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८ )
मौसंबी रोटी सैन्धव काली मिरच अरुचि हो तब वा कभी कभी अन्न बदलने के लिये ऊपर लिखी चीज़ों के सिवाय अन्य हलकी चीजें
पैठा। ज़मीकन्द। काकड़ी, काचरे। नारियल। रतालू । जव। बैर। अंजीर। सुपारी। रंधी। लालमिरच। नमक
अरारूट
डबल रोटी खिचड़ी आदि भी सेवन की जावे। साग भी लिये जावें । पर कम खावें और रोज़ रोज़ एक ही प्रकार का साग न खावे। समय पर खाना । कम खाना।
जल
कम पोवें
हलका और स्वच्छ जल :
अधिक जल पीना। भारी जल पीना। रोटी खाते समय बहुत पीना।
पोवे
रहन सहन(१) दूध के समय जो रहन सहन का पथ्य रखा वही चालू रखा जावे। (२) अन्न चबा चबा कर
(१) दूध वा छाछ के समय
जो रहन सहन का अपथ्य रस्त्रा वही चालू
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