________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobalrm.org Acharya Shri Kailassagarsur Gyanmandir मं. म // 91 // तरं०५ नत्वा पीठमध्ये ॐ मं मंडूकाय नमः 4 // ॐ के कालानिरुद्राय नमः 5 // ॐ आँ आधारशक्तये नमः // ॐ कू कूर्माय नमः प० ख०१ ॐ अं अनंताय नमः 8 ॐ पृ पृथिव्यै नमः 9 ॐ श्री क्षीरसागराय नमः 10 ॐ रं रत्नदीपाय नमः 11 ॐ रं रत्नमंडपाय नमः। ग० त० १२ॐ के कल्पवृक्षाय नमः 13 ॐ रं रत्नवेदिकायै नमः१४ ॐ रं रत्नसिंहासनाय नमः१५ इत्युपर्युपरिसंपूज्य॥आग्नेय्याम् ॐ धर्माय नमः 16 नैर्ऋत्यां ॐ ज्ञा ज्ञानाय नमः 17 वायव्ये ॐ व वैराग्याय नमः 18 ऐशान्ये ॐ ऐं ऐश्वर्याय नमः 19 पूर्वे ॐ अंध अधर्माय नमः 20 दक्षिणे ॐ अं अज्ञानाय नमः 21 // पश्चिमे / ॐ अं अवैराग्याय नमः 22 उत्तरे ॐ अं अनैश्वर्याय नमः 23 इति पूजयेत् // ततः पुनः पीठमध्ये // ॐ आं आनंदकंदाय नमः 24 ॐ सं संविन्नालाय नमः 25 ॐ सं सर्वतत्त्वकमलासनाय नमः 26 ॐ अं प्रकृतिमयपत्रेन्यो नमः 27 ॐ वि विकारमय केमरेन्यो नमः 28 ॐ पं पञ्चाशद्वर्णाढ्यकर्णिकान्यो नमः 25 ॐ अं अर्क ) मंडलाय द्वादशकलात्मने नमः३० ॐ मां मोममंडलाय पोडशकलात्मने नमः 31 ॐ वं वह्निमण्डलाय दशकलात्मने नमः 32 ॐ में सत्त्वाय नमः ३३ॐ रं रजसे नमः ३४ॐ तं नमो नमः ३५ॐ आं आत्मने नमः 36 ॐ पं परमात्मने नमः 37 ॐ अं अंतरात्मने नमः 38 ॐ ह्रीं जानात्मने नमः ३९ॐ में मायातत्त्वाय नमः 40 ॐ के कलातत्त्वाय नमः 43 ॐ वि विद्यातत्त्वाय नमः ४२ॐ पं परतत्याय नमः४३ एवं पीठदेवताः संपूज्य नव पीठशक्तीः पूजयेत्॥तद्यथा / पूर्व ॐ तीवायै नमः१अग्नये ॐ चालिन्यै नमः२ दक्षिणे ॐ नंदायै नमः३ नैर्ऋत्ये ॐ भोगदायै नमः ४पश्चिम ॐ कामरूपिण्यै नमः 5 वायव्ये ॐ उग्रायै नमः 6 उत्तरे ॐ तेजोवत्यै नमः / ऐशान्ये ॐ सत्यायै नमः 8 पीठमध्ये ॐ विघ्ननाशिन्यै नमः 2. इति पीठशक्तीः संपज्य पात्रासादनं कुर्यात॥अथ पात्रासादनप्रयोगः॥ For Private And Personal Use Only