________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra Acharya Shri Kalassagarsun Gyanmandir मं० म०लानमः 2 ॐ दं दंडाय नमः 3 ॐ खं खगाय नमः 4 ॐ पं पाशाय नमः ५ॐ अं अंकशाय नमः ६ॐ गं गदायै नमः 7 ॐ त्रिपू० ख०१ त्रिशूलाय नमः 87 पं पद्माय नमः ९ॐ चं चक्राय नमः इत्यखाणि पूजयित्वा पुष्पांजलिं च दद्यात् / इति सप्तमावरणम् / / 7 // इत्यावरणपूजां कृत्वा धृपादिनीराजनांतं संपूज्य जपं कुर्यात् // अस्य पुरश्चरणं षोडशलक्षजपः // तथा च / विकारलक्षं प्रजपेन्मनुमेनं समाहितः / / तद्दाशं सरमिजैर्जुहुयान्मधुराष्टतैः // 1 // धर्मार्थकामाँल्लब्ध्वा वै विष्णोः सायज्यमामुयात् // इत्यष्टाक्षरविष्णुमंत्रप्रयोगः // अथ द्वादशाक्षरीविष्णुमंत्रप्रयोगः ( शारदायाम ) मंत्रो यथा। ॐ नमो भगवते वासुदेवाय // इति द्वादशाक्षरी मंत्रः // अस्य विधानम् // अस्य मंत्रस्य प्रजापतिक्रषिः / गायत्री छंदः। वासुदेवपरमात्मा देवता / सर्वेट Kal सिद्धये जपे विनियोगः // ॐ प्रजापतिऋषये नमः शिरसि 1 गायत्रीछंदसे नमः मुखे 2 वासुदेवपरमात्मदेवतायै नमः हृदि 3 विनियोगाय नमः सर्वांगे 4 इति ऋष्यादिन्यासः // ॐ अंगुष्ठाभ्यां नमः 1 नमो तर्जनीभ्यां नमः 2 भगवते मध्यमाभ्यां नमः | वासुदेवाय अनामिकाम्यां नमः 4 ॐ नमो भगवते वासुदेवाय कनिष्ठिकाभ्यां नमः 5 इति करन्यासः / / ॐ हृदयाय नमः 1 नमो शिरसे स्वाहा 2 भगवते शिखायै वषट् 3 वासुदेवाय कवचाय हुँ 4 ॐ नमो भगवते वासुदेवाय अस्त्राय फट 5 इति पंचांगन्यासः // 9ॐ ॐ नमः मूर्ध्नि 1 ॐ नं नमः भाले 2 ॐ मो नमः नेत्रयोः 3 ॐ नमः मुखे 4 ॐ गं नमः गले ५ॐ वं नमः बाह्वोः 6 ॐ ते नमः हृदये 7 ॐ वां नमः कुक्षौ 8 ॐ से नमः नाभौ 9 ॐ दें नमः लिंगे 10 ॐ वां नमः जान्योः 11 ॐ यं नमः पादयोः। 12 इति मंत्रवर्णन्यासः // इति न्यासविधिं कृत्वा ध्यायेत् // विष्णु शारदचन्द्रकोटिसदृशं शंखं रथांगं गदामभोज दधतं सिताब्जनि // 15 // For Private And Personal Use Only