________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 0 // 12 // // 176 // 177 // 178 // 179 // अस्याग्नेर्गर्भाधानसंस्कारंकरोमिस्वाहेत्यादि // 280 // al सटीक पंचसमिधांहोमाद्वसोरग्नेः नालापनयनाख्यःसंस्कारः // देवाभिधानेनदेवनाम्राशुष्मणोग्ने मपूर्ववत् // पातयेदाहुतेःशेषमाहुतिग्रहणस्थले।भूयोहृदादक्षभागादादायाज्यंमुखेयजेत् ॥१७६॥अग्नयेस्विष्टकृते तन्नेत्रास्योद्घाटनमतम् // नरसिंहविनाविष्णुमंत्रनेत्रद्वयंयजेत् // 77 // नरसिंहान्यदेवेषुवढ़ेर्नेत्रत्रयं स्मृतम् // महाव्याहृतिभिर्व्यस्तसमस्ताभिश्चतुष्टयम् ॥७८॥आहुतीनांवयंवह्निमंत्रेणैवततश्चरेत्॥ घृताहुतिभिरष्टाभिरेकैकांसंस्कृतिंचरेत् // 79 // ओमस्यागेरसुसंस्कारंकरोम्यमिवल्लभा // इत्थंमनुं जपन्गर्भाधानं पुंसवनंततः॥८० // सीमंतोन्नयनंजातकर्मकृत्वाततश्चरेत् // वह्नौपंचसमिद्धोमानाला पनयनंवसोः॥८॥कुर्यादेवाभिधानेनपूर्ववन्नामशुष्मणः॥नामानंतरमेतस्यपितरौस्वेर्पयेद्ददि॥ 82 // अन्नप्राशंतथाचौलोपनयादारयोजनम् // संस्काराःस्युर्विवाहांतामृत्यंताक्रूरकर्मणि // 183 // घृताहुत्यष्टकेनकुर्यातरामाग्निःकृष्णाग्निरित्यादि।एतस्याग्नेःपितरौवागीशीवागीशाकुंडातस्वहदिन्यसेत् | // 181 // 182 // उपनयनमुपवीतम् / दारयोजनं विवाहः॥ 183 // // 12 // १नरसिंहश्चअन्येदेवाश्चतेषुइत्यर्थः / 2 भूःस्वाहाभुवःस्वाहास्वःस्वाहाभूर्भुवःस्वःस्वाहा / 3 वैश्वानरजातवेदइहावहलोहिताक्षसर्वक र्माणिसाधयस्वाहा। For Private and Personal Use Only