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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra २८६ www.kobatirth.org मुंबई के जैन मन्दिर हैं । यहाँ के संघ में श्री आर्य रक्षित युवक मंडल, श्री कलवा अभिनन्दन महिला मंडल तथा श्री अभिनन्दन सामायिक मंडल की व्यवस्था है । मुंब्रा (पूर्व) (४३७) श्री सुमतिनाथ भगवान गृह मन्दिर सुमतिनाथ भवन, महावीर चौक, जुना पनवेल रोड, मुंब्रा (पूर्व ) जि. थाणा (महाराष्ट्र) टेलिफोन : ५३३ २३२९ - फुटरमलजी Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir विशेष :श्री राजस्थान जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ मुंब्रा (पूर्व ) द्वारा संस्थापित एवं संचालित इस गृह मन्दिरजी की चलप्रतिष्ठा पंजाब केसरी परम पूज्य आ. श्री विजयवल्लभसूरीश्वरजी म. के समुदाय के आचार्य श्री विजय इन्द्रदिन्नसूरीश्वरजी म. के शिष्य आचार्य श्री विजय रत्नाकरसूरीश्वरजी म. आदि मुनि भगवंतो की पावन निश्रा में वि.सं. २०५१ का वैशाख वदि - ७ को हुई थी। (४३८) - यहाँ मूलनायक श्री सुमतिनाथ भगवान तथा आजू बाजू में श्री पार्श्वनाथ प्रभु एवं श्री अजितनाथ प्रभु की पाषाण की ३ प्रतिमजी, पंचधातुकी ३ प्रतिमाजी, सिद्धचक्रजी २ तथा श्री भोमीयाजी, श्री नाकोडा भैरुजी तथा यक्ष-यक्षिणी की प्रतिमाजी बिराजमान हैं। यहाँ पहले माले पर उपाश्रय हॉल तथा दूसरे माले पर जिनालय शोभायमान हैं। यहाँ आंयबिल शाला की व्यवस्था हैं, तथा श्री महावीर जैन नवयुवक मंडल भक्ति भावना में अग्रसर हैं। - For Private and Personal Use Only श्री सुमतिनाथ भगवान गृह मन्दिर कागदी चाल नं. १, रूम नं. १७ ओ, ग्राउण्ड फ्लोर, मुंबई- पुना रोड, मुंब्रा. जि. थाणा (महाराष्ट्र) टेलिफोन- ५३५०१२२ - किरणराजजी विशेष चेम्बर तीर्थ में परम पूज्य युगदिवाकर आचार्य भगवन्त श्री विजय धर्मसूरीश्वरजी म. साहेब की निश्रा में अंजनशलाका की हुई और आपकी प्रेरणा से चेम्बर तीर्थ से प्राप्त मूलनायक श्री सुमतिनाथ प्रभु की पाषाण की एक प्रतिमाजी, पंचधातु की एक प्रतिमाजी, सिद्धचक्रजी एक एवं अष्टमंगल एक बिराजमान हैं । यह मन्दिर मुंब्रा जैन संघ द्वारा संचालित हैं। तथा यह मंदिर १५ वर्ष प्राचीन हैं।
SR No.020486
Book TitleMumbai Ke Jain Mandir
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal M Jain
PublisherGyan Pracharak Mandal
Publication Year1999
Total Pages492
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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