________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir वामेति // वियतहः // हंसःसः // मांसंलः // वालोवः // अनिलोयः // इंदुर्विदुः // एतैर्युक्तोवामकर्ण ऊकारः॥ तेनहूस्ल्यूपवर्गएतद्वीजंचपूर्वयस्यास्तांजयंतींनाभौन्यसेत् // यथा // पंफंभमंहरव्यूंजयिनी वाग्देवतायैनमोनाभौ // 33 // पाशीति // दीपिकाऊकार // कीदृशीपाशी // पाशीझातंद्रीमः॥ रेफः // वायुर्यः // तैःसंयुताइंदुयुक् // तेन इम्यूं // पवर्गोबीजंचाद्यंयस्यास्तांसर्वेश्वरीमूलाधारेन्यसेत् // वामकर्णेवियद्वंसमांसवालानिलेंदुयुक्॥ यवर्गतद्वीजपूर्वाजयिनीनाभितोन्यसेत् // 33 // पाशीतंद्री | रेफवायुसंयुतादीपिकेंदुयुक् // यवर्गवीजाद्यांमूलाधारेसर्वेश्वरींन्यसेत् // 34 // संवर्तकमहाकालरे फस्थाशांतिरिंदुयुक् // कौलिनीशादिवीजाद्यांन्यसेत्पादांतमूलतः ॥३५॥वाग्देवतायैहादीतनामां तेप्रोच्चरेत्पदम् // उक्तोवाग्देवतान्यासःसृष्टिन्यासमथाचरेत् // 36 // जयथा // यरलवंइम्यूसर्वेश्वरीवाग्देवतायैनमोमूलाधारे // 34 // संवर्तकेति // संवर्तकाक्षः // महा कालोमः॥रेफः॥ एतैर्युताबिंदुयुताचशांतिई॥तेनक्ष्मी॥शादयोबीजंचाद्ययस्यास्तांकौलिनीमूर्वादिपादां तंन्यसेत् // शंषसंहलक्ष्मीकौलिनीवाग्देवतायैनमऊर्वादिपादांतम् // 35 // वागिति // हार्दनमः॥ वाग्दे वितायैनमइतिपदम् // नामांतेवशिन्यादिनामांतेप्रोच्चरेत् तत्प्रयोगेषुलिखितम् // 36 // For Private and Personal Use Only