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श्रीमन्मोहन-यशः स्मारक ग्रन्थमाला. अन्धांक २४
मोहन-संजीवनी
लेखक: पाली (राजस्थान) निवासी श्रीमान् रूपचंदनी भणायाम
ना सूचन इस ग्रन्थ के अभ्यास का कार्य पूर्ण होते ही नियत समयावधि में शीघ्र वापस करने की कृपा करें. जिससे अन्य वाचकगण इसका
उपयोग कर सकें. विहितसमस्तागमयोगान ख० अनुयागाचार्य श्रीमत्केशरमुनिजी गणिवर विनेय
बुद्धिसागर गणिः
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