स्थायी भाव ।
उबाल देखो 'उनी' ।
उचि उदिये कि विव
उरण (ब) - क्रि० १ उण्डेलना । २ उखेलना । ३ उन्मूलन । करना । ४ गिराना ।
उथाप पु० उन्मूलन नाश उलट-फेर प्रतिरोधात्मक कार्य । उथापरण- वि० उन्मूलन करने वाला, मिटाने वाला । स्त्री० उन्मूलन की क्रिया या भाव। उथापा - वि० ० १ मिटाने वाला । २ उन्मूलन करने वाला, ध्वंम करने वाला | उप (बौ-क्रि० १ उन्मूलन करना। मिटाना । २ उलटना, उल्टा करना । ३ उखाड़ना । ४ जब्त करना छीनना ।
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उदक
उथापना स्त्री० नवरात्रि में अष्टमी का दिन । उपाधियाप वि० बनाने बिगाड़ने वाला उन्मूलन करने की शक्तिवाला ।
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उथापा - वि० उलटने वाला उन्मूलन करने वाला । उबाल - स्त्री० १ उन्मूलन, नाश । २ उखाड़ पछाड़ । ३ मस्तिष्क की उपज ।
स्थापित करने और
उथेर (ब) - देखो 'उतरणी' (बौ) । उथेल - वि० पछाड़ने वाला उन्मूलन करने वाला। स्त्री० १ड़कीया २ उलटने पलटने की क्रिया । ३ मस्तिष्क । उरण ( उयो कि०१ पछाड़ना २ गिराना ३ उल्टा या रौंधा करना । ४ उठाना । ५ हटाना । ६ मिटाना ।
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०१ जवाब तर २ प्रत्याक्रमरग । ३ पुनः स्मरण । ४ उलटना, गिराना या पछाड़ने की क्रिया । उर्थ क्रि० वि० वहां ।
उथोपरखौ ( बौ) - १ निश्चय करना । २ स्थापित करना । ३ देखो 'उथापणी' (बौ) ।
उबंगळ-पु० १ उत्पात, उपद्रव २ दंगा, फिसाद । ३ लड़ाई युद्ध । ४ भमेळा, टंटा, विवाद । उदंड ० [सं०] १मा टउड ३ धनाड़ी, उज्जड़ । ३ निडर, निर्भीक । ४ भयंकर डरावना | ५ प्रचण्ड ।
उडी दि० (स्त्री० उरी) १ उदंड व्यक्तियों को दण्ड देने वाना । २ बदमाशों का उस्ताद । ३ देखो 'उदंड' | उदंत- वि० [सं० प्रदंत ] १ जिसके दांत न हो, दंत रहित । २० व २ मतांत विवरण। ३ देवो 'प्रदंत' । उबर उमर पु० [सं० उम्बर]१ बट्टारह प्रकार के कृष्ठ रोगों में से एक । २ एक ब्राह्मण वंश - पु० तांबा, 1 गूलर I उदगिरि पु० उदयगिरि पर्वत ।
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उदई स्त्री० चींटीनुमा एक श्वेत हीड़ा। दीमक ।
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उदक - पु० [सं०] १ जल, पानी २ शासन । ३ माफ की हुई दान की भूमि । ४ संकल्प लेकर दी हुई वस्तु । - पंजळि-स्त्री० जलांजलि, जल तर्पण हि पु० हिमालप पर्वत । क्रिया स्त्री० जलतरण, स्त्री० बहत्तर कताओं में से एक कराल | धरा स्त्री०-जन संकल्प
तिलांजलि । -घात
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-ज-पु० मोती । द्वारा दान की हई