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1. गुंगलिया
4. दुधोडिया
7. बोहरा
2. भण्डारी
5. घारोला
8. शीशोदमा
खरतरगच्छीय महात्मा भी लिखते हैं ।
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वृहदत्र पागच्छ
( ओसवाल संवत् 1528 - 1574 )
11. पगारिय
13. सोलंकी
15. कच्छ
17. सोलेच
19. खरोल
21. सराध
23. भिन्न
25. गोलिया
27. गोरी
29. लोलेचा
यह वंशावलिया खरतरगच्छ को दे दी गई । अब इनकी वंशावलिया आसोप के
14. गुजराण
16. मोरड़ये
18. कोठारी
20. विनायकिया
22. लोकड़
24. आंचलिया
26. ओसवाल
28. मादरेच
30. माला ।
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इस गच्छ में महान् प्रभाविक आचार्य हुए, जैसे जगच्चन्द्र सूरि, देवीचन्द्र सूरि, धर्मघोष सूरि, सोमप्रभसूरि, सोमातिलक सूरि, देवीदसुन्दर सूरि, मुनि सुन्दर सूरि, रत्नाशीरासूरि, आदि । इन्होंने अनेक अजैनों को जैन बनाकर महाजन संघ में शामिल किया', जैसे
1. . वरडिया, वरदिया बहुदान
2. बंठिया, कवाड़शाह, हरखातर 4. डफरिया
3. छरिया
5. ललवाणी
6. गांधी, वैद्यगांधी, राजगांधी
7. खजांची
8. बुरड
9. संघवी
10. मुनोयत
12. चौधरी
1. भगवान पार्श्वनाथ की परम्परा का इतिहास, उत्तरार्द्ध, पृ 1505
3. चतुर
6. कांकरेच
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