________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatrm.org Acharya Shri Kailassagarsur Gyanmandir # म०पूजयित्वा पुष्पांजलिं च दद्यात् / इति चतुर्थावरणम् // 4 // ततो भूपुरे इन्द्रादिदशदिक्पालान ताहिर्वज्राद्यास्त्राणि च पूजयित्वा पू० ख० / // 15 // पुष्पांजलिं च दद्यात् / इत्यावरणपूजां च कृत्वा धूपादिनमस्कारांत संपूज्य जपं कुर्यात् अस्य पुरश्चरणं षड्लक्षजपः / / वित. तत्तद्दशांशेन होमतर्पणमार्जनब्राह्मणभोजनं च कुर्यात् / एवं कृते मंत्रः सिद्धो भवति सिद्धे मंत्र मंत्री प्रयोगान् साधयेत् / तथा च . तरं. 7 (शारदातिलके ) वर्णलक्षं जपेन्मंत्रं तद्दशांशं मरोरुहैः // जुहुयादर्चिते वह्नौ ब्राह्मणान्मोजयेत्ततः // 3 // एवं पूजादिभिः सिखे मना कर्माणि साधयेत // जातीप्रसूनैर्जुहुयाच्चंदनांभःसमक्षितैः // 2 // राजवश्याय कमलर्धनधान्यादिसंपदे // नीलोत्पलानां होमेन वशये दखिलं जगत // 3 // बिल्वप्रमाणैर्जुहुयादिंदिरावाप्तये नरः // दुर्वाहोमेन अथ पइविधमंत्रस्वरूपचक्रम् / दीर्घायुविन्मंत्री निरामयः // 4 // रक्कोत्पलहुतान्मंत्री धनमामोति पहिधमंत्रस्वरूपम् ! ऋषिः / छदः / देवता / / वांछितम // मेधाकामेन होतव्यं पालाशकुसुमैनवैः // 5 // तज्जतमभः रां रामाय नमः | ब्रह्मा गायत्रा श्रीगमः प्रपिवेत्कविर्भवनि वत्मरात् // तन्मंत्रितान्नं भूजीत महदारोग्यमामयात् // 6 // 2 क्ली रामाय नमः | संमोहन-विश्वामित्रः गायत्री | श्रीराम | अयं मंत्रः पटियः। तथा च-स्वकामशक्तिबागलक्ष्मीतारायः पंचवर्णकः॥ 3 ही रामाय नमः / शक्तिः गायत्री षडक्षरः पड्डियः स्याच्चतुर्वर्गफलप्रदः // 1 // ब्रह्मा संमोहनः शक्तिर्दशि ऐ रामाय नमः | मक्षिणामूर्ति गायत्रो श्रीरामः णामूर्तिरव्ययः // अगस्तिः श्रीशिवः प्रोक्तो मुनयोत्र क्रमादिमे // 2 // अथ श्री रामाय नमः | अगस्तिः all15 // या कामबीजादेविवामित्रो मुनिर्मनोः // छंदो गायत्रसंजं च श्रीरामश्चैव ॐ रामाय नमः शिवः / / गायत्री For Private And Personal Use Only