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मुंबई के जैन मन्दिर
घोघावाला व्याख्यान हॉल युगदिवाकर आ. भ. श्री विजय धर्मसूरीश्वरजी म. की प्रेरणा से बनाया गया हैं। व्याख्यान हॉल में एक तरफ श्री मणिभद्रवीर की देहरी भी सुशोभित हैं।
यहाँ श्री लक्ष्मण सूरि जैन पाठशाला, श्री वीतराग जैन भक्ति मण्डल, श्री महावीर महिला मण्डल एवं सुन्दर उपासरा की व्यवस्था हैं।
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श्री वासुपूज्य स्वामी भगवान गृह मन्दिर ___ सी-३, महावीर नगर कम्पाउण्ड में, श्री वल्लभ सूरीश्वरजी रोड, शंकर गली,
कान्दिवली (प.) मुंबई - ४०० ०६७.
टे. फोन : हेड ओफिस - ८६३ ४६ २८ विशेष :- महावीर नगर की स्थापना :- पंजाब केसरी आचार्य श्री वल्लभ सूरीश्वरजी म. के वि. सं. २०२७ में जन्म शताब्दी महोत्सव के शुभ अवसर पर आचार्य श्री विजय समुद्रसूरीश्वरजी म. ने, ऐसी सोसायटी मध्यम वर्ग के लिये हो ऐसा नियम लिया था । उस निमित्त मुंबई की श्री आत्मानन्द जैन सभा ने यह योजना पुरी करने में कमर कसी एवं पूज्य श्री मृगावती साध्वीजी म. ने इस योजना को सिंचन करके पुरी की । यह योजना २०२८ में शुरू करने में आई तथा तीन बिल्डिंगो में ३४४ ब्लोक बाँधकर साधर्मिक बंधुओ को देने में आये हैं। ब्लोक बनाने में जो किमत लगी वही मूल्य में ब्लोक दिये गये।
यहाँ के गृह मन्दिर मे श्री वासुपूज्य स्वामी की पीले रंग की प्रतिमाजी, पंचधातु की २ प्रतिमाजी, सिद्धचक्रजी २ सुशोभित हैं। इसकी चल प्रतिष्ठा वि. सं. २०२९ का आसौ वद ३ को परम पूज्य आत्म - कमल - लब्धि लक्ष्मण के शिशु आचार्य श्री विजय कीर्तिचन्द सूरीश्वरजी म. आदि मुनि भगवन्तो की पावन निश्रा में हुई थी।
इस गृह मन्दिर के संस्थापक एवं संचालक श्री महावीर नगर श्वे.मू. जैन संघ हैं।
(१९९) श्री वासुपूज्य स्वामी भगवान भव्यशिखर बंदी जिनालय महावीर नगर कॉम्पलेक्ष, कमला विहार के कम्पाउन्ड में, दहाणुकर वाडी,
कान्दिवली (प.) मुंबई - ४०० ०६७. टे. फोन : चंदुभाई - ८०७ ४९ ३५, अंबालालभाई - ८६२ २९८६, प्राणलालभाई - ८८२ ३९ १४
विशेष :- इस भव्य जिनालय के संस्थापक एवं संचालक श्री श्वेताम्बर मूर्तिपूजक तपागच्छ उद - कल्याण जैन संघ हैं।
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