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मुंबई के जैन मन्दिर
विशेष :- श्री शक्तिनगर अचलगच्छ जैन संघ के, मातुश्री केसरबेन नानजी देवजी नथु गडा कच्छ-दुर्गापुर नवावासवाला आराधना भवन में गृह मन्दिर की चल-प्रतिष्ठा परम पूज्य आचार्य श्री गुणसागर सूरीश्वरजी म. के समुदाय के आचार्य श्री गुणोदयसागर सूरीश्वरजी म. के शुभ आशीर्वाद से आ. श्री कलाप्रभसागर सूरीश्वरजी म. की शुभनिश्रा में वि.सं. २०५० का आशाड वद ७, ता. २९७-९४ को हुई थी।
___ यहाँ श्री अजितनाथ, श्री चन्द्रप्रभ स्वामी, श्री शान्तिनाथ प्रभु की पाषाण की ३ प्रतिमाजी, पंचधातु की-४, सिद्धचक्रजी-४, एवं अष्टमंगल-१ सुशोभित हैं।
श्री अजितनाथ महिला मंडल तथा जैन पाठशाला की व्यवस्था है। चैत्य परिपाटी में आनेवाले भाईयो के लिए भोजन या चायपाणी की व्यवस्था हो सकती है।
(२४३)
श्री कुन्थुनाथ भगवान गृह मन्दिर D-विंग, ६०६ छठा माला, सरस्वती एपार्टमेन्ट, शान्तिनगर के पीछे, छत्रपति शिवाजी रोड
नं. ४, दहिसर (पूर्व), मुंबई-४०० ०६८. टे. फोन : ८९५ ९२५० - नरेशभाई, ८९२ १६ ३९ - राजुभाई विशेष :- श्री देवभूमि कुंथुनाथ भगवान श्वेताम्बर मूर्तिपूजक जैन संघ द्वारा संस्थापित एवं संचालित इस गृह मन्दिर की चल प्रतिष्ठा आचार्य श्री विजय भुवनभानु सूरीश्वरजी म. के समुदाय के पू. मुनिराज श्री हेम दर्शन विजयजी म. की पावन निश्रा में वि.सं. २०५१ का फागुण सुद-२ को शुक्र ता. ३-३-९५ की चल प्रतिष्ठा हुई थी।
यहाँ पाषाण के ३ प्रतिमाजी, पंचधातु के २ प्रतिमाजी, सिद्धचक्रजी-२, अष्टमंगल-२ बिराजमान हैं । पाषाण की ३ प्रतिमाजी मे से श्री सुमतिनाथ प्रभु की प्रतिमाजी संप्रति महाराजा के समय की हैं।
यहाँ जैन पाठशाला, ज्ञान भंडार व सामायिक मंडल की व्यवस्था है।
यहाँ के गृह मन्दिर में कोई पूजारी नहीं, किन्तु संघ के भाई-बहन ही प्रभु-भक्ति-सेवा में रत है। मन्दिरजी का सारा काम वे खुद अपने हाथो से करते है।
(२४४)
श्री महावीर स्वामी भगवान गृह मन्दिर ए २२/१३, रतन नगर, दूसरा माला, सिद्धराज को-ओ. हाऊसिंग सोसायटी, दीप नारायण
डुबे मार्ग, दहिसर (पूर्व), मुंबई-४०० ०६८. टे. फोन : नयनभाई-८९३ ४३ ७७, चंदुभाई-८९४ ०६ ६४
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