________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
312
32. खेड- मुहणोत 33. जैसलमेर- राखेचा 34. ऍगल- पुंगलिया 35. रणथम्भोर- ललवाणी, बांठिया, ब्रह्येचा, मल्लावत 36. रुण- रुणवाल 37. पाली के पास एक गांव- रांका, बांका 38. नेणा- लूंकड, श्रीपति 39. मुल्तान- लूणिया 40. बडनगर (मूंडवा)- लोढ़ा 41. सिंध- आयरिया, लूणावत, ढढ्ढा 42. संखवाल- संकलेचा 43. सियालकोट- सालेचा बोहरा 44. सिरोही- सींधी, सिंघवी 45. मांडवगढ़- कमाणी सिंघी, सिंघवी 46. डीडर- सिंघवी डीडू 47. दिल्ली- सुचन्ती 48. सिद्दपुर- सुराणा 49. पाटन- आवेडा
50. खाटू- खाटेड 5. गोत्रों के उद्भूत- समय के आधार पर
__ संवत् विक्रम संवत् 400 वर्ष पूर्व सभी 18 प्रारम्भिक गोत्र __वि.सं. 24
दूधोरिया आदि सातवीं शताब्दी 684 सं आर्य/आयरिया आदि आठवीं शताब्दी 735 सं गलूण्डिया आदि नवीं शताब्दी 878 सं राखेचा __ से 885
कुंकुभा आदि दसवीं शताब्दी 912 सं सालेचा
तुण्ड
933 सं 935सं
छाजेड़
For Private and Personal Use Only