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अधिद्वान 168
अधिट्ठित 1(2).17; चेतसो अधिट्ठानन्ति चित्तस्स पतिद्वानभूतं. स. नि. 2.32; - वसिता स्त्री., [बौ. सं. अधिष्ठानवशिता], प्रथम अट्ठ. 2.30; अधिप्पायञ्च उपविचारञ्च अधिट्टानं, अ. नि. ध्यान आदि ध्यानों की अवस्था को नियन्त्रित करने वाली 2(2).76; दिद्विवानाधिट्टानपरियुट्ठानाभिनिवेसानुसयानं.... म. पांच प्रकार की मानसिक शक्तियों में से एक, वह शक्ति नि. 1.190; ग. चार प्रकार के दृढ़ संकल्प - चत्तारि जिसके द्वारा भवङ्ग-चित्त के प्रवाह के वेग को रोक कर एक अधिवानानि - पञआधिट्टानं, सच्चाधिद्वानं, चागाधिट्टानं. निर्धारित कालावधि के लिये चित्त को ध्यानस्थ रखने की उपसमाधिवानं, दी. नि. 3.183; - निद्धि स्त्री., [अधिष्ठान- क्षमता उत्पन्न कर दी जाती है तथा भवङ्ग-पात से चित्त का ऋद्धि], सुदृढ़-संकल्प की अलौकिक शक्ति, अपनी इच्छा से रक्षण करा दिया जाता है - ... भवङ्गवेगं उपच्छिन्दित्वा अपने शरीर के बाहर मनोमय-काय के निर्माण करने की यथापरिच्छिन्नकालं झानं ठपेतुं समत्थता भवङ्गपाततो शक्ति - अयञ्च नेव बुद्धानं अधिट्ठानिद्धि, न भावनामयिद्धि, रक्खणयोग्यता अधिट्ठानवसिता नाम, अभि. ध. वि. टी. ध. स. अट्ठ. 16; - नुपोसथ पु.. [बौ. सं. अधिष्ठानुपोसथ], 229; - टि. पांच वशिताएं निम्नलिखित हैं : - 1. उपोसथ का वह प्रकार जिसमें परिस्थिति वश किसी भिक्षु आवज्जनवसिता 2. समापज्जनव. 3. अधिट्ठानव., 4. को अकेले ही अपना स्वयं का संकल्प कर उपोसथ करना वुट्ठानव., 5. पच्चवेक्खणव. ; - विधान नपुं. तत्पु. होता है - अपरेपि तयो उपोसथा ... अधिट्ठानुपोसथो, परि. [अधिष्ठानविधान], अधिष्ठान विषयक नियम - तत्रिदं 246, तुल. पुग्गलुपोसथ; - चित्त नपु., [अधिष्ठानचित्त]. अधिट्ठानविधानं, विसुद्धि. 2.346; - सुञ नपुं.. तत्पु. स. अधिष्ठान से भरा हुआ चित्त, दृढ़ संकल्प वाला मन - .... [अधिष्ठानशून्य], विभिन्न अधिष्ठानों में प्राप्त धर्मों की अधिछानचित्तेन सहेव सतं होति, विसुद्धि. 2.14; किं तस्स शून्यता या अभाव - नेक्खम्माधिट्टानं कामच्छन्देन सुझं अधिट्ठानचित्तस्स उप्पादक्खणे गच्छति .... विसुद्धि. 2.32; .... अरहत्तमग्गाधिट्टानं सब्बकिलेसेहि सञ्ज इदं अधिट्ठानसञ्ज - जवन नपुं., [अधिष्ठानजवन], चित्त द्वारा वस्तु के पटि. म. 358; - हार पु., कर्म. स., नेत्ति. के 16 हारों, स्वरूप-निर्धारण की प्रक्रिया का एक विशेष क्षण, द्रष्ट, अथवा निर्वचन-प्रकारों में से एक; नेत्ति. 2; नेत्ति. 5; - हारजवन के अन्तः; - पवारणा स्त्री..[बौ. स. अधिष्ठानप्रवारणा], सम्पातो पु., नेत्ति के एक खण्डविशेष का नाम, नेत्ति. संकल्पित उपोसथ की परिसमाप्ति, विशेष परिस्थिति के 88-89. कारण किसी अकेले भिक्षु के द्वारा किये गये उपोसथ की अधिट्ठायक त्रि., [बौ. सं. अधिष्ठायिक/ अधिष्ठायक], परिसमाप्ति - अधिट्ठानुपोसथो च अधिट्टानपवारणा च पर्यवेक्षक, अधीक्षक, निदेशक, स. प. के उ. प. में पुग्गलस्सेव कप्पति, परि. अट्ठ. 165; द्रष्ट. अधिट्ठानुपोसथ; कम्माधि. कम्मन्ताधि०, नवकम्माधि. के अन्त. द्रष्ट... - पारमी स्त्री., कर्म. स. [अधिष्ठानपारमिता], सुदृढ़- अधिद्वित त्रि., अधि+ Vठा का भू. क. कृ. [अधिष्ठित], क. संकल्प सम्बन्धी पारमिता, दस पारमिताओं में आठवीं पारमिता कर्म. वा., किसी के द्वारा अधिकृत, किसी के द्वारा सम्पन्न - मम सीलन भिन्दिस्सामी ति अधिट्ठानं अधिट्ठानपारमी, कर दिया गया था, सञ्चालित, परिरक्षित, अभिभूत, जा. अट्ठ. 5.167; सीलनेक्खम्मपञआवीरियखन्तिसच्च- अधिगृहीत - चोरेहि अधिट्टितो मग्गो चोरकन्तारं नाम, जा. अधिवानमेत्ताउँपक्खापारमीति इमा दस पारमियो, उदा. अट्ठ. 1.108; अधिट्टितं रजनाय रतं. परि. 403; तं मया अट्ठ. 101, द्रष्ट. पारमी के अन्त.; - बल नपुं.. तत्पु. स. अधिट्टितमेव, जा. अट्ठ. 2.207; अनुहिताति अधिहिता, उदा. [बौ. सं. अधिष्ठानबल]. सुदृढ़ संकल्प लेने का बल - तत्थ अट्ठ. 264; ख. कर्तृ. वा., अवस्थित, स्थित, आ धमका हुआ, किञ्चि अनवसेसेन्तो अधिट्ठानबलेन झापेत्वा निब्बायि, उदा. सन्निविष्ट, अपने को लगाया हुआ, विद्यमान; ऊपर स्थित अट्ठ. 350; सब्बकिलेसे पजहन्तो अरहत्तमग्गवसेन चित्तं - न तं धम्म अधिद्वितो, जा. अट्ठ. 3.236; एकचरियं अधिट्ठातीति अधिट्ठानबलं, पटि. म. 346; - भाव पु., तत्पु. अधिद्वितो, सु. नि. 826; ग. नपुं., निमि. कृ. के आशय में स. [बौ. सं. अधिष्ठानभाव], प्रमुख आधार होने की स्थिति प्रयुक्त - किं गिहीनं कम्मन्तं अधिट्टितेन, पारा. 107; - ट्ठान - सीलस्स अधिट्ठानभावतो, उदा. अट्ठ. 339; खन्धापि नपुं. कर्म. स. [अधिष्ठितस्थान], किसी के द्वारा गृहीत या खन्धमूलकदुक्खस्स अधिट्टानभावतो, सु. नि. अट्ठ. 1.37; - अधिकृत पद या स्थान - ... तेन पदवळजस्स अधिद्वितहानं मन नपुं., सुदृढ़ संकल्प की शक्ति से भरा हुआ मन - पत्वा .... जा. अट्ठ. 4.346; - पत्त नपुं., कर्म. स. मनोमयन्ति अधिद्वानमनेन निम्मितत्ता मनोमयं विसुद्धि. [अधिष्ठितपात्र], भिक्षु के लिये निर्धारित भिक्षापात्र - सब्बेहेव
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