________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir नंदी टी० ** ***** तवाद्याक्षुलिकाविमानप्रविभक्तिः द्वितीयामहाविमानप्रविभक्ति:तथाअंगचूलिकेति अंगस्याचारादेःचलिका अंगचूलिकाःचूलिकानामनातुक्तार्थसंग्रहा त्मिकाग्रन्थ पड्डति तथावग्गचूलिकेतिवर्गोअध्ययनानां समूहोयथातत्त्त दृयाखटोवइत्यादितेषांचलिकातथाव्याख्याभगवतीतस्यालिका व्याख्याचूलिका * अरुणोपपात इति अरुणोनामदेवः तद्वक्तव्यता प्रतिपादको ग्रन्थः परावर्त्य मानश्च तदुपषातहेतुः सोऽस्योपपात: तथाचानचर्णिकारो भावनामका * * तजाहेतमायालयउत्तेसमाणे पणगारे परिवदूताहासे अणेदेवे समयनिबहत्तण उचुलियासणे संभमुफतलोयणोप लत्तावती वियाणिढे चलचंचल कुण्डलवरेदिव्वाए जुईएदिव्याए विभूईएदिबाएगईए जेणामेबसेभगवं समणेनिग्गंथेअमायणपरियडमाणे चत्य इतेंणामेवउवागच्छे इत्ताभत्ति भत्तौमहल्लियाविमाणपविभत्तो अंगलियावग्गलिया विवाहचुलिया अरूणोववाए गस्लोववाएधरणोववाएवेसण वर्गना चालीस 4 उदेसाना काल अध्ययन के ते सर्व 115 उदेसाना अवसर कया ते एतिण भाते विमानना देवता आवीर सूत्रो 13 म मलिक ते वडा विमानानी प०पंक्तिके तेहना 5 वर्गले तेपहिला वर्गना 41 एकतालीस उदेसाना काल अध्ययन दौठो उदेसाना अवसर कह्या 1 पने बीजाव* र्गाना 42 पोलीस उदेसाना काल अध्ययन विशेष कह्या र वीजावर्गना 43 वालीम उदेसाना काल अध्ययन विशेष कह्या 3. चल्था वर्ग ना 44 चमालीस उद्देमा 45 पांच वर्गना 45 पेतालीस उदेसाना काल अध्ययन विशेष कह्या ते सर्व 215 थया सर्वकालिकछे दूणा विमाणाना देवतानागु कह्या अं अंगानी चुलिका ते कालिक व यंतगडादिकना वर्गानी चूलिका सूत्र कालिक 15. विविवाद पसती तेभगवती सबनी चूलिकाकालिक 17 अं०ए सूत्र जे एकाग्र भणतां गुणता वार३३ वेविण गुणनो अरुणनामा देवता प्रगटया इसु श्रुषा सहित भागलिउभा पर्वपासना करें प्रत्यक्षदीयाई **kkk*KE 需养業業养需紫米紫米器差差差差差港 KK** For Private and Personal Use Only