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पढमो वग्गो
विहरइ । तत्थ णं चम्पाए नयरोष सेणियल रन्नो भज्जा कूणियस्म रलो चुल्लुमाउया काली नाम देवी होत्था, सोमाल' [जान] सुरूवा । तीसे णं कालोए देवीए पुते काले नाम कुमारे होत्था, सोमाल° [जाव] सुरुबे॥
तए णं ले काले कुमारे अन्नया कयाइ तिहिं दन्तिसह- 5 स्सेहिं, तिहिं रहसहस्सेहिं, तिहिं आलसहस्सेहि, तिहिं मणुयकोडीहिं, गरुलवूहे एकारसमेणं खण्डेणं कमिएणं रन्ना सद्धिं रहमुललं संगाम ओयाए ।
तए पतीसे कालीए देवोष अन्नया कयाइ कुडुम्बजामरियं जागरमाणीह अयसेयारूचे अज्झथिए [ जाव ] समुप्प-10 जित्था-एवं खलु मम पुत्ते कालकुमारे तिहिं दन्तिसहस्सेहिं [जाव] ओयाए । से, मन्ने, किं जइस्ला ? ना जइ. स्सइ ? जोविरल : नो जीविस्लाइ ? पराजिणिस्सइ ? नो पराजिणिस्ताइ काले कुमारे अई जीवमा पासिज्जा?" ओहयमण° [जाव] झियाइ ।
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तेणं बालगं तेणं समलग समगे सायं महावीरे समोसरिए । परिसा लिग्गया । तए तोले कालाए देवीए इमोसे.. कहायलद्धद्वार समाणोए अयमेयारूये अज्झस्थिए, जाव) समुपज्जित्था----"एवं खलु, समणे भगवं पुत्राणुपुलिंब जाक बिहराइ । तं महाफल खलु तहारूकाणं [जाव विउलस्त20 अट्ठस्स गणकार । तं गच्छामिणं समज, [जाव पज्जुवासामि, इमं पयारूवं वागरणं पुच्छिस्सामि” त्ति कट्ट एवं संपेहेइ । २ कोडुस्बियपुरिसे सद्दावेइ । २ एवं वयासी
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