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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 22 मुंबई के जैन मन्दिर अंचल गच्छ समुदाय के स्व. आचार्य श्री गुणसागर सूरीश्वरजी म. के शिष्यरत्न आ. श्री __कलाप्रभ सागर सूरीश्वरजी म. दिनांक ५-५-९६. ७२ जिनालय तलवाणा (कच्छ), पिन कोड - ३७०४६०. आ. कलाप्रभ सागरसूरि आदि गुरु गुण चरणरत्न सुश्रावक श्री भंवरलाल एम. जैन सादर धर्मलाभ आपका १७-४-९६ का कवर-पत्र मिला, परिचय भी मिला। मुंबई के जैन मंदिरो की बृहद् डीरेक्टरी आप शीध्र संकलन कर प्रकाशित करने जा रहे हो तो जानकर बहुत ही प्रसन्नता हुई। इसके लिये हार्दिक शुभेच्छा - प्रसन्नता प्रेषित है। इस कार्य में सफल बने यही शुभ भावना । मुंबई एवं परा विस्तार, विहार रुट भी इसमे संमिलित होगा तो बुक और भी महत्त्वपूर्ण बनेगी । हो सके लक्ष रखे. __द. आ. कलाप्रभ सागर सूरिका धर्मलाभ शासन सम्राट् श्री नेमि - अमृत सूरि समुदाय के आचार्य श्री विशाल सेन सूरीश्वरजी म. 'विराट'. बम्बई के जैन मंदिर नाम की पुस्तक श्री ज्ञान प्रचारक मंडल व पुस्तकालय नामक संस्था द्वारा मुंबई के जिन मंदिरो का परिचय करीब २० वर्ष पूर्व प्रकाशित हो गया है । २० वर्ष में तो बम्बई कहाँ से कहाँ गया और बम्बई से मुंबई भी बन गया। चारो तरफ जैनो की आबादी से मुंबई समृद्ध संस्कारी एवं धर्मिष्ठ बना है और चारो ओर अनेक जिन मंदिरो से ये घरा सुवासित और किमती बनी हैं। इन बातो की जानकारी के लिये एक सबल माध्यम की जरुरत थी सो उपरोक्त संस्था के उत्साही कार्यकर्ता उसकी पूर्ति कर रहे हैं और उपरोक्त पुस्तक की दुसरी आवृत्ति प्रकाशित कर रहे है अत:उन्हे धन्यवाद पूर्वक सफलता की शुभकामनाएँ ता. १२-३-९६ मंडपेश्वर रोड, जिन मंदिर - उपाश्रय बोरीवली (पश्चिम) द. आचार्य विशाल सेन सूरि का धर्मलाभ. For Private and Personal Use Only
SR No.020486
Book TitleMumbai Ke Jain Mandir
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal M Jain
PublisherGyan Pracharak Mandal
Publication Year1999
Total Pages492
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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