________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
अन्तरपरिखा
गन्त्वा सत्थु पुरतो तिरियं अट्ठासि, ध. प. अट्ठ 1.39; तेहि खित्ता सरा विटभस्स पुरिसानं अन्तरन्तरेन गच्छन्ति ध. प. अट्ठ. 1.202.
अन्तरपरिखा स्त्री. कर्म. स. मध्यवर्ती खाई या नालीओकिण्णन्तरपरिखं दल्हमङ्गालकोहक, जा. अड. 4.85 तत्थ ओकिण्णन्तरपरिखन्ति इदं द्वादसयोजनिकं सुरुन्धनपुरं अन्तरन्तरा उदकपरिक्खाननं ..... जा. अट्ठ. 4.95. अन्तरपेय्याल नपुं., स. नि. के एक खण्ड का शीर्षक: स. नि. 1 (2).115-118.
अन्तरबाहिर त्रि, अन्दर और बाहर दोनों स्थानों के साथ सम्बद्ध तस्सा तण्डुलनाळिकाय बाराणसिं सन्तरबाहिर अग्यमकासि जा. अ. 1.131 बाराणसिं सन्तरबाहिरं अयमग्घति तण्डुलनाळिका ति तदे.. अन्तरभत्त / अन्तराभत्त नपुं०, क. प्रातःकालीन अल्पाहार एवं मध्याहन भोजन के मध्य दिया जाने वाला भोजन वाराणसिर फिर सूदो अन्तरभत्तं पचित्वा उपनागेसि सु. नि. अड. 1.84; ख भोजनकाल में भोजन समाप्त करने से पूर्व एकस्मिंयेवस्स अन्तरभत्ते सह पटिसम्भिदाहि
www.kobatirth.org
-
अरहत्तं अदासि, ध. प. अट्ठ 1.141; जा. अट्ठ. 1.126; अन्तराभत्तस्मियेव ब्राह्मणस्स चत्तारो पुत्ता सन्तिके निसीदित्वा आहंसु प. प. अड. 2288 समये भोजनकाल में
-
-
331
"
यागुखज्जकं दत्वा अन्तराभत्तसमये एतमत्थं आरोचेसि, म. नि. अट्ठ. ( मू.प.) 1 ( 2 ). 186; सत्था पन ... निसीदित्वा अन्तरभत्तसमये महाधम्मपालजातकं कथेत्वा .... जा. अड. 4.252. अन्तरभोगिक त्रि दो राज्यों के बीच वाले कुछ गांवों या क्षेत्रों के स्वामी पदेसराजा मण्डलिका अन्तरभोगिका अक्खदस्सा महामत्ता, येवा... पारा 53; अन्तरभोगिका नाम द्विन्नं राजूनं अन्तरा कतिपयगामसामिका पारा. अ. 1.247, अन्तरमेगिरि पु०, श्रीलङ्का के एक विहार का नाम
पाचीनकम्बविद्वि च तथा अन्तरमेगिरि चू के 38.48. अनन्तररद्व पु.. कर्म. स. किसी एक राज्य के बाद में आने
वाला राष्ट्र, पड़ोसी राज्य अथ तस्स रट्ठस्स अनन्तररद्वाधिपतिनो कालिङ्गो अटुको... जा. अड. 5.130. अन्तरवत्थु नपुं. कर्म. स. घर के भीतर वाला आंगन, गृहप्राङ्गण तरिगं समये जलवातपानं विवरित्वा अन्तरवत्युं जलवातपानं विवरित्वा अन्तरवत्युं ओलोकेन्तो अट्टासि, अ. नि. अ. 1.332; अन्तरवत्थुन्ति गेहक्षणं अ. नि. टी. 1.194... तङ्खणञ्ञव आगन्त्वा अन्तरवत्थुम्हि असीतिहत्यमत्तं अङ्गारकासुं निम्मिनि जा.
अट्ठ. 1.228.
अन्तरसत्थि
अन्तरवस्स नपुं तत्पु स. वर्षा ऋतु के ही बीच में आने वाला समय, वर्षावास के अन्दर का समय- अथ खो आयस्मा भहियो तेनेव अन्तरवस्सेन तिस्सो विज्जा सच्छाकासि, चूळव. 319; उदा. 96; तेनेवन्तरवस्सेनाति तरिमंयेव अन्तरवस्से महापवारणं अनतिक्कमित्वाव, उदा. अट्ट. 147.
अन्तरवार पु. त्रिपिटक के संग्रह का एक उपविभाजन
चतुवीसतिया अन्तरवारेहि पटिमण्डेत्वा द्वेभाणवारपरिमाणाय तन्तिया अवोच, म. नि. अट्ठ. ( मू०प०) 1 ( 1 ) .61. अन्तरवासक पु.. कर्म, स. [अन्तर्वासय, नपुं.], शा. अ. भीतरी परिधान या वस्त्र, ला. अ. (विनय के विशेष सन्दर्भ में) बौद्ध भिक्षु के तीन चीवर परिधानों में सबसे नीचे वाला परिधान, भिक्षु का अधोवस्त्र, जिसे कायबन्ध या कमर-पट्टी द्वारा बांध कर धारण किया जाता है निवासनान्तरीयान्यन्तरमन्तरवासको अभि. प. 292 सङ्घाटि उत्तरासो अन्तरवासको परि, 330 निवत्थो अन्तरवासकेन, परि. 401; इमिना अन्तरवासकेन कथिनं अत्थरामी ति एतेन वचीभेदेन परि० अट्ठ. 216; उदकं आहर अन्तरवासक धोविस्सामीति, मि० प० 129.
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
अन्तरविट्ठि पु०, श्रीलङ्का के एक गांव का नाम गामं अन्तरविहिं च तथा सङ्गाटगामक, चू वं. 60.68; गन्त्वा अन्तरविद्विम्हि वेरिनो च पलापयुं, चू. वं. 70.322. अन्तरविद्विक पु०, उपरिवत् अन्तरविद्विक पु. उपरिवत् युज्झापेत्वान घातेत्वा गामे अन्तरविद्विके, चू. वं. 61.46.
अन्तरविरहित त्रि., [ अन्तरविरहित] अन्तराल से रहित, व्यवधानरहित, भेदरहित, समान अनन्तराति अन्तरविरहिता, अत्तनो कुलेन सदिसाति अत्थो, दी. नि. अट्ठ. 3.43. अन्तरवीथि स्त्री [अन्तर्वीधि], सड़क, छोटा मार्ग, गली, भीतर की सड़क, नगर की सड़क अन्तरवीथिचतुक्कराजद्वारादीसु निसीदित्वा ... जा. अड. 1.325; तस्मिं खणे सेट्ठि .... सत्तमे द्वारकोट्टके अन्तरवीथिं ओलोकेन्तो चङ्कमति, जा. अट्ठ. 4.57; ध० प० अ० 1.186 ते अन्तरवीथियं ठत्वा किं समणो गोतमोव बुद्धो, ध. प.
अट्ठ. 2.102.
-
For Private and Personal Use Only
-
-
....
अन्तरसत्थि क्रि. वि., अव्ययी. स., जांघों के बीच में एकस्मिं उपेत्वा न अन्तरसत्थिम्हि पक्खिपित्वा ठपेत्वा सयति, म. नि. अट्ठ (मू०प०) 1 (2). 212; रञ्ञो नागो
उदकं गहेत्वा... सकिं उभोसु परसेसु सकिं अन्तररात्थियं पक्खिपन्तो कीळित्थ म. नि. अट्ट. (नू.प.) 1 ( 2 ). 170; अहं
-