________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir www.kobatirth.org 050 शुई पत्रं / पृष्ठ अशुद्ध भक्षत्वे.. .. .. भक्ष्यत्वे .. नैवैद्यम्. .. .. नैवेद्यम् .. .. भक्षत्व. .. .. भक्ष्यत्व .. .. स्वार्गावन्द्यम्. .. स्वग्गिवन्द्यम. ..691 स्वकॅल्लोक.. .. स्वकल्लोक.. कारणात् .. .. कारणम् .. .. .. गण्हामि .. .. गृह्णामिएवंहकाराधो देशेणकारोज्ञेयोऽत्र | पदेसर्वत्र .. .. स्थंण्डिले .. .. स्थण्डिले .. .. र्चनं .. .. .. Wने .. .. ..69 2 मणिमयी. .. .. मणिमयी .. .. :::::: دم دم و ص ص م पंक्तिः अशुद्ध / शुद्ध 5 वेधा.. .. .. वेद्या .. .. |6 श्रप्तो .. .. .. श्रप्त्रे .. .. | 7 कुशायणि .. .. कुशायाणि .. अर्ध्यातिरिक्त .. अर्घातिरिक्त.. तत्क्षाणा.. .. .. तत्क्षणा.. .. प्रल्हाद.. .. .. प्रहाद.. .. घण्टांव्वै.... .. घण्टामै .. घण्टां .. .. -- घण्टा .. .. नित्यंचन्दन .. .. नित्यचन्दन .. 4 भवति.. .. .. भवन्ति .. .. 7 प्रमाणिकः .. .. प्रामाणिकः .. | 2 करुवक, .. .. कुरुवक .. و و .ة مر م م م ص ص از سه دهه مم م م م م م م ه ص م م ص هر عصر و م م م م 66. // 5 For Private and Personal Use Only