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14. रतनपाल (1119 ई)
15. रायपाल (1132, 1138, 1141, 1145 ई)
सहमणा
रुद्रपाल अमरपाल
असराज 16. कातुदेव 18. आल्हण (1148, 1150, 1152, 1161 ई) 17. जवतसिंह 19. केल्हाना गजसिंह कीर्तिपाल (1163, 1164, 1166, 1167, 1170, 1174, 1176, 1179, 1184, 1192 ई)। 20. जयतसिंह ।। (1194 ई) 21. सामन्तसिंह (1199, 1201 ई)
सूयमल मिश्रण ने चौहानों की कुल 35 शाखाओं का वर्णन किया है। चौहानों से निसृत ओसवंश के गोत्र
श्री भूतोडिया ने निम्नांकित गोत्रों को चौहानों से उत्पन्न माना है1. बोहित्थरा (बोथरा) 2. दस्साणी 3. बच्छावत 4. मेहता
5. मुनीम/खजांची 6. फोफलिया 7. लोढ़ा
8. खजांची 9. मिन्नी 10. दुगड़/सुगड़
11. शेखाणी 12. कोठारी 13. बावेलसिंधी ____14. कोठारी 15. कभाणी सिंधी 16. बोलिया/बूलिया 17. बंगाली/बेंगाणी 18. खींवसरा 19. डागा
20. भण्डारी 21. लूनावत भण्डारी 22. खांटेड/खटेड/अवेड/खरोल 23. रतनपुरा 24. कटारिया/मेहता 25. पावेचा
26. बलाही 27. संचेती/सुचिंती 28. डोसी/दोणी 29. सोनीगरा 30. पीथलिया 31. बागरेचा
32. मेहता 33. आच्छा 34. संखवाल/संखलेचा 35. ममैया 36. जिन्दाणी/जिन्नाणी
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