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निरयावलियासु
य लेणभोगेहि य वत्थभोगेहि य सयणभोगेहि य उवनिमन्ते हिन्ति । तए णं से दढपइन्ने दोरए तेहिं विउलेहिं अन्नभोएहिं जाव सयणभोगेहि नो सज्जिहिइ नो गिज्झि. हिइ नो मुच्छिहिइ नो अज्झोववज्जिहिइ । से जहानामए 5 पउमुप्पले इ वा पउमे इ वा जाव सयसहस्स पत्ते इ वा पङ्के जाए जले संवुड्ढे नोवलिप्पइ जलरएणं एवामेव दढपइन्ने वि दारए कामेहिं जाए भोगेहिं संवट्टिए नोवलिप्पहिइ मित्तनाइनियगसयणसंबंधिपरिजणेणं । से णं तहारू
वाणं थेराणं अन्तिए केवलं बोहिं बुझिहिइ बुज्झिहित्ता 10 मुण्डे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पब्वइस्सइ । से णं
अणगारे भविस्तइ, ईरियासमिए जाव सुहुयहुयालणो इव तेयसा जलन्ते । तस्स णं भगवओ अणुत्तरेणं नाणेणं एवं दसणेणं चरित्तेणं आलएणं विहारेणं अज्जवेणं मद्द
वेणं लोघवेणं खन्तीए गुत्तीए मुत्तिए अणुत्तरेणं सव्वसं15 जमतवसुचरियफलनिब्याणमग्गेणं अप्पाणं भावमाणस्ल
अणन्ते अणुत्तरे कसिणे पडिपुण्णे निरावरणे निव्वाघाए केवलवरनाणदसणे समुप्पज्जिहिइ । तए णं से भगवं अरहा जिणे केवली भविस्सइ, सदेवमणुयासुरस्स लोगस्स
परियागं जाणिहिइ । तं जहा-आगई गई ठिई चवणं उ. 20 ववायं तकं कडं मणोमाणसियं खइयं भुत्तं पडिसेवियं
आवीकम्मं रहोकम्म-अरहा अरहस्सभागी, तं तं मणवयजोगे वट्टमाणाणं सवलोए सव्वजीवाणं सव्वभावे जाणमाणे पासमाणे विहरिस्सइ । तए णं दढपइन्ने केवली
एयारूवेणं विहारेणं विहरमाणे बहूई वासाई केवलि परि25 याग पाउणित्ता अप्पणो आउसेसं आभोपत्ता बहूई भ
त्ताई पच्चक्खाइस्सइ । पच्चक्खाइत्ता बहूई भत्ताई अण
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