________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir // 49 // 90 // 91 // 92 // 93 // 94 // 95 // 96 // 97 // 98 // 99 // 20 // अणिमादिगुणाधारामकाराद्यक्षरात्मिकाम् // अनंतांशक्तिकालक्ष्मीरोहिणीपूजयाम्यहम् // 89 // कामचारांशुभांकांतांकालचक्रस्वरूपिणीम् // कामदांकरुणोदारांकालिकांपूजयाम्यहम् // 9 // चंडवीरांचंडमायांचंडमुंडप्रभंजनीम् // पूजयामिमहादेवींचंडिकांचंडविक्रमाम् // 91 // सदानं दकरीशांतांसर्वदेवनमस्कृताम्॥सर्वभूतात्मिकादेवींशांभवीपूजयाम्यहम् // 92 // दुर्गमेदुस्तरेकार्थेभ वार्णवविनाशिनि / पूजयामिसदाभत्त्यादुर्गादुर्गातिनाशिनीम् ॥१३॥सुंदरीस्वर्णवर्णाभांसुखसौभाग्य दायिनीम्।।सुभद्रजननोंदेवींसुभद्रांपूजयाम्यहम्॥९॥एतैमैत्रैःपुराणोक्तैनातांकन्यांप्रपूजयेत् // गंधैः पुष्पैर्भक्ष्यभोज्यैर्वस्त्रैराभरणैरपि // 95 // वेद्यांविरचितेरम्येसर्वतोभद्रमंडले // घटसंस्थाप्यवि धिवत्तत्रावाह्यार्चयेच्छिवाम् // 96 // तदग्रेकन्यकाश्चापिपूजयेद्राह्मणानपि // उपचारस्तुविविधैः पूर्वोक्तावरणान्यपि // 97 // एवंचतुर्दिनकृत्वापंचमेहोममाचरेत् / पायसान्नैस्त्रिमध्वक्तैीक्षारंभाफलै रपि // 98 // मातुलिंगैरिक्षुखंडैनारिकेलैःपुरैस्तिलैः ॥जातीफलैराम्रफलैरन्यैर्मधुरवस्तुभिः // 19 // सप्तशत्यादशावृत्त्याप्रतिश्लोकहुतंचरेत् // अयुतंचनवाणेनस्थापितानौविधानतः // 20 // / For Private and Personal Use Only