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मुंबई के जैन मन्दिर
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(२) बाबु अमीचन्द पन्नालाल श्री आदिनाथ जैन मन्दिर चेरीटेबल ट्रस्ट - वालकेश्वर (३) श्री मुलुंड जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ - मुलुंड।
यहाँ मूलनायक श्री शान्तिनाथ भगवान परिकर के साथ ६३", श्री पार्श्वनाथ भगवान, श्री महावीर स्वामी के साथ आरस की ७ प्रतिमाजी, पंचधातु की २ प्रतिमाजी, सिद्धचक्रजी - २, अष्टमंगल - २, वीसस्थानक - १ शोभायमान हैं।
रंग मंडप में प. पू. आ. भ. श्री विजय सूर्योदयसूरीश्वरजी म. सा. के मार्गदर्शन से श्री सम्मेत शिखरजी, श्री गिरनारजी, श्री कच्छ की पंचतीर्थी, श्री भद्रेश्वर, श्री शंखेश्वर तीर्थ, श्री राजगृही तीर्थ, श्री केसरीयाजी, श्री पावापुरी, श्री कदंबगिरी, श्री तारंगाजी, श्री तलाजा, श्री राणकपुरजी, श्री ७२ जिनालय, श्री देलवाडा आबु, श्री अचलगढ, श्री शत्रुजय तीर्थ, श्री अष्टापद तीर्थ, एवं श्री शान्तिनाथ प्रभु के ऐतिहासिक चित्र भी सुशोभित हैं।
यहाँ उपासरा एवं शान्तिनाथ महिला मंडल की व्यवस्था हैं । आजकल यहाँ पूज्यपाद युग दिवाकर आचार्य भगवन्त श्री विजय धर्मसूरीश्वरजी म. सा. की प्रबल प्रेरणा व मार्गदर्शन से, प्रतिष्ठा के समय श्री संघ ने प्राप्त की हुई विशाल भूमि पर, भव्य और आलीशान ५ मंजील विशाल
और भव्य जैन भवन बन रहा हैं। जिसमें उपाश्रय, विविध लक्षी हॉल, धर्मशाला, छात्रालय आदि कई तरह के कार्य का आयोजन होनेवाला हैं।
कांजुरमार्ग (पश्चिम) (३७८) श्री महावीर स्वामी भगवान गृह मन्दिर
स्टेशन रोड, कांजुर मार्ग (प.), मुंबई - ४०० ०७८.
टेलिफोन नं.-५७८ ०० २४ घीसूलालजी रमणलालजी विशेष :- शासन प्रभावक पूज्यपाद आचार्य भगवंत श्री विजय मोहन - प्रताप के पट्टधर पूज्यपाद युगदिवाकर आचार्य भगवंत श्री विजय धर्मसूरीश्वरजी म. सा. की शुभ प्रेरणा से सांडेराव (राज.) निवासी स्व. मातुश्री मेघीबाई चेनमलजी पालरेचा के आत्मश्रेयार्थ बेटा पोता शा. देवराज छगनलाल पालरेचा की तरफ से यह भूमि जैन मन्दिर बनाने के हेतू अर्पण की गई हैं।
परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री विजय धर्मसूरीश्वरजी म. सा. आदि मुनिभगवंतो की पावन निश्रा में वि. सं. २०३२ का श्रावण वदि - १०, शुक्रवार, ता. २०-८-७६ को इस मन्दिर की स्थापना
हुई थी।
यहाँ मूलनायक श्री महावीर प्रभु की श्वेत रंग की तथा श्री पार्श्वनाथ भगवान एवं श्री मुनिसुव्रत
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