________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatm.org Acharya Shri Kalassagarsun Gyanmandir // 225 // NTS म. कार्यार्थमागच्छप्रणमामिमहुर्मुहुः // 1 // ॐ अस्यश्रीहनुमच्छत्रुजयस्तोत्रमालामंत्रस्य श्रीरामचन्द्र ऋषिः / नाना छन्दांसि / श्रीम महावीरो हनुमान्देवता / मारुतात्मज हसौ इति बीजम् / अंजनीसूनुहस्के इति शक्तिः। ॐ हाहाहां इति कीलकम् / श्रीरामभक्तहां इति / पाणः / श्रीरामलक्ष्मणानन्दकर हाहींहूँ इति जीवः / ममारातिपराजयनिमित्तशत्रुजस्तोत्रमालामंत्रजपे विनियोगः // ॐ ऐं श्रीहाँही तरं०९ स्फेफेसाँहफ्रेंड्सौं नमो हनुमते अंगुष्ठाभ्यां नमः // 3 // इति बीजादौ सर्वत्र संयोज्य रामदूताय तर्जनीभ्यां नमः // 2 // लक्ष्मण पाणदात्रे मध्यमाभ्यां नमः // 3 // अंजनीसूनवे अनामिकाभ्यां नमः // 4 // सीताशोकविनाशाय कनिष्ठिकाभ्यां नमः // 5 // लंकापासादरंजनाय करतलकरपृष्ठाभ्यां नमः॥६॥ इति करन्यासः // ॐ हनुमते हृदयाय नमः // 1 // रामदूताय शिरसे स्वाहा॥२॥ लक्ष्मणप्राणदात्रे शिखायै वषट् // 3 // अंजनीसूनवे कवचाय हुम् // 4 // सीताशोकविनाशिने नेत्रत्रयाय वौषट् // 5 // लंका प्रासादभंजनाय अखाय फट् // 6 // इति हृदयादिपडंगन्यासः॥ अथ ध्यानम् // "ॐ ध्यायेद्वालदिवाकरयुतिनिभं देवारिदापहं देवे | न्द्रप्रमुखैः प्रशस्तयशसं देदीप्यमानं रुचा // सुग्रीवादिसमस्तवानरयुतं सुव्यक्ततत्त्वप्रियं रक्तारुणलोचनं पवनजं पीतांबरालंकृतम् // 1 // Hमनोजवं मारुततुल्यवेगं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्॥वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूतं शिरसा नमामि॥२॥वजांगपिंगकेशाढ्यं स्वर्ण कुंडलमंडितम् // नियुद्ध उपसंगात्रं पारावारपराक्रमम् // 3 // वामहस्तगदायुक्तं पाशहस्त कमंडलुम् // उद्यद्दक्षिणदोर्दण्ड हनुमंतं विचिं तयेत्॥४॥” इति ध्यात्वा "अरेमल्लचटखेत्युच्चारणेऽथवातोडरमल्लचटखेत्यच्चारणेकपिमुद्रांप्रदर्शयेत्॥"अथ मंत्रः॥ "श्रीहहिहि स्क / " स्पेंड्सौहफ्रेंड्सौं नमोहनुमतेत्रैलोक्याक्रमणपराक्रमश्रीरामभक्कममपरस्यचसर्वशत्रुन्चतुवर्णसंभवानपुंस्त्रीनपुसकान्भूतभविष्यवर्तमानान् For Private And Personal Use Only