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मुंबई के जैन मन्दिर
___ इसी भवन के उपरी मंजील पर मुथा बाबुलालजी जेठाजी रामसीणा कागमाला वालो का नामकरण हुआ हैं । जिनालय की कायमी ध्वजा का लाभ शा जवेरचन्दजी लखमाजी कुन्दनपुर (कागमाला) वालोने लिया हैं।
बदलापुर (पश्चिम) (४६३)
श्री पार्श्वनाथ भगवान शिखरबंदी जिनालय कुलगाँव, मेन बाजार, बदलापुर रेल्वे स्टेशन,
बदलापुर (प.) जि. थाणा (महाराष्ट्र) टे.फो. ०२५१ - ६९२८८२ - पुखराजजी भंडारी, ०२५१-६९१८२४-प्रवीणजी
०२५१ - ६९०४५१ - दिलीपजी बाफना विशेष :- श्री पार्श्वनाथ जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ द्वारा संस्थापित एवं संचालित यहाँ के गृहमन्दिर की चलप्रतिष्ठा परम पूज्य मुनिराज श्री यशोभद्रविजयजी म. की पावन निश्रा में वि.सं. २०२५ का पोष वदि १ को हुई थी। यहाँ मलाड में अंजनशलाका की हुई प्रतिमाजी बिराजमान हैं।
यहाँ मूलनायक श्री पार्श्वनाथ भगवान तथा आजू बाजू में श्री शांतिनाथ भगवान तथा मल्लिनाथ प्रभु की पाषाण की ३ प्रतिमाजी, सिद्धचक्रजी-३, अष्टमंगल-१ सुशोभित है।
यहाँ के संघ की तरफ से शिखरबंदी जिनालय का निर्माणकार्य चालु हैं, जिसका खातु मुहूर्त - शिलारोपण आचार्य श्री दक्षसूरीश्वरजी म. की पावन निश्रा में ता. ११-६-८६ को हुआ था।
यहाँ उपाश्रय, जैन पाठशाला की व्यवस्था है।
(४६४)
श्री महावीरस्वामी भगवान गृह मन्दिर मोनोग्राम के बाजू में, हेद्रेपाडा, तालुका - उल्हास नगर,
पोष्ट - कुलगाँव, स्टे. बदलापुर, जि. थाणा महाराष्ट्र टे.फो. ०२५१-६९०९२५, (ओ.) ६९०७९५, ६९०१३३ (घर) : अमृतलालजी
विशेष :- सांडेराव (राज.) निवासी श्री देवीचन्दजी रातडीया महेता के सुपुत्र श्री कपुरचन्दजी, श्री गणेशमलजी, श्री हिराचन्दजी की तरफ से सर्व प्रथम वि.सं. २०२२ का फागुण सुदि ३ को परम पूज्य शासन सम्राट आ. श्री नेमिसूरीश्वरजी म. के समुदाय के मुनिराज श्री सुशीलविजयजी म. की पावन निश्रा में चल प्रतिष्ठा हुई थी। पुन: प्रतिष्ठा वि.सं. २०४४ का फागुण सुदि ३ को परम पूज्य आ. विजय
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