________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अक्षियुकूहयुतःसर्गीचउमाकांतोणाणिः // सूर्यआदित्यस्वरूपम् // इंदिराश्रीं // 2 // 3 // षडंगमाह // सत्येति // सत्यतेजोज्वालामणेहुंफट्स्वाहाहृत् // ब्रह्मतेजाशिरः // विष्णुतेज शिखेत्यादि // 4 // भूयइति॥शिवाश्रियोः॥हीश्रीबीजयोर्मध्यस्थितैःषडणैःपुनःषडंगकृत्वा // शेषवर्णैश्चतुर्थ्यतोदरपृष्ठयोय॑से उमाकांतोक्षियुक्सर्गीसूर्यआदित्यइंदिरा॥दशवर्णोमनुर्दैवभागोस्यमुनिरीरितः // 2 // गायत्रीछं दउद्दिष्टंदेवतादिवसेश्वरः // मायावीजरमाशक्तिनियोगोऽभीष्टसिद्धये // 3 // सत्येतिहृदयंब्रह्म शिरोविष्णुशिखास्मृता // रुद्रवर्माग्नेि–स्यात्सर्वैत्यत्रमुदीरितम् // 4 // तेजोज्वालामणेहुँ फट्स्वाहांतामनवोंगजाः॥ भूयःषडंगंषड्वर्णैःकृत्वांतःस्थैः शिवाश्रियोः // 5 // शेषाणैर्जठरेपृष्ठेडेंतं नाम्रातयायसेत् // आदित्यंचरविंभानुभास्करमूर्यमेवच // 6 // // यथा॥हींॐश्रींहृत् ॥हींधूश्रींशिरःहींजिंश्रीशिखा॥ हींसूश्रींवर्म॥हींयंश्रीनेत्रम् // हींआंश्रीअस्त्रम्॥ हीदिश्रीउंदरायनमः उदरे // ह्रींत्यंश्रींपृष्ठायनमःपृष्ठेइत्यष्टांगम्॥५॥पंचमूर्तिन्यासमाहा|आदित्यमिति॥६॥ | 1 *हींघृणि सूर्यदित्यश्रीमितिदशार्णः // अस्पसूर्यमंत्रस्यभृगुर्ऋषि गायत्रीछंदःदिवाकरोदेवताहींबीजंत्रीशक्तिःममाभीष्टसाधनेजपे विनियोगः॥ For Private and Personal Use Only