________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir ا ة م م م م م ه ه م अशुद्धं दीपंथ्यो.... बदर.. कुलित्थाः .. सस्य.. .. कुलित्थाः .. परकीय.... वाद्यञ्च .... * मूर्धनि .. .. व्यय ..: उद्देश्य .. .. हिरण्मवय .. लक्षक .. .. / शुद्ध ..दीपय्यों .. बदर.. .. कुलत्थाः .. शस्य.. .. कुलत्थाः परकीय.. .. व्वाद्यञ्च .. मूर्द्धनि.... व्ययम् .. .. .. उदिश्य.... .. हिरण्मयव .. .. लक्षकम् .. .. .4 م. در مردم و به صر صر صر صر صر صر पंक्तिः अशुद्ध 3 ञ्चपमी.. .. .. पञ्चमी .. 1 सवय्यच .. .. सर्व्वय्यच .. .. 3 जदन्ये.. .. ... यदन्ये.... 6 पशु .. .. .. प .. .. 6 लोकॉअ .. .. लोकाँ॥ऽअ. विष्णो .. .. .. भगवन्विष्णो जलंव्वा .. .. जलब्वाँ .. .. 1 हितंव्वदे .. .. हितवंदे .. 1 विदु .. .. .. विन्दु .... 4 वचानात् .. .. वचनात् .. 1 प्रदक्षिणंय्ये.. .. प्रदक्षिणय्ये.. .. / 2 नीराजन .. .. नीराजनं .. .. م م ص م ه م م م صر صر م م م م ص ) For Private and Personal Use Only