________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
१००
मुंबई के जैन मन्दिर
(१५७) श्री वासुपूज्य स्वामी भगवान शिखर बंदी जिनालय हीरा भुवन, मामलतदार वाडी, तीसरी क्रॉस लेन, स्वामी विवेकानन्द रोड,
मलाड (प.) मुंबई - ४०० ०६४. टे. फोन : ओ.- ८८२ ०५ २१, गिरीशजी - ८८२ ०० २८, ८८९ ९२ ७६ विशेष :- श्री राजस्थान जैन संघ द्वारा पहले यहाँ गृह मन्दिर का संचालन हो रहा था। जिसकी चल प्रतिष्ठा श्री मोहन - प्रताप के पट्टधर प. पू. युगदिवाकर आचार्य भगवंत श्री विजय धर्मसूरीश्वरजी म. के परिवार के पू. शतावधानी गणिवर्य श्री जयानन्दविजयजी म. और पू. मुनिराज श्री पूर्णानंद विजयजी म. की शुभ निश्रा में वि. सं. २०३२ का फागुण वद ११ को हुई थी।
यहाँ के गृह मन्दिर में प. पू. युग दिवाकर आ. भ. श्री विजय धर्मसूरीश्वरजी म. सा. की प्रेरणा व आदेश से चेम्बुर तीर्थ से प्राप्त आरस के ३ प्रतिमाजी, पंचधातु के ६ प्रतिमाजी, सिद्ध चक्रजी - ५ हैं । मूल गंभारा कांच की डिझाइनो से सजाया हुआ हैं । यहाँ भैरूजी श्री मणिभद्रवीर, श्री घंटाकर्ण वीर, श्री शत्रुजय पट, श्री सम्मेत शिखरजी पट मंदिर की शोभा बढ़ा रहे हैं।
नूतन शिखर बंदी जिनालय का भूमिपूजन ता. ११-५-९३ को तथा शिलास्थापना वि. सं. २०४९ का जेठ सुद १ ता. २१-५-९३ को परम पूज्य आ. लब्धिसूरि समुदाय के आ. विजय यशोवर्म सूरीश्वरजी म. की निश्रा में हुई थी।
नूतन जिनालय का निर्माण होने पर परम पू. आ. दर्शनसागरसूरीश्वरजी म. के शिष्य पू. संगठन प्रेमी आ. नित्योदय सागरसूरीश्वरजी म. के शिष्य पू. आ. श्री चन्द्रानन सागरसूरीश्वरजी म. आदि मुनि भगवंतो की पावन निश्रा में वि. सं. २०५४ का वैशाख सुद ७ शनिवार ता. २-५-९८ को भव्य अंजनशलाका प्रतिष्ठा महोत्सव सम्पन्न हुआ था।
दत्तक पुत्र जीवराज सागरमलजी पारेख, श्रीमती अंशीबेन जीवराजजी पारेख परिवार की तरफ से श्री वासुपूज्य उपाश्रय, श्री विजय वल्लभ जैन पाठशाला, श्री महावीर जैन महिला मण्डल, श्री राजस्थान जैन महिला मंडल, श्री वासुपूज्य जैन पाठशाला बालिका मंडल, श्री ऋषभ जैन नवयुवक मण्डल, श्री मलाड कच्छी जैन युवक समाज आदि संस्थाएँ अग्रणीय हैं।
(१५८)
श्री शीतलनाथ भगवान गृह मन्दिर कृष्णकुंझ, पहला माला, वर्धमान संस्कृति धाम के उपर, साईनाथ रोड, स्वामी विवेकानन्द रोड, मलाड (प.), मुंबई ४०० ०६४.
टे. फोन : ओ. ८८८ ४५ १७, घर ८८८ ४४ ३२. विशेष :- इस गृह मन्दिरजी के संस्थापक एवं संचालक सेठ धीरजभाई अमृतलाल दामजी भाई शाह हैं। आप श्री के गृह मन्दिर मे पंचधातु के ३ प्रतिमाजी, श्री शीतलनाथ स्वामी, श्री शान्तिनाथ
For Private and Personal Use Only