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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir मुंबई के जैन मन्दिर (२२) श्री सुमतिनाथ भगवान गृह मन्दिर श्रीपाल नगर, ओ-बिल्डिंग नं. ३०२, तीसरा माला, जमनालाल बजाज मार्ग, वालकेश्वर, मलबार हील, मुंबई - ४०० ००६. टे. फोन : ३६७ २६ ३८, ३६९९० ३६ विशेष :- इस गृह मन्दिर के संस्थापक एवं संचालक श्रीमान श्रेष्ठीवर्य शा. मदनलालजी कुंदनमलजी राजस्थान के बीजापुर गाँव के निवासी हैं। परम पूज्य आचार्य भगवन्त श्रीमद् विजय रामचन्द्रसूरीश्वरजी म. साहेब के समुदायके आचार्य विजय श्री जयकुंजरसूरीश्वरजी म. के शिष्य आ. विजय मुक्तिप्रभसूरीश्वरजी म. की पावन निश्रा मे वि.सं. २०५२ का मगसर सुदी ६ ता. २७-११-९५ सोमवार को चल प्रतिष्ठा हुई थी। श्री सुमतिनाथ भगवान की मूलनायक पंच धातु की १ प्रतिमाजी तथा १ सिद्धचक्रजी सुशोभित हैं। (२३) श्री श्रेयांसनाथ स्वामी भगवान गृह मन्दिर चन्दनबाला नं. १६०५ ब्लोक, १६वा माला, रतिलाल ठक्कर मार्ग, वालकेश्वर, मलबार हील, मुंबई - ४०० ००६. टे. फोन : ३६८६९९० - बाबुलालजी विशेष :- इस गृह मन्दिर के संस्थापक एवं संचालक श्रीमान श्रेष्ठिवर्य शा. बाबुलालजी कुन्दनमलजी राजस्थान के बीजापुर गाँव के निवासी हैं। परम पूज्य आ. भ. विजय रामचंद्रसूरीश्वरजी म. साहेब के शिष्य रत्न पू. मुनिराज श्री नयवर्धन विजयजी म. साहेब की पावन निश्रा में वि.सं. २०५३ का मगसर सुद ३ को प्रभुजी का प्रवेश एवं चल प्रतिष्ठा हुई थी। यहाँ आरस १ प्रतिमाजी तथा गुरु गौतम स्वामी एवं आ. विजय रामचन्द्रसूरीश्वरजी म. साहेब की प्रतिमाजी भी बिराजमान हैं। (२४) श्री वासुपूज्य स्वामी भगवान गृह मन्दिर ब्लोक नं. १५०१ चन्दनबाला १५वा माला, रतिलाल ठक्कर मार्ग, वालकेश्वर, मलबार हील, मुंबई - ४०० ००६. टे. फोन : ३६७८६ ७४ घर : अमृतलालजी ऑ. : २०६ ९६५९, २०८ ३४ ८४ विशेष :- इस गृह मन्दिर के संस्थापक एवं संचालक श्रीमान श्रेष्ठिवर्य शा. अमृतलालजी कुन्दनमलजी राजस्थान के बीजापुर गाँव के निवासी हैं। परम पूज्य आ. भगवन्त विजय रामचन्द्रसूरीश्वरजी म. साहेब के शिष्यरत्न मुनिराज नयवर्धन विजयजी म. साहेब की पावन निश्रा मे वि.सं. २०५४ का पोष सुदी १३ को शनिवार ता. १०-१-९८ को हुई थी। For Private and Personal Use Only
SR No.020486
Book TitleMumbai Ke Jain Mandir
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal M Jain
PublisherGyan Pracharak Mandal
Publication Year1999
Total Pages492
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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