________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir www.kobatirth.org उरुमलोरुमध्यजानुवृत्तस्तनपार्श्वपादकरनासासुद्वौद्वौमूर्धन्येकैकम् // 15 // पदन्यासमाह ॥अथेति // शिवे ऊरुमूलोरुमध्येचजानुनोर्जानुवृत्तयोः // स्तनयोःपार्श्वयोरंध्योःकरयोर्नसिमूनि // 15 // अथै कादशविन्यस्येत्पदानिशिरसिध्रुवोः // नेत्रयोर्वदनेगडेहृदयेजठरेशिवे // 16 // ऊऊर्जानुप्रदे शेचपादयोःक्रमशःपुनः // त्रिवेदगुणवाणाधिद्विरामाक्षिगुणेन्दुभिः // 17 // त्रिभिर्वर्णेश्चविज्ञे यापदसंख्याक्रमाद्दुधैः // मूलेनव्यापकंकृत्वाततोध्यायेत्रिलोचनम् // 18 // लिंगे // 16 // 17 // पदेषु वर्णसंख्यामाह // त्रिभिरिति // त्र्यंबकंनमःशिरसिइत्यादि // 18 // 935SSASSESENSULOSSSSENSSEUMELESSELSESparmace 20Twelvamonacearranthurahesh55555 वृत्ते 20 ॐहाँॐ जूंसम्भूर्भुवःस्वःवनमःवामजानुवृत्ते 21 ॐहोंॐजूंसःभूर्भुवःस्वःवनम दक्षिणस्तने 22 ॐहाँॐजूंसःभूर्भुवःस्वाधनमःवामस्तने 23 ॐहौजूसःभूर्भुवःस्वानांनम दक्षिणपाचे 24 ॐहाँॐ जूंसम्भूर्भुवःस्वा{नमःवामपाचे 25 ॐहौंजूंसम्भूर्भुवःस्वात्योंनम दक्षिणेपादे 26 हौजूस भूर्भुवःस्वःमुंनमःवामपादे 27 ॐहौंॐ जूस भूर्भुवःस्वाक्षीनम दक्षिणकरे 28 ॐहौं*जूस भूर्भुवःस्वायनमःवामकरे 29 ॐहौं जूंसम्भूर्भुवःस्वःमानमः दक्षिणनासायां३०ॐहाजूंसःभूर्भुवःस्वः{नमःवामनासायां३१ ॐहौजूसम्भूर्भुवःस्वःतांनमःमूनि३२इत्यक्षरन्यासः॥ १व्यम्बकंशिरसि 1 यजामहे वोः 2 सुगंधिनेत्रयोः३ पुष्टिवर्धनमुखे 4 उर्वारुकंगडयोः ५इवहृदये 6 बंधनावजठरे 7 मृत्योःलिंगे 8 मुक्षीयऊोंः ९माजान्वीः 10 अमृतावपादयोः 11 इतिपदन्यासः॥ For Private and Personal Use Only