________________ Acharya Shri Kalassag www.kobatm.org Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra y armandir म. म. बटोत्थाभिर्धनप्राप्त्यै खादिरीभिस्तु कांतये // 6 // तिलैरधर्मनाशाय सर्पपैः शत्रुनष्टये // पायसेन कृतो होमः कांतिकितिदायकः।। // 7 // कृत्वा मृत्युक्षयरोग्यं दध्ना संवादसिद्धिदः // होमसंख्या तु सर्वत्रायुतमानेन कीर्तिता // 8 // अष्टोत्तरशतं दर्वात्रिकहोमाद्रुजां यः // स्वजन्मदिवसे यस्तु पायसैमधुरान्वितैः // 9 // जुहोति तस्य वर्द्धते कुलमारोग्यकीर्तयः / / गुडूचीबकुलोत्थाभिः समिद्भिर्हवनं तरं०६ नृणाम् // 10 // जन्मतापत्रयं रोगान मृत्युं चापि विनाशयेत् // प्रत्यहं जुहुयाहूर्वा अपमृत्युविनष्टये // 11 // किं बहूक्तेन सर्वेष्टं ध प्रयच्छति शिवो नृणाम् // अपामार्गसमिद्भिश्च सिद्धान्नैवरनष्टये॥दुग्धाक्कैरमृताखंडैमास होमोखिलातये॥ इति महामृत्युंजयमंत्रप्रयोगः॥ ॥श्रीगणेशाय नमः।। अथ दशाक्षररुद्रमंत्रविधानम् // मंत्रो यथा // ॐ नमो भगवते रुद्राय इति दशाक्षरो मंत्रः // अस्य विधानम्॥ अस्य श्रीरुद्रमंत्रस्य बौधायन ऋषिः। पंक्ति छंदः / रुद्रो देवता। ममाभीष्टसिद्धयर्थे जपे विनियोगः ॥ॐ बौधायनर्षये नमः शिरसि॥१॥ पंक्तिच्छंदसे नमः मुखे // 0 // सहदेवताय नमः हृदि // 3 // विनियोगाय नमः मागे // 4 // इति ऋष्यादिन्यामः / ॐ या ते रुद्र शिवा तनू रघोरापापकाशिनी // तयानम्तन्वाशंतमयागिरिशंताभिचाकशीहि // इति शिखायाम // 1 // ॐ अस्मिन्महत्यर्णवतारक्षे भवा / अधि॥ तेषामहस्रयोजनेवधन्यानितन्ममि // इति शिरमि // 2 // ॐ महस्राणि सहस्रशोबाहोस्तव हेतयः // तासामीशानोभगवः परा चीनामुखाकृधि // इति ललाटे // 3 // ॐ ६७मः शुचिपदसुरंतरिक्षमद्धोतावेदिषदतिथिर्दुरोणमत // नृपवरसहतसव्योमसदब्जा गोजाऋतजाअद्रिजाऋतंबृहत् / / इति भुवोर्मध्ये // 4 // ॐ त्र्यंबकं यजामहे सुगंधिं पुष्टिवर्धनम् // उर्वारुकमिव बंधनान्मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात्॥ इति नेत्रयोः॥५॥ॐ नमः खुत्याय च पथ्याय च नमः काट्याय च नीप्याय च नमः कुल्याय च मरस्याय च नमो नादेयाय चवैशं For Private And Personal Use Only