________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
२०
____पृष्ठ
१४
पङ्कि
अशुद्धि
२२१
२३८ २३८
२३
२६७
पञ्चप्पिणइ
कूटागारशाला शीर्षक अङ्गति गाथापति शीर्षक: बाति गाथापति शीर्षक अति गाथापति शीर्षक दर बोधिनी
बद्धा
शुद्धि काल्या देव्याः पञ्चप्पिणंति कूटाकारशाला सूरदेव शुक्रदेव सोमिल ब्राह्मण सुन्दरबोधिनी बद्ध्वा
w
w
२६९ २७१-२८७ २९३ २९६ २९६ ३०४ ३०६ ३४६ ३६९ ३९६
to
उबलेवणण सं
w
6 occom cons
बवादीद ताडवधिः करिकहेइ पञ्चमध्ययनम् वीरमणस
३८४
उबलेवण सं - एवं -मवादिषुः ताडयद्भिः परिकहेइ पञ्चमाध्ययनम् वीरंगयस्स ऋद्ध द्विचत्वारिंशद् तद्रूपा संग्रहण्य
४२७ ४२७ ४३९ ४४६ ४४८
यसारिशत्
संगाव
For Private and Personal Use Only